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"किसी से साई किसी से बधाई" शब्द से संबंधित परिणाम

कैसी-कैसी

हर तरह पर, किस किस तरह से

कैसी

क्या

कैसी-हो

बहुत बुरा हो, बुरा नतीजा हो, तमाशा हो

कशा-कशी

खींचा-तानी, ताना-तनी, धक्कम-धक्का, तकरार, झड़प, झगड़ा, छीना-झपटी

कैसी ही

कितनी ही, कितनी भी, चाहे जिस तरह की

कैसे-कैसे

کس کس طرح کے

कैसा-कैसा

तरह तरह से, किस किस तरह, किस किस ढंग से

कस-कसा

रेतीला, कंकर मिला हुआ, किरकिरा

कोसा-कासी

श्राप, बददुआ, सराप

'अक्स-कशी

कैमरे के द्वारा चित्र निकालना, फ़ोटो खींचना

कैसी से कैसी

चाहे कितने ही, जैसी भी, जितनी भी

कैसी रही

किसी अच्छे काम की दाद तलब करते वक़्त कहते हैं नीज़ बदला लेने के लिए किसी को नुक़्सान या तकलीफ़ पहुंचाने के मौक़ा पर मुस्तामल

किसी

' कोई ' का वह रूप जो उसे विभवति लगने पर प्राप्त होता है

कैसी-गुज़री

۔क्या मुसीबत आई। किस तरह ज़िंदगी बसर हुई।

कैसी बने

कैसा मामलाम सामना आए, कैसे मामला ठीक हो

क्यों कैसी कही

कैसी निराली बात कही, कैसी अनोखी बात कही, किसी बात पर दाद वसूल करने के मौक़ा पर बोलते हैं

सेवईयों बिन ईद कैसी

ईद के दिन मुसलमान सेवईयाँ पका कर खाते हैं, इस के बिना ईद मालूम नहीं होती

कैसी धड़ पट उड़ी

ज़लील हुआ, ख़ूब पीटा

सजन बिन 'ईद कैसी

पति के बिना कोई ख़ुशी नहीं, प्रियतम के बिना कोई ख़ुशी नहीं

साजन बिन 'ईद कैसी

पति के बिना कोई ख़ुशी नहीं, प्रियतम के बिना कोई ख़ुशी नहीं

सलीमो बिन 'ईद कैसी

त्यौहार बिना सजी-धजी महिलाओं के अच्छा नहीं लगता

सिवय्याँ बिन 'ईद कैसी

ख़ुशी ही की तक़रीब में ख़ुशी अच्छी मालूम होती है, ख़ुशी की तक़रीब बगै़र पकवान के फीकी मालूम होती है

भाट कैसी कब्त है

मौखिक तारीफ़ और प्रशंसा है दिल में कुछ नहीं

ऐसे पर तो ऐसी काजल दिए पर कैसी

बिना बनाव श्रंगार के तो ये 'आलम है अगर बनाव श्रंगार हो तो क्या ग़ज़ब ढाए

ऐसे पै तो ऐसी काजल दिए पै कैसी

बिना बनाव श्रंगार के तो ये 'आलम है अगर बनाव श्रंगार हो तो क्या ग़ज़ब ढाए

कैसी मस्जिद कैसा मंदिर जो देखो वो दिल के अंदर

ये वहदत वजूद वालों का क़ौल है यानी दिल में सब कुछ मौजूद है

ऐसे पर तो ऐसी काजल डाले पर कैसी

बिना बनाव श्रंगार के तो ये 'आलम है अगर बनाव श्रंगार हो तो क्या ग़ज़ब ढाए

सास बिन कैसी सुसराल , लाभ बिन कैसा माल

बगै़र सास नके मर्द के लिए ससुराल कुछ नहीं, जिस तरह नफ़ा के बगै़र माल की कोई हक़ीक़त नहीं है

टाट की अंगिया मूँज की तनी, देख मेरे देवरा मैं कैसी बनी

जब कोई सब काम बेजा और बे ढंगे करे और इस पर इतराए भी इस वक़्त ये मिसल बोलते हैं

न लड़का पैदा हुआ , न जौ काटे गए , ये मूँडन और 'अक़ीक़े की धूम कैसी

बेबुनियाद बातों पर वावेला मचाने वाले के मुताल्लिक़ कहते हैं

बल सूँ नामी हो गए रुस्तम अर्जुन भीम, बल बिन कैसी हाकिमी कह गए साँच हकीम

प्रसिद्धि और सत्ता बल ही से प्राप्त होती है

किसी को

किसी एक मार्ग पर, समझे-बूझे व्यक्ति को, प्रिय को

किसी का

(کنایۃً) معشوق کا

कशी

रेशम जिस से कढ़ाई की जाती है

किसी से

from anyone

खाएँ किसी का गाएँ किसी का

एहसान कोई करे और शुक्रगुज़ारी किसी की करें

खाएँ कसी का गाएँ कसी को

एहसान कोई करे और शुक्रगुज़ारी किसी की करें

किसी को बैंगन बाए, किसी को अन-पच

कोई एक वस्तु किसी के लिए हानिकर होती है तो दूसरे के लिए लाभदायक

किसी ने मुँह आर्सी में देखा किसी ने आईने में

मुख़्तलिफ़ तरह के काम करने अगर एक ही नतीजा बरामद हो तो कहते हैं

किसी से साई कसी को बधाई

उस व्यक्ति के बारे में बात करते हैं जो प्रतिज्ञा तोड़ता है और झूठ बोल कर काम किसी और के लिए करता है

किसी को तवे में दिखाई देता है किसी को आर्सी में

कोई लायक़ है और कोई साधारण योग्यता का, हर व्यक्ति अपनी समझ के अनुसार काम करता है

किसी चीज़ का धुवाँ उड़ाना

किसी चीज़ को ख़ाक में मिलाना, आग में झोंकना, किसी चीज़ को धुआँ धुआँ कर देना

किसी के टुकड़ों पर पड़ना

sponge on

किसी तरह किसी उनवान

किसी पहलू, किसी तौर

किसी को बैंगन बाय, किसी को पत्थ

कोई एक वस्तु किसी के लिए हानिकर होती है तो दूसरे के लिए लाभदायक

किसी की धूल उड़ा देना

मिस्मार और बर्बाद कर देना, ख़ाक में मिला देना, मलियामेट कर देना, गर्द बार कर देना

किसी चीज़ को किसी के मुँह पर मारना

किसी चीज़ को निकम्मा समझ कर उस के मालिक को हक़ारत के साथ वापिस कर देना

किसी मर्ज़ की दवा नहीं

महिज़ बेकार है, किसी काम का नहीं

किसी शुमार क़तार में नहीं

बिलकुल तुच्छ

किसी के मुँह पर चढ़ना

किसी के बराबर होना, सामना करना

'इनायत-ए-शाही किसी की मीरास नहीं

बादशाहों की दयालुता ज़रूरी नहीं कि बाप बेटे दोनों पर हों

किसी चीज़ के लिए कोई चीज़ छोड़ना

Abandon something in favour of something

कोई किसी की आग में नहीं पड़ता

कोई शख़्स दूसरे की बला और मुसीबत अपने सर नहीं लेता

किसी के खाए किसी के गीत गाए

लाभ किसी से उठाए प्रशंसा किसी की करे

मुँह माँगी मुराद किसी को नहीं मिलती

अपना चाहा नहीं होता ईश्वर का चाहा होता है

कोई किसी की क़ब्र में नहीं जाएगा

कोई किसी के बदले नहीं पकड़ा जाता, कोई किसी की बला अपने ज़िम्मा नहीं लेता

दुनिया में किसी की यक्साँ नहीं गुज़री

समय एक स्थिति पर नहीं रहता, परिस्थितियाँ बदलती रहती हैं

कौन किसी के आवे जावे, दाना-पानी खींच लावे

अतिथि भाग्य से आता है, जहाँ का दाना-पानी लिखा होता है वहीं जाता है

किसी के टुकड़ों पर पलना

बिना अधिकार के दूसरों की रोटियाँ खाना, ग़रीबी के कारण दूसरे की रोटियाँ खाना, दूसरे के घर खाना

किसी की आग में पड़ना

दूसरे शख़्स की मुसीबत अपने सर लेना और किसी मुसीबत में शरीक होना, हमदर्दी करना, दूसरे की मुसीबत में साथ देना

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में किसी से साई किसी से बधाई के अर्थदेखिए

किसी से साई किसी से बधाई

kisii se saa.ii kisii se badhaa.iiکِسی سے سائی کِسی سے بَدھائی

अथवा : किसी से साई कसी को बधाई

कहावत, कहावत

किसी से साई किसी से बधाई के हिंदी अर्थ

  • उस व्यक्ति के बारे में बात करते हैं जो प्रतिज्ञा तोड़ता है और झूठ बोल कर काम किसी और के लिए करता है

English meaning of kisii se saa.ii kisii se badhaa.ii

  • allusion to someone who makes false promises with all

کِسی سے سائی کِسی سے بَدھائی کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • اس وعدہ خلاف اور جھوٹے شخص کی نسبت بولتے ہیں جو وعدہ کسی سے کرے اور کام کسی اور کا کرے

Urdu meaning of kisii se saa.ii kisii se badhaa.ii

  • Roman
  • Urdu

  • is vaaadaa Khilaaf aur jhuuTe shaKhs kii nisbat bolte hai.n jo vaaadaa kisii se kare aur kaam kisii aur ka kare

खोजे गए शब्द से संबंधित

कैसी-कैसी

हर तरह पर, किस किस तरह से

कैसी

क्या

कैसी-हो

बहुत बुरा हो, बुरा नतीजा हो, तमाशा हो

कशा-कशी

खींचा-तानी, ताना-तनी, धक्कम-धक्का, तकरार, झड़प, झगड़ा, छीना-झपटी

कैसी ही

कितनी ही, कितनी भी, चाहे जिस तरह की

कैसे-कैसे

کس کس طرح کے

कैसा-कैसा

तरह तरह से, किस किस तरह, किस किस ढंग से

कस-कसा

रेतीला, कंकर मिला हुआ, किरकिरा

कोसा-कासी

श्राप, बददुआ, सराप

'अक्स-कशी

कैमरे के द्वारा चित्र निकालना, फ़ोटो खींचना

कैसी से कैसी

चाहे कितने ही, जैसी भी, जितनी भी

कैसी रही

किसी अच्छे काम की दाद तलब करते वक़्त कहते हैं नीज़ बदला लेने के लिए किसी को नुक़्सान या तकलीफ़ पहुंचाने के मौक़ा पर मुस्तामल

किसी

' कोई ' का वह रूप जो उसे विभवति लगने पर प्राप्त होता है

कैसी-गुज़री

۔क्या मुसीबत आई। किस तरह ज़िंदगी बसर हुई।

कैसी बने

कैसा मामलाम सामना आए, कैसे मामला ठीक हो

क्यों कैसी कही

कैसी निराली बात कही, कैसी अनोखी बात कही, किसी बात पर दाद वसूल करने के मौक़ा पर बोलते हैं

सेवईयों बिन ईद कैसी

ईद के दिन मुसलमान सेवईयाँ पका कर खाते हैं, इस के बिना ईद मालूम नहीं होती

कैसी धड़ पट उड़ी

ज़लील हुआ, ख़ूब पीटा

सजन बिन 'ईद कैसी

पति के बिना कोई ख़ुशी नहीं, प्रियतम के बिना कोई ख़ुशी नहीं

साजन बिन 'ईद कैसी

पति के बिना कोई ख़ुशी नहीं, प्रियतम के बिना कोई ख़ुशी नहीं

सलीमो बिन 'ईद कैसी

त्यौहार बिना सजी-धजी महिलाओं के अच्छा नहीं लगता

सिवय्याँ बिन 'ईद कैसी

ख़ुशी ही की तक़रीब में ख़ुशी अच्छी मालूम होती है, ख़ुशी की तक़रीब बगै़र पकवान के फीकी मालूम होती है

भाट कैसी कब्त है

मौखिक तारीफ़ और प्रशंसा है दिल में कुछ नहीं

ऐसे पर तो ऐसी काजल दिए पर कैसी

बिना बनाव श्रंगार के तो ये 'आलम है अगर बनाव श्रंगार हो तो क्या ग़ज़ब ढाए

ऐसे पै तो ऐसी काजल दिए पै कैसी

बिना बनाव श्रंगार के तो ये 'आलम है अगर बनाव श्रंगार हो तो क्या ग़ज़ब ढाए

कैसी मस्जिद कैसा मंदिर जो देखो वो दिल के अंदर

ये वहदत वजूद वालों का क़ौल है यानी दिल में सब कुछ मौजूद है

ऐसे पर तो ऐसी काजल डाले पर कैसी

बिना बनाव श्रंगार के तो ये 'आलम है अगर बनाव श्रंगार हो तो क्या ग़ज़ब ढाए

सास बिन कैसी सुसराल , लाभ बिन कैसा माल

बगै़र सास नके मर्द के लिए ससुराल कुछ नहीं, जिस तरह नफ़ा के बगै़र माल की कोई हक़ीक़त नहीं है

टाट की अंगिया मूँज की तनी, देख मेरे देवरा मैं कैसी बनी

जब कोई सब काम बेजा और बे ढंगे करे और इस पर इतराए भी इस वक़्त ये मिसल बोलते हैं

न लड़का पैदा हुआ , न जौ काटे गए , ये मूँडन और 'अक़ीक़े की धूम कैसी

बेबुनियाद बातों पर वावेला मचाने वाले के मुताल्लिक़ कहते हैं

बल सूँ नामी हो गए रुस्तम अर्जुन भीम, बल बिन कैसी हाकिमी कह गए साँच हकीम

प्रसिद्धि और सत्ता बल ही से प्राप्त होती है

किसी को

किसी एक मार्ग पर, समझे-बूझे व्यक्ति को, प्रिय को

किसी का

(کنایۃً) معشوق کا

कशी

रेशम जिस से कढ़ाई की जाती है

किसी से

from anyone

खाएँ किसी का गाएँ किसी का

एहसान कोई करे और शुक्रगुज़ारी किसी की करें

खाएँ कसी का गाएँ कसी को

एहसान कोई करे और शुक्रगुज़ारी किसी की करें

किसी को बैंगन बाए, किसी को अन-पच

कोई एक वस्तु किसी के लिए हानिकर होती है तो दूसरे के लिए लाभदायक

किसी ने मुँह आर्सी में देखा किसी ने आईने में

मुख़्तलिफ़ तरह के काम करने अगर एक ही नतीजा बरामद हो तो कहते हैं

किसी से साई कसी को बधाई

उस व्यक्ति के बारे में बात करते हैं जो प्रतिज्ञा तोड़ता है और झूठ बोल कर काम किसी और के लिए करता है

किसी को तवे में दिखाई देता है किसी को आर्सी में

कोई लायक़ है और कोई साधारण योग्यता का, हर व्यक्ति अपनी समझ के अनुसार काम करता है

किसी चीज़ का धुवाँ उड़ाना

किसी चीज़ को ख़ाक में मिलाना, आग में झोंकना, किसी चीज़ को धुआँ धुआँ कर देना

किसी के टुकड़ों पर पड़ना

sponge on

किसी तरह किसी उनवान

किसी पहलू, किसी तौर

किसी को बैंगन बाय, किसी को पत्थ

कोई एक वस्तु किसी के लिए हानिकर होती है तो दूसरे के लिए लाभदायक

किसी की धूल उड़ा देना

मिस्मार और बर्बाद कर देना, ख़ाक में मिला देना, मलियामेट कर देना, गर्द बार कर देना

किसी चीज़ को किसी के मुँह पर मारना

किसी चीज़ को निकम्मा समझ कर उस के मालिक को हक़ारत के साथ वापिस कर देना

किसी मर्ज़ की दवा नहीं

महिज़ बेकार है, किसी काम का नहीं

किसी शुमार क़तार में नहीं

बिलकुल तुच्छ

किसी के मुँह पर चढ़ना

किसी के बराबर होना, सामना करना

'इनायत-ए-शाही किसी की मीरास नहीं

बादशाहों की दयालुता ज़रूरी नहीं कि बाप बेटे दोनों पर हों

किसी चीज़ के लिए कोई चीज़ छोड़ना

Abandon something in favour of something

कोई किसी की आग में नहीं पड़ता

कोई शख़्स दूसरे की बला और मुसीबत अपने सर नहीं लेता

किसी के खाए किसी के गीत गाए

लाभ किसी से उठाए प्रशंसा किसी की करे

मुँह माँगी मुराद किसी को नहीं मिलती

अपना चाहा नहीं होता ईश्वर का चाहा होता है

कोई किसी की क़ब्र में नहीं जाएगा

कोई किसी के बदले नहीं पकड़ा जाता, कोई किसी की बला अपने ज़िम्मा नहीं लेता

दुनिया में किसी की यक्साँ नहीं गुज़री

समय एक स्थिति पर नहीं रहता, परिस्थितियाँ बदलती रहती हैं

कौन किसी के आवे जावे, दाना-पानी खींच लावे

अतिथि भाग्य से आता है, जहाँ का दाना-पानी लिखा होता है वहीं जाता है

किसी के टुकड़ों पर पलना

बिना अधिकार के दूसरों की रोटियाँ खाना, ग़रीबी के कारण दूसरे की रोटियाँ खाना, दूसरे के घर खाना

किसी की आग में पड़ना

दूसरे शख़्स की मुसीबत अपने सर लेना और किसी मुसीबत में शरीक होना, हमदर्दी करना, दूसरे की मुसीबत में साथ देना

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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