खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"फ़क़ीर का घर बड़ा है" शब्द से संबंधित परिणाम

फ़क़ीर का घर बड़ा है

साधु को अपनी बुज़ुर्गी से सब कुछ प्राप्त हो जाता है

अल्लाह का घर बड़ा है

ख़ुदा बड़ा कारसाज़ है घबराने की बात नहीं

जोरू का मरना घर का ख़राबा है

पत्नी के मरने से घर उजड़ जाता है

ख़ाला जी का घर नहीं है

सरल काम नहीं, साधारण बात नहीं

मौसी का घर नहीं है

ख़ाला जी का घर नहीं है, आसान काम नहीं है, खेल नहीं है, किसी की सहजता और लापरवाही देखकर कहते हैं

आप का घर कहाँ है

जो व्यक्ति मूर्खों जैसी बातें करता है उससे कहते हैं अर्थ यह होता है कि आप बड़े सीधे-साधे हैं

नौकरी क्या है ख़ाला जी का घर है

रुक : नौकरी ख़ाला जी का घर नहीं

नानी जी का घर नहीं है

रुक : ख़ाला जी का घर नहीं, आसान काम नहीं, हंसी खेल नहीं है

समझ का घर दूर है

समझना बड़ी मुश्किल बात है बुद्धि और समझ मुश्किल से आती है

पराए घर का कूड़ा है

۔ (ओ) बेटी के हक़ में बोलती हैं कि वो दूसरे के घर ब्याही जाएगी

शर-ओ-फ़साद का घर है

झगड़े की जड़ है

घर का बाबा आदम निराला है

۔دیکھوس اِس گھر کا۔

घर में अल्लाह का दिया सब है

घर समृद्ध है, किसी चीज़ की कमी नहीं है

'ईद को धोबी का घर सूझता है

ऐसा बख़ील है कि साल भर में ईद के दिन धुले हुए कपड़े पहनता है

घर का बाबा आदम निराला है

हर बात नई है, हर बात निराली है, इस घर की हर बात अनोखी है

घर का बावा आदम निराला है

हर बात नई है, हर बात निराली है, इस घर की हर बात अनोखी है

सर का बाल घर की खेती है

जब चाहा बढ़ लिया जब चाहा काट दिया

ये नौकरी है ख़ाला जी का घर नहीं

नौकरी में समय की पाबंदी और हाज़िरी ज़रूरी है (नियमों का पालन न करने पर कहते हैं), ये नहीं कि जब मन किया चले गए, मानो कि बेतकल्लुफ़ी अथवा अनौपचारिकता का मिलना हो

पूछते पूछते ख़ुदा का घर मिल जाता है

कोशिश और प्रयत्न से कठिन से कठिन काम बन जाता है

धोबी का घर 'ईद ही को सूझता है

प्रले दर्जा के कंजूस और कृपण के बारे में बोलते हैं जो अपने कपड़े ईद के अलावा और किसी दिन न धुलवाए

इस घर का बाबा-आदम ही निराला है

यहाँ की जो बात है वह ज़माने से नई और अनोखी है

चाम का घर कुत्ता लिए जाता है

कमज़ोर वस्तु जलदी बिगड़ जाती है, मनुष्य जो वस्तु बनाए सशक्त बनाए, जिससे शीघ्र ही नष्ट न हो

आप का घर है

इस जगह या घर को अपना ही समझिए, निसंकोच या खुलकर रहिए

कोठी कुठले को हाथ न लगाओ, घर बार आप का है

ज़बानी बहुत हमदर्दी मगर कुछ देने को तैय्यार नहीं, क़ीमती चीज़ अपने क़बज़ा में, फ़ुज़ूल चीज़ों से दूसरों को ख़ुश करना होतो कहते हैं

घर में जोरू का नाम बहू बेगम रख लेने से क्या होता है

अपना सम्मान अपने मुँह से नहीं हुआ करता

साईं का घर दूर है जैसे लम्बी खजूर, चढ़े तो चाखे प्रेम रस गिरे तो चकना-चूर

ईश्वर को पाना बहुत कठिन है यदि पा ले तो इससे बढ़ कर कुछ नहीं न पाए तो तबाह हो जाए

'अदालत का बड़ा नाज़ुक मु'आमला है

क़ानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया बड़ी टेढ़ी खीर है, क़ानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया में घाटा ही होता है

सलामत रहे बहू जिस का बड़ा भरोसा है

हिंदूओं में बेटे और पोते का होना क्रिया-कर्म के लिए बहुत आवश्यक समझा जाता है इस लिए हर सास अपनी बहू की सलामती चाहती है

जीते का घर और मुए की गोर पहचानते हैं

यानी तुम्हारी चालाकियों को में ख़ूब जानता हूँ

साईं तेरी नेह का जिस तन लागा तीर, वही पूरा साध है वही पीर फ़क़ीर

जिसे ईश्वर से प्रेम है वो पूरा फ़क़ीर है एवं वही दर्वेश है

यूँ मत जी में जान तू कि मनुख बड़ा जग बीच, याद बिना करतार की है नीचन का नीच

जो ईश्वर को याद नहीं करता बड़ा नीच है चाहे कितना ही बड़ा आदमी हो

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में फ़क़ीर का घर बड़ा है के अर्थदेखिए

फ़क़ीर का घर बड़ा है

faqiir kaa ghar ba.Daa haiفَقِیر کا گَھر بَڑا ہے

कहावत

फ़क़ीर का घर बड़ा है के हिंदी अर्थ

  • साधु को अपनी बुज़ुर्गी से सब कुछ प्राप्त हो जाता है

فَقِیر کا گَھر بَڑا ہے کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • درویش کو اپنی کرامت سے سب کچھ حاصل ہو جاتا ہے

Urdu meaning of faqiir kaa ghar ba.Daa hai

  • Roman
  • Urdu

  • darvesh ko apnii karaamat se sab kuchh haasil ho jaataa hai

खोजे गए शब्द से संबंधित

फ़क़ीर का घर बड़ा है

साधु को अपनी बुज़ुर्गी से सब कुछ प्राप्त हो जाता है

अल्लाह का घर बड़ा है

ख़ुदा बड़ा कारसाज़ है घबराने की बात नहीं

जोरू का मरना घर का ख़राबा है

पत्नी के मरने से घर उजड़ जाता है

ख़ाला जी का घर नहीं है

सरल काम नहीं, साधारण बात नहीं

मौसी का घर नहीं है

ख़ाला जी का घर नहीं है, आसान काम नहीं है, खेल नहीं है, किसी की सहजता और लापरवाही देखकर कहते हैं

आप का घर कहाँ है

जो व्यक्ति मूर्खों जैसी बातें करता है उससे कहते हैं अर्थ यह होता है कि आप बड़े सीधे-साधे हैं

नौकरी क्या है ख़ाला जी का घर है

रुक : नौकरी ख़ाला जी का घर नहीं

नानी जी का घर नहीं है

रुक : ख़ाला जी का घर नहीं, आसान काम नहीं, हंसी खेल नहीं है

समझ का घर दूर है

समझना बड़ी मुश्किल बात है बुद्धि और समझ मुश्किल से आती है

पराए घर का कूड़ा है

۔ (ओ) बेटी के हक़ में बोलती हैं कि वो दूसरे के घर ब्याही जाएगी

शर-ओ-फ़साद का घर है

झगड़े की जड़ है

घर का बाबा आदम निराला है

۔دیکھوس اِس گھر کا۔

घर में अल्लाह का दिया सब है

घर समृद्ध है, किसी चीज़ की कमी नहीं है

'ईद को धोबी का घर सूझता है

ऐसा बख़ील है कि साल भर में ईद के दिन धुले हुए कपड़े पहनता है

घर का बाबा आदम निराला है

हर बात नई है, हर बात निराली है, इस घर की हर बात अनोखी है

घर का बावा आदम निराला है

हर बात नई है, हर बात निराली है, इस घर की हर बात अनोखी है

सर का बाल घर की खेती है

जब चाहा बढ़ लिया जब चाहा काट दिया

ये नौकरी है ख़ाला जी का घर नहीं

नौकरी में समय की पाबंदी और हाज़िरी ज़रूरी है (नियमों का पालन न करने पर कहते हैं), ये नहीं कि जब मन किया चले गए, मानो कि बेतकल्लुफ़ी अथवा अनौपचारिकता का मिलना हो

पूछते पूछते ख़ुदा का घर मिल जाता है

कोशिश और प्रयत्न से कठिन से कठिन काम बन जाता है

धोबी का घर 'ईद ही को सूझता है

प्रले दर्जा के कंजूस और कृपण के बारे में बोलते हैं जो अपने कपड़े ईद के अलावा और किसी दिन न धुलवाए

इस घर का बाबा-आदम ही निराला है

यहाँ की जो बात है वह ज़माने से नई और अनोखी है

चाम का घर कुत्ता लिए जाता है

कमज़ोर वस्तु जलदी बिगड़ जाती है, मनुष्य जो वस्तु बनाए सशक्त बनाए, जिससे शीघ्र ही नष्ट न हो

आप का घर है

इस जगह या घर को अपना ही समझिए, निसंकोच या खुलकर रहिए

कोठी कुठले को हाथ न लगाओ, घर बार आप का है

ज़बानी बहुत हमदर्दी मगर कुछ देने को तैय्यार नहीं, क़ीमती चीज़ अपने क़बज़ा में, फ़ुज़ूल चीज़ों से दूसरों को ख़ुश करना होतो कहते हैं

घर में जोरू का नाम बहू बेगम रख लेने से क्या होता है

अपना सम्मान अपने मुँह से नहीं हुआ करता

साईं का घर दूर है जैसे लम्बी खजूर, चढ़े तो चाखे प्रेम रस गिरे तो चकना-चूर

ईश्वर को पाना बहुत कठिन है यदि पा ले तो इससे बढ़ कर कुछ नहीं न पाए तो तबाह हो जाए

'अदालत का बड़ा नाज़ुक मु'आमला है

क़ानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया बड़ी टेढ़ी खीर है, क़ानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया में घाटा ही होता है

सलामत रहे बहू जिस का बड़ा भरोसा है

हिंदूओं में बेटे और पोते का होना क्रिया-कर्म के लिए बहुत आवश्यक समझा जाता है इस लिए हर सास अपनी बहू की सलामती चाहती है

जीते का घर और मुए की गोर पहचानते हैं

यानी तुम्हारी चालाकियों को में ख़ूब जानता हूँ

साईं तेरी नेह का जिस तन लागा तीर, वही पूरा साध है वही पीर फ़क़ीर

जिसे ईश्वर से प्रेम है वो पूरा फ़क़ीर है एवं वही दर्वेश है

यूँ मत जी में जान तू कि मनुख बड़ा जग बीच, याद बिना करतार की है नीचन का नीच

जो ईश्वर को याद नहीं करता बड़ा नीच है चाहे कितना ही बड़ा आदमी हो

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (फ़क़ीर का घर बड़ा है)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

फ़क़ीर का घर बड़ा है

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone