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और रोना ही क्या है

यही सोच तो है

है ही क्या

कुछ नहीं है, कुछ है ही नहीं (किसी वास्तु की अनुपस्थिति या बहुत ही कम होने को व्यक्त करने के लिए उपयोग किया जाता है)

राड़ ही क्या है

झगड़ा ही किया है, कुछ बड़ी बात नहीं

होता ही क्या है

कुछ नहीं होता, बिलकुल गुज़ारा नहीं होता

बात ही क्या है

बहुत आसान है, कोई मुश्किल बात नहीं है

झग्ड़ा ही क्या है

साफ़ बात में तकरार क्या

कहना ही क्या है

क्या ही बात है, प्रशंसा कैसे की जा सकती है

हरज ही क्या है

कोई मज़ाइक़ा नहीं, कोई बुराई या नुक़्सान नहीं

धरा ही क्या है

there is nothing in it

ये बात ही क्या है

۔ये कोई मुश्किल काम नहीं है।

क्या ही मुट्ठी पकड़ी है

बहुत शक्तिशाली है

नौकरी और अरंड की जड़ ही क्या

रुक : नौकरी अरंड की जड़ है

नौकरी और अरंड की जढ़ ही क्या

रुक : नौकरी अरंड की जड़ है

ज़ालिम की चाल ही और है

अत्याचारी के तरीक़े अलग होते हैं, ज़ालिम के तरीक़े मुख़्तलिफ़ होते हैं

दिल का कुछ और ही नक़्शा है

दिल घबराता है, दिल परेशान है

दिल का कुछ और ही नक़्शा है

दिल घबराता है, दिल परेशान है

ऐसी क्या तेरे ही तले गंगा बहती है

तुझ में कौन सी ऐसी विशेषता है कि जो कुछ तू चाहे वही होगा, क्या तेरे अतिरिक्त कोई दूसरा नहीं कर सकता

करना और ख़ुदा का क्या होता है

۔کیا واقعہ پیش آتا ہے۔ عجیب واقعہ پیش آتا ہے۔

दस्तार और गुफ़्तार अपनी ही काम आती है

अपने हाथ से अपनी पगड़ी (दोपट्टा) बांधना चाहिए और अपनी बात ख़ुद ही कहना मुनासिब है दोसे के ज़रीये दोनों ठीक नहीं क्यों कि अपनी बात या मतलब को जैसे ख़ुद कह सकता है इस तरह दूसरे से अदा नहीं हो सकता

किरिया और तरकारी खाने ही के लिए है

झूठी सौगंध खाए तो उसकी औचित्यता में कहते हैं

चूना और चमार कूटे ही ठीक रहता है

चूने को जितना ज़्यादा कूटें उतना ही मज़बूत होता है, चमार को जूते लगते रहें तो दुरुस्त रहता है

और ही बात है

अनोखी स्थिति है, अजीब आनंद है

क़ाज़ी जी खाना आया, हमें क्या, तुम्हारे लिए ही है, फिर क्या

बेकार में हर काम में हस्तक्षेप करने वाले के संबंधित कहते हैं

जहाँ और दरख़्त नहीं वहाँ अरनड ही दरख़्त है

जहां लायक़ नहीं होते, वहां कम लियाक़त ही लियाक़तदार होजाते हैं, जहां कोई शैय बेहतर ना हो वहां कमतर ही सही, रुक: जहां रूख नहीं अलख

क़ाज़ी जी खाना आया, हमें क्या, तुम्हारे ही लिए है, फिर तुम्हें क्या

बेकार में हर काम में हस्तक्षेप करने वाले के संबंधित कहते हैं

ऐसी क्या तेरे ही तले गंगा बहे है

तुझ में कौन सी ऐसी विशेषता है कि जो कुछ तू चाहे वही होगा, क्या तेरे अतिरिक्त कोई दूसरा नहीं कर सकता

आँख ही फूटी तो भौं से क्या काम है

जो बात या विषय ही संबंध का कारण था जब वही न रहा तो फिर संबंध कैसा, जड़ न हो तो शाख़ें बेकार हैं

पान और ईमान फेरे ही से अच्छा रहता है

यदि देख-रेख न की जाए तो पान गल जाते हैं, ईमान बिना तौबा के सुरक्षित नहीं रहता

ये दुनिया दिन चार है संग न तेरे जा, साईं का रख आसरा और वा से ही नेह लगा

ये संसार नश्वर है, ईश्वर से ध्यान लगा

मुल्ला जी क्या कहें, आख़ूंद जी पहले ही समझे हुए हैं

बे मेहनत-ओ-मशक़्क़त अपना काम कर लेना

मुल्ला जी क्या कहें, आख़ून जी आगे ही समझे हुए हैं

बे मेहनत-ओ-मशक़्क़त अपना काम कर लेना

सूरज को क्या आर्सी ही ले के देखते हैं

जो बात ज़ाहिर हो उस की तशरीअ की ज़रूरत नहीं होती

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में और रोना ही क्या है के अर्थदेखिए

और रोना ही क्या है

aur ronaa hii kyaa haiاَور رونا ہی کیا ہے

वाक्य

और रोना ही क्या है के हिंदी अर्थ

  • यही सोच तो है

اَور رونا ہی کیا ہے کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • یہی سوچ اور فکر تو ہے

Urdu meaning of aur ronaa hii kyaa hai

  • Roman
  • Urdu

  • yahii soch aur fikr to hai

खोजे गए शब्द से संबंधित

और रोना ही क्या है

यही सोच तो है

है ही क्या

कुछ नहीं है, कुछ है ही नहीं (किसी वास्तु की अनुपस्थिति या बहुत ही कम होने को व्यक्त करने के लिए उपयोग किया जाता है)

राड़ ही क्या है

झगड़ा ही किया है, कुछ बड़ी बात नहीं

होता ही क्या है

कुछ नहीं होता, बिलकुल गुज़ारा नहीं होता

बात ही क्या है

बहुत आसान है, कोई मुश्किल बात नहीं है

झग्ड़ा ही क्या है

साफ़ बात में तकरार क्या

कहना ही क्या है

क्या ही बात है, प्रशंसा कैसे की जा सकती है

हरज ही क्या है

कोई मज़ाइक़ा नहीं, कोई बुराई या नुक़्सान नहीं

धरा ही क्या है

there is nothing in it

ये बात ही क्या है

۔ये कोई मुश्किल काम नहीं है।

क्या ही मुट्ठी पकड़ी है

बहुत शक्तिशाली है

नौकरी और अरंड की जड़ ही क्या

रुक : नौकरी अरंड की जड़ है

नौकरी और अरंड की जढ़ ही क्या

रुक : नौकरी अरंड की जड़ है

ज़ालिम की चाल ही और है

अत्याचारी के तरीक़े अलग होते हैं, ज़ालिम के तरीक़े मुख़्तलिफ़ होते हैं

दिल का कुछ और ही नक़्शा है

दिल घबराता है, दिल परेशान है

दिल का कुछ और ही नक़्शा है

दिल घबराता है, दिल परेशान है

ऐसी क्या तेरे ही तले गंगा बहती है

तुझ में कौन सी ऐसी विशेषता है कि जो कुछ तू चाहे वही होगा, क्या तेरे अतिरिक्त कोई दूसरा नहीं कर सकता

करना और ख़ुदा का क्या होता है

۔کیا واقعہ پیش آتا ہے۔ عجیب واقعہ پیش آتا ہے۔

दस्तार और गुफ़्तार अपनी ही काम आती है

अपने हाथ से अपनी पगड़ी (दोपट्टा) बांधना चाहिए और अपनी बात ख़ुद ही कहना मुनासिब है दोसे के ज़रीये दोनों ठीक नहीं क्यों कि अपनी बात या मतलब को जैसे ख़ुद कह सकता है इस तरह दूसरे से अदा नहीं हो सकता

किरिया और तरकारी खाने ही के लिए है

झूठी सौगंध खाए तो उसकी औचित्यता में कहते हैं

चूना और चमार कूटे ही ठीक रहता है

चूने को जितना ज़्यादा कूटें उतना ही मज़बूत होता है, चमार को जूते लगते रहें तो दुरुस्त रहता है

और ही बात है

अनोखी स्थिति है, अजीब आनंद है

क़ाज़ी जी खाना आया, हमें क्या, तुम्हारे लिए ही है, फिर क्या

बेकार में हर काम में हस्तक्षेप करने वाले के संबंधित कहते हैं

जहाँ और दरख़्त नहीं वहाँ अरनड ही दरख़्त है

जहां लायक़ नहीं होते, वहां कम लियाक़त ही लियाक़तदार होजाते हैं, जहां कोई शैय बेहतर ना हो वहां कमतर ही सही, रुक: जहां रूख नहीं अलख

क़ाज़ी जी खाना आया, हमें क्या, तुम्हारे ही लिए है, फिर तुम्हें क्या

बेकार में हर काम में हस्तक्षेप करने वाले के संबंधित कहते हैं

ऐसी क्या तेरे ही तले गंगा बहे है

तुझ में कौन सी ऐसी विशेषता है कि जो कुछ तू चाहे वही होगा, क्या तेरे अतिरिक्त कोई दूसरा नहीं कर सकता

आँख ही फूटी तो भौं से क्या काम है

जो बात या विषय ही संबंध का कारण था जब वही न रहा तो फिर संबंध कैसा, जड़ न हो तो शाख़ें बेकार हैं

पान और ईमान फेरे ही से अच्छा रहता है

यदि देख-रेख न की जाए तो पान गल जाते हैं, ईमान बिना तौबा के सुरक्षित नहीं रहता

ये दुनिया दिन चार है संग न तेरे जा, साईं का रख आसरा और वा से ही नेह लगा

ये संसार नश्वर है, ईश्वर से ध्यान लगा

मुल्ला जी क्या कहें, आख़ूंद जी पहले ही समझे हुए हैं

बे मेहनत-ओ-मशक़्क़त अपना काम कर लेना

मुल्ला जी क्या कहें, आख़ून जी आगे ही समझे हुए हैं

बे मेहनत-ओ-मशक़्क़त अपना काम कर लेना

सूरज को क्या आर्सी ही ले के देखते हैं

जो बात ज़ाहिर हो उस की तशरीअ की ज़रूरत नहीं होती

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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