खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"काम की" शब्द से संबंधित परिणाम

काम की

useful

काम की बात

۔مطلب کی بات۔ کارآمد بات۔ ؎

काम की बात करो

Cut to the chase, Come to the point

काम-किरोध

भावना की प्रबलता, बैर और आदतें, कामुक इच्छाएँ और गु़स्सा

किस काम की

बेमुसर्रफ़, फ़ुज़ूल, बे कार, बेमानी

यार की यारी से काम, यार की बातों से क्या काम

मित्र की मित्रता से उद्देश्य है उसके कार्यों से क्या मतलब, यह कहावत दोस्त के दोषों पर ध्यान न देने के अवसर पर बोलते हैं

मशीन की तरह काम करना

तेज़, नियमित और लगातार काम करते रहना

हम को यार की यारी से काम , यार की बातों से क्या काम

अपने काम से काम रखना, अपना फ़ायदा हासिल करना, दूसरे की नुक़्सान की पर्वा ना करना, अपना उल्लू सीधा करना

जिस की बीवी से काम उसकी लाैंडी से क्या काम

यदि काम हो तो अधिकोरियों के पास जाना चाहिए सहायकों के पास नहीं

पीर की पीरी से काम पीर के फ़े'लों से क्या काम

۔मक़ूला। (ओ)बुज़ुर्ग की बुजु़र्गी से मतलब है इस के अफ़आल की तहक़ीक़ात फ़ुज़ूल है

यार की यारी से काम उस के फे़'लों से क्या काम

मित्र की मित्रता से उद्देश्य है उसके कार्यों से क्या मतलब, यह कहावत दोस्त के दोषों पर ध्यान न देने के अवसर पर बोलते हैं

यार की यारी से काम यार के फ़े'लों से क्या काम

मित्र की मित्रता से उद्देश्य है उसके कार्यों से क्या मतलब, यह कहावत दोस्त के दोषों पर ध्यान न देने के अवसर पर बोलते हैं

क़ाज़ी की मूँछ है बेगार का काम

यह कहावत अन्यायी न्यायाधीशों के संबंध में कही जाती है कि वे वादी और प्रतिवादी से मज]दूरी लिया करते हैं

पैसे की जगह धेले में काम निकालना

बुख़ल करना

काम करने की सौ राहें हैं , न करने की एक नहीं

काम सिदक़ नी्यत से किया जाये तो कई तरीक़े निकल आते हैं अगरना करने की नी्यत हो तो कोई तरीक़ा नहीं निकलता

चून की सौत बुरी और साझे का काम

सोकन और साझे काम दोनों ही झगड़े की जड़ होते हैं

बुड्ढे की सीख करे काम को ठीक

बुज़ुर्गों की सलाह बहुत लाभदायक होती है

तू गधी कुम्हार की तुझे राम से क्या काम

अपनी हैसियत को देखो, अपने जामे में रहो, जैसी हैसियत है ऐसे ही बात करो

यार के फ़े'लों से क्या है, यार की यारी से काम

मित्र की मित्रता से उद्देश्य है उसके कार्यों से क्या मतलब, यह कहावत दोस्त के दोषों पर ध्यान न देने के अवसर पर बोलते हैं

यार की यारी से मतलब उस की 'अय्यारी से क्या काम

मित्र की मित्रता से उद्देश्य है उसके कार्यों से क्या मतलब, यह कहावत दोस्त के दोषों पर ध्यान न देने के अवसर पर बोलते हैं

गाड़ी भर आश्नाई काम की नहीं मगर रत्ती भर नाता काम आता है

ज़रा सी क़राबत बहुत सी दोस्ती पर ग़ालिब होती है, वक़्त पड़ने पर रिश्तेदार ही काम आते हैं, बुरे वक़्त पर अपने ही साथ देते हैं

रेत की दीवार , ओछा यार , किसी काम का नहीं

दोनों को उस्तिवार और क़ियाम नहीं

सौकन बुरी है चून की और साझे का काम, कांटा बुरा करेल का और बदरी की घाम

सौत बराए-नाम हो तो भी बुरी है यही हाल साझे के काम का है, करेल का कांटा और बरसात की घमस भी अच्छी नहीं

घटे बढ़े की सार न जाने पेट भरन से काम

बेवक़ूफ़ों को पेट पालने ही से काम होता है

थोड़ मोल की कामिली करे बड़ों का काम, मह्मूदी और बाफ़्ता सब की रक्खे मान

थोड़ी क़ीमत की चीज़ भी वैसा ही काम देती है जैसी अधिक क़ीमत

काम क्रोध, मध, लोभ की जब मन में होवे खान, का पंडित का मूर्खा दोऊ एक समान

काम वासना, क्रोध, घमंड और लोभ अर्थात लालच अगर दिल में हों तो ज्ञानी एवं अनपढ़ दोनों बराबर हैं

कांटा बुरा करेल का और बदली की घाम, सौकन है बुरी चून की और साझे का काम

सौत बराए-नाम हो तो भी बुरी है यही हाल साझे के काम का है, करेल का कांटा और बरसात की घमस भी अच्छी नहीं

माघ पूस की बादरी और कुँवार का घाम, इन सब को झेल कर करे पराया काम

नौकरी करनी आसान नहीं है इस में माघ और पोस की बारिश, कुआर की गर्मी बर्दाश्त करनी पड़ती है तब मालिक का काम होता है, नौकरी में गर्मी, सर्दी, बरसात सब को झेलना पड़ता है

माघ पूस की बादरी और कुवार का घाम, इन सब को झेल कर करे पराया काम

नौकरी करना आसान नहीं है इस में माघ और पूस की बारिश कुवार की गर्मी झेलनी पड़ती है तब मालिक का काम होता है

तुझ पड़े जो हादिसा दिल में मत घबरा जब साईं की हो दया काम तुरत बन जा

अगर मुसीबत पड़े तो घबराना नहीं चाहिए ईश्वर की कृपा हो तो सब काम बन जाएंगे

टंटा मत कर जब तल्क बिन टंटे हो काम, टंटा बिस की बेल है या का मत ले नाम

जब तक हो सके किसी काम में झगड़ा नहीं करना चाहिए झगड़े में हानि होती है

जा की जा से लगन है वाही वा को राम, रूँग-रूँग से बिसरा हो ना काहू से काम

जिसको जिससे प्रेम होता है वह उसी की धुन में रहता है किसी और से उसे कोई संबंध नहीं रहता

टंटा मत कर जब तल्क बिन टंटे होए काम, टंटा बिस की बेल है या का मत ले नाम

जब तक हो सके किसी काम में झगड़ा नहीं करना चाहिए झगड़े में हानि होती है

कोई जिए कि मरे उन को अपने काम से काम

۔मक़ूला। ख़ुदग़रज़ आदमी की निसबत कहते हैं जिस को किसी के रंज विरह हित की पर्वा ना हो।

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में काम की के अर्थदेखिए

काम की

kaam kiiکام کی

English meaning of kaam kii

  • useful

Urdu meaning of kaam kii

  • Roman
  • Urdu

खोजे गए शब्द से संबंधित

काम की

useful

काम की बात

۔مطلب کی بات۔ کارآمد بات۔ ؎

काम की बात करो

Cut to the chase, Come to the point

काम-किरोध

भावना की प्रबलता, बैर और आदतें, कामुक इच्छाएँ और गु़स्सा

किस काम की

बेमुसर्रफ़, फ़ुज़ूल, बे कार, बेमानी

यार की यारी से काम, यार की बातों से क्या काम

मित्र की मित्रता से उद्देश्य है उसके कार्यों से क्या मतलब, यह कहावत दोस्त के दोषों पर ध्यान न देने के अवसर पर बोलते हैं

मशीन की तरह काम करना

तेज़, नियमित और लगातार काम करते रहना

हम को यार की यारी से काम , यार की बातों से क्या काम

अपने काम से काम रखना, अपना फ़ायदा हासिल करना, दूसरे की नुक़्सान की पर्वा ना करना, अपना उल्लू सीधा करना

जिस की बीवी से काम उसकी लाैंडी से क्या काम

यदि काम हो तो अधिकोरियों के पास जाना चाहिए सहायकों के पास नहीं

पीर की पीरी से काम पीर के फ़े'लों से क्या काम

۔मक़ूला। (ओ)बुज़ुर्ग की बुजु़र्गी से मतलब है इस के अफ़आल की तहक़ीक़ात फ़ुज़ूल है

यार की यारी से काम उस के फे़'लों से क्या काम

मित्र की मित्रता से उद्देश्य है उसके कार्यों से क्या मतलब, यह कहावत दोस्त के दोषों पर ध्यान न देने के अवसर पर बोलते हैं

यार की यारी से काम यार के फ़े'लों से क्या काम

मित्र की मित्रता से उद्देश्य है उसके कार्यों से क्या मतलब, यह कहावत दोस्त के दोषों पर ध्यान न देने के अवसर पर बोलते हैं

क़ाज़ी की मूँछ है बेगार का काम

यह कहावत अन्यायी न्यायाधीशों के संबंध में कही जाती है कि वे वादी और प्रतिवादी से मज]दूरी लिया करते हैं

पैसे की जगह धेले में काम निकालना

बुख़ल करना

काम करने की सौ राहें हैं , न करने की एक नहीं

काम सिदक़ नी्यत से किया जाये तो कई तरीक़े निकल आते हैं अगरना करने की नी्यत हो तो कोई तरीक़ा नहीं निकलता

चून की सौत बुरी और साझे का काम

सोकन और साझे काम दोनों ही झगड़े की जड़ होते हैं

बुड्ढे की सीख करे काम को ठीक

बुज़ुर्गों की सलाह बहुत लाभदायक होती है

तू गधी कुम्हार की तुझे राम से क्या काम

अपनी हैसियत को देखो, अपने जामे में रहो, जैसी हैसियत है ऐसे ही बात करो

यार के फ़े'लों से क्या है, यार की यारी से काम

मित्र की मित्रता से उद्देश्य है उसके कार्यों से क्या मतलब, यह कहावत दोस्त के दोषों पर ध्यान न देने के अवसर पर बोलते हैं

यार की यारी से मतलब उस की 'अय्यारी से क्या काम

मित्र की मित्रता से उद्देश्य है उसके कार्यों से क्या मतलब, यह कहावत दोस्त के दोषों पर ध्यान न देने के अवसर पर बोलते हैं

गाड़ी भर आश्नाई काम की नहीं मगर रत्ती भर नाता काम आता है

ज़रा सी क़राबत बहुत सी दोस्ती पर ग़ालिब होती है, वक़्त पड़ने पर रिश्तेदार ही काम आते हैं, बुरे वक़्त पर अपने ही साथ देते हैं

रेत की दीवार , ओछा यार , किसी काम का नहीं

दोनों को उस्तिवार और क़ियाम नहीं

सौकन बुरी है चून की और साझे का काम, कांटा बुरा करेल का और बदरी की घाम

सौत बराए-नाम हो तो भी बुरी है यही हाल साझे के काम का है, करेल का कांटा और बरसात की घमस भी अच्छी नहीं

घटे बढ़े की सार न जाने पेट भरन से काम

बेवक़ूफ़ों को पेट पालने ही से काम होता है

थोड़ मोल की कामिली करे बड़ों का काम, मह्मूदी और बाफ़्ता सब की रक्खे मान

थोड़ी क़ीमत की चीज़ भी वैसा ही काम देती है जैसी अधिक क़ीमत

काम क्रोध, मध, लोभ की जब मन में होवे खान, का पंडित का मूर्खा दोऊ एक समान

काम वासना, क्रोध, घमंड और लोभ अर्थात लालच अगर दिल में हों तो ज्ञानी एवं अनपढ़ दोनों बराबर हैं

कांटा बुरा करेल का और बदली की घाम, सौकन है बुरी चून की और साझे का काम

सौत बराए-नाम हो तो भी बुरी है यही हाल साझे के काम का है, करेल का कांटा और बरसात की घमस भी अच्छी नहीं

माघ पूस की बादरी और कुँवार का घाम, इन सब को झेल कर करे पराया काम

नौकरी करनी आसान नहीं है इस में माघ और पोस की बारिश, कुआर की गर्मी बर्दाश्त करनी पड़ती है तब मालिक का काम होता है, नौकरी में गर्मी, सर्दी, बरसात सब को झेलना पड़ता है

माघ पूस की बादरी और कुवार का घाम, इन सब को झेल कर करे पराया काम

नौकरी करना आसान नहीं है इस में माघ और पूस की बारिश कुवार की गर्मी झेलनी पड़ती है तब मालिक का काम होता है

तुझ पड़े जो हादिसा दिल में मत घबरा जब साईं की हो दया काम तुरत बन जा

अगर मुसीबत पड़े तो घबराना नहीं चाहिए ईश्वर की कृपा हो तो सब काम बन जाएंगे

टंटा मत कर जब तल्क बिन टंटे हो काम, टंटा बिस की बेल है या का मत ले नाम

जब तक हो सके किसी काम में झगड़ा नहीं करना चाहिए झगड़े में हानि होती है

जा की जा से लगन है वाही वा को राम, रूँग-रूँग से बिसरा हो ना काहू से काम

जिसको जिससे प्रेम होता है वह उसी की धुन में रहता है किसी और से उसे कोई संबंध नहीं रहता

टंटा मत कर जब तल्क बिन टंटे होए काम, टंटा बिस की बेल है या का मत ले नाम

जब तक हो सके किसी काम में झगड़ा नहीं करना चाहिए झगड़े में हानि होती है

कोई जिए कि मरे उन को अपने काम से काम

۔मक़ूला। ख़ुदग़रज़ आदमी की निसबत कहते हैं जिस को किसी के रंज विरह हित की पर्वा ना हो।

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (काम की)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

काम की

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone