खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"घर में कानी चिड़िया नहीं" शब्द से संबंधित परिणाम

घर में कानी चिड़िया नहीं

घर में कोई उपस्थित नहीं, ख़ाली पड़ा है

घर में घर अच्छा नहीं होता

घर के अंदर दूसरा घर बनाने को अशुभ समझते हैं

जंगल में खेती नहीं, बस्ती में नहीं घर

कहीं कुछ न होना, अत्यंत निर्धन है

बिजली मेहमान, घर में नहीं तिनका

जब कोई निर्धन किसी धनवान व्यक्ति की दा'वत करे तो व्यंग में कहते हैं

दो घर मुसलमानी उन में भी आना कानी

मुस्लमानों की नाइत्तिफ़ाक़ी की तरफ़ इशारा है कि गांव में दो मुस्लमान हूँ तो वो बी आपस में लड़ते रहते हैं, थोड़े से आदमी इन में भी नाइत्तिफ़ाक़ी

घर में नहीं तागा, अलबेला माँगे पागा

निर्धनता में बड़ी बड़ी इच्छाएं रखना, चाहे पिता निर्धन हो परंतु पुत्र को छैला बनना अनिवार्य है

घर में भूनी भाँग नहीं

कोई निर्धनता की हालात में बड़ी बड़ी आशाएँ या ग़रीबी में अमीरों की रेस करे तो उस के प्रति कहते हैं

घर में भूनी भाँग नहीं

कोई निर्धनता की हालात में बड़ी बड़ी आशाएँ या ग़रीबी में अमीरों की रेस करे तो उस के प्रति कहते हैं

घर में चिराग़ नहीं बाहर मश'अल

निर्धन आदमी दिखावे के लिए ख़र्च करे तो उस समय कहते हैं

घर में ख़र्च नहीं और डेवढ़ी पर नाच

निर्धन डींग हाँकने वाले के प्रति कहते हैं कि अपनी सामर्थ से बढ़ कर ख़र्च करता है

ख़ुदा के घर में क्या इंसाफ़ नहीं

भगवान न्याय करता है वह अत्याचार की सज़ा ज़रूर देता है

ख़ुदा के घर में कमी नहीं है

अल्लाह हर चीज़ पर क़ादिर है

ख़ुदा के घर में कौनसी शय नहीं

अल्लाह हर चीज़ पर क़ादिर है

घर में अनाज नहीं मुल्क का करें राज

पास कुछ नहीं, बड़ाई बहुत

घर में भूनी भाँग नहीं और उल्फ़त सब्ज़ा रंगों से

निर्धनता में अय्याशी का शौक़

घर में भोनी भाँग नहीं और न्यौते साठ

कोई निर्धनता की हालात में बड़ी बड़ी आशाएँ या ग़रीबी में अमीरों की रेस करे तो उस के प्रति कहते हैं

कौनसा घर है जिस में मौत नहीं आती

मौत हर जगह आती है, हर जगह रहने वाले मरते हैं

घर में नहीं कौड़ी गट्टे वाले होत

निर्धन डींग मारने वाले के प्रति कहते हैं

घर में नहीं बूर, बेटा माँगे मोती चूर

बच्चा अपने बाप के सामर्थ से अधिक कुछ माँगे तो कहते हैं

घर में नहीं दाने बुढ़िया बीबी चली भुनाने

ग़रीब डींग मारने वाले के बारे में कहते हैं

घर में नहीं अनाज, मुल्क का करें राज

निर्धनता में भी बड़ी बड़ी इच्छाएँ करना

घर में नहीं दाने अम्माँ चलीं भुनाने

ग़रीब डींग मारने वाले के बारे में कहते हैं

घर में खाने को नहीं, अटारी पर धुवाँ

शेख़ी करने वाले के संबंध में कहते हैं, घर में खाने को नहीं, फिर भी अटारी पर धुआँ कर रहे हैं, जिस से कोई समझे कि भोजन बन रहा है

कौन सा घर है जिस में मौत नहीं आई

मुसीबत और तकलीफ़ से कोई जगह ख़ाली नहीं

जिस घर में सन्पत नहीं ता से भला बदेस

(हिंदू) इस वतन से परदेस बेहतर है जहां रोटी मयस्सर ना आए, या इस घर से निघरा रहना अच्छा जहां ना इत्तिफ़ाक़ी हो वार हो वक़्त लड़ाई रहे

गर्मी सब्ज़ह रंगों से और घर में भूनी भाँग नहीं

निर्धनता में अय्याशी का शौक़

घर में भोनी भाँग नहीं और उल्फ़त सब्ज़ रंगों से

कोई निर्धनता की हालात में बड़ी बड़ी आशाएँ या ग़रीबी में अमीरों की रेस करे तो उस के प्रति कहते हैं

गर्मी सब्ज़ा रंगों से और घर में भूनी भंग नहीं

निर्धनता में अय्याशी का शौक़

घर में नहीं दाने अम्माँ बीबी चली भुनाने

ग़रीब डींग मारने वाले के बारे में कहते हैं

घर में चने का चून नहीं, गेहूँ की दो पो लाइयो

ग़रीब बड़बोले के संबंध में कहते हैं

घर में भोनी भाँग नहीं और बाहर न्योते सात

कोई निर्धनता की हालात में बड़ी बड़ी आशाएँ या ग़रीबी में अमीरों की रेस करे तो उस के प्रति कहते हैं

घर में भोनी भाँग नहीं और बाहर न्योते सात

कोई निर्धनता की हालात में बड़ी बड़ी आशाएँ या ग़रीबी में अमीरों की रेस करे तो उस के प्रति कहते हैं

बाहर मियाँ अब्बे-तब्बे घर में भूनी भंग नहीं

मुफ़लिस और ज़ाहिरी नमूद वाले हैं

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में घर में कानी चिड़िया नहीं के अर्थदेखिए

घर में कानी चिड़िया नहीं

ghar me.n kaanii chi.Diyaa nahii.nگَھر میں کانی چِڑیا نَہیں

वाक्य

घर में कानी चिड़िया नहीं के हिंदी अर्थ

  • घर में कोई उपस्थित नहीं, ख़ाली पड़ा है

گَھر میں کانی چِڑیا نَہیں کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • گھر میں کوئی موجود نہیں ، خالی پڑاہے.

खोजे गए शब्द से संबंधित

घर में कानी चिड़िया नहीं

घर में कोई उपस्थित नहीं, ख़ाली पड़ा है

घर में घर अच्छा नहीं होता

घर के अंदर दूसरा घर बनाने को अशुभ समझते हैं

जंगल में खेती नहीं, बस्ती में नहीं घर

कहीं कुछ न होना, अत्यंत निर्धन है

बिजली मेहमान, घर में नहीं तिनका

जब कोई निर्धन किसी धनवान व्यक्ति की दा'वत करे तो व्यंग में कहते हैं

दो घर मुसलमानी उन में भी आना कानी

मुस्लमानों की नाइत्तिफ़ाक़ी की तरफ़ इशारा है कि गांव में दो मुस्लमान हूँ तो वो बी आपस में लड़ते रहते हैं, थोड़े से आदमी इन में भी नाइत्तिफ़ाक़ी

घर में नहीं तागा, अलबेला माँगे पागा

निर्धनता में बड़ी बड़ी इच्छाएं रखना, चाहे पिता निर्धन हो परंतु पुत्र को छैला बनना अनिवार्य है

घर में भूनी भाँग नहीं

कोई निर्धनता की हालात में बड़ी बड़ी आशाएँ या ग़रीबी में अमीरों की रेस करे तो उस के प्रति कहते हैं

घर में भूनी भाँग नहीं

कोई निर्धनता की हालात में बड़ी बड़ी आशाएँ या ग़रीबी में अमीरों की रेस करे तो उस के प्रति कहते हैं

घर में चिराग़ नहीं बाहर मश'अल

निर्धन आदमी दिखावे के लिए ख़र्च करे तो उस समय कहते हैं

घर में ख़र्च नहीं और डेवढ़ी पर नाच

निर्धन डींग हाँकने वाले के प्रति कहते हैं कि अपनी सामर्थ से बढ़ कर ख़र्च करता है

ख़ुदा के घर में क्या इंसाफ़ नहीं

भगवान न्याय करता है वह अत्याचार की सज़ा ज़रूर देता है

ख़ुदा के घर में कमी नहीं है

अल्लाह हर चीज़ पर क़ादिर है

ख़ुदा के घर में कौनसी शय नहीं

अल्लाह हर चीज़ पर क़ादिर है

घर में अनाज नहीं मुल्क का करें राज

पास कुछ नहीं, बड़ाई बहुत

घर में भूनी भाँग नहीं और उल्फ़त सब्ज़ा रंगों से

निर्धनता में अय्याशी का शौक़

घर में भोनी भाँग नहीं और न्यौते साठ

कोई निर्धनता की हालात में बड़ी बड़ी आशाएँ या ग़रीबी में अमीरों की रेस करे तो उस के प्रति कहते हैं

कौनसा घर है जिस में मौत नहीं आती

मौत हर जगह आती है, हर जगह रहने वाले मरते हैं

घर में नहीं कौड़ी गट्टे वाले होत

निर्धन डींग मारने वाले के प्रति कहते हैं

घर में नहीं बूर, बेटा माँगे मोती चूर

बच्चा अपने बाप के सामर्थ से अधिक कुछ माँगे तो कहते हैं

घर में नहीं दाने बुढ़िया बीबी चली भुनाने

ग़रीब डींग मारने वाले के बारे में कहते हैं

घर में नहीं अनाज, मुल्क का करें राज

निर्धनता में भी बड़ी बड़ी इच्छाएँ करना

घर में नहीं दाने अम्माँ चलीं भुनाने

ग़रीब डींग मारने वाले के बारे में कहते हैं

घर में खाने को नहीं, अटारी पर धुवाँ

शेख़ी करने वाले के संबंध में कहते हैं, घर में खाने को नहीं, फिर भी अटारी पर धुआँ कर रहे हैं, जिस से कोई समझे कि भोजन बन रहा है

कौन सा घर है जिस में मौत नहीं आई

मुसीबत और तकलीफ़ से कोई जगह ख़ाली नहीं

जिस घर में सन्पत नहीं ता से भला बदेस

(हिंदू) इस वतन से परदेस बेहतर है जहां रोटी मयस्सर ना आए, या इस घर से निघरा रहना अच्छा जहां ना इत्तिफ़ाक़ी हो वार हो वक़्त लड़ाई रहे

गर्मी सब्ज़ह रंगों से और घर में भूनी भाँग नहीं

निर्धनता में अय्याशी का शौक़

घर में भोनी भाँग नहीं और उल्फ़त सब्ज़ रंगों से

कोई निर्धनता की हालात में बड़ी बड़ी आशाएँ या ग़रीबी में अमीरों की रेस करे तो उस के प्रति कहते हैं

गर्मी सब्ज़ा रंगों से और घर में भूनी भंग नहीं

निर्धनता में अय्याशी का शौक़

घर में नहीं दाने अम्माँ बीबी चली भुनाने

ग़रीब डींग मारने वाले के बारे में कहते हैं

घर में चने का चून नहीं, गेहूँ की दो पो लाइयो

ग़रीब बड़बोले के संबंध में कहते हैं

घर में भोनी भाँग नहीं और बाहर न्योते सात

कोई निर्धनता की हालात में बड़ी बड़ी आशाएँ या ग़रीबी में अमीरों की रेस करे तो उस के प्रति कहते हैं

घर में भोनी भाँग नहीं और बाहर न्योते सात

कोई निर्धनता की हालात में बड़ी बड़ी आशाएँ या ग़रीबी में अमीरों की रेस करे तो उस के प्रति कहते हैं

बाहर मियाँ अब्बे-तब्बे घर में भूनी भंग नहीं

मुफ़लिस और ज़ाहिरी नमूद वाले हैं

सूचनार्थ: औपचारिक आरंभ से पूर्व यह रेख़्ता डिक्शनरी का बीटा वर्ज़न है। इस पर अंतिम रूप से काम जारी है। इसमें किसी भी विसंगति के संदर्भ में हमें dictionary@rekhta.org पर सूचित करें। या सुझाव दीजिए

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (घर में कानी चिड़िया नहीं)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

घर में कानी चिड़िया नहीं

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone