खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"दुनिया-ओ-मा-फ़ीहा से बे-ख़बर होना" शब्द से संबंधित परिणाम

दूनिया

رک : دنیا

दुनिया

जगत, संसार, विश्व, पृथ्वी

दुनियाँ

दुनिया

दुनियाई

सांसारिक, भौतिक

दुनिया की

हर प्रकार की, विभिन्न प्रकार के, प्रचुर मात्रा में, आवश्यकता से अधिक, अत्यधिक

दुनिया के

تمام ، ہر قسم کے.

दुनिया-परस्ती

دنیاداری ، دنیا کی حرص و ہوس میں مبتلا ہونا.

दुनिया-ए-दनी

तिरस्कार की दृष्टी से संसार को कहते हैं, तुक्ष और अपमानित संसार, अधम और निकृष्ट संसार, पापमय संसार, माया और मोह-जैसी नीच प्रवृत्तियों वाला संसार

दुनिया-ओ-मा-फ़ीहा की ख़बर नहीं

किसी चीज़ का होश नहीं

दुनिया-ए-फ़ानी

नश्वर और विनाश कारी संसार

दुनिया-ए-दूँ

तिरस्कार की दृष्टी से संसार को कहते हैं, तुक्ष और अपमानित संसार

दुनिया में किसी की यक्साँ नहीं गुज़री

समय एक स्थिति पर नहीं रहता, परिस्थितियाँ बदलती रहती हैं

दुनिया-ए-पीरज़ाल

یہ عالم ، قدیم ترین دُنیا ، بہت پرانی دنیا ، کرۂ ارض کو کہتے ہیں .

दुनिया की आँखों में

सब की नज़रों में, लोगों के ख़याल में, सब के नज़दीक

दुनिया-गीर

दुनिया में फैला हुआ, संसार पर छाया हुआ

दुनिया में ऐसे रहिये जैसे साबुन में तार

दुनिया के धंधों में नहीं फँसना चाहिए, अलग-थलग रहना चाहिए, दुनिया की गंदगी से बच कर रहना चाहिए

दुनिया-चारी

बनावटी, दुनियादारी

दुनिया-तलबी

लालच, माल-ओ-दौलत की इच्छा करना

दुनिया-ए-'अमल

काम की दुनिया, संसार कर्म का स्थान है

दुनिया आँखों में अंधेर होना

lose all hope due to some loss or disappointment

दुनिया मुर्दा-पसंद है

मृत्यु के बाद दुनिया में सम्मान होता है, जीवित लोगों का कोई सम्मान नहीं करता अर्थात जीवित लोगों को कोई नहीं पूछता, लोग मरने के बाद प्रशंसा करते हैं

दुनिया-ए-दो-रंग

बदली हुई दुनिया, एक हालत पर न रहने वाली दुनिया, दो रंगी दुनिया

दुनिया-साज़ी

बनावट, दिखावा, ऊपरी दिल से कुछ कहना

दुनिया मुर्दा-परस्त है

आम तौर पर लोग मरने के बाद तारीफ़ करते हैं, दुनिया वाले इंसान की क़दर इस के मरने के बाद करते हैं, ज़िंदगी में पूछते भी नहीं, क़दर-ए-मर्दुम बाद मुर्दन पर अमल करते हैं

दुनिया-शनासी

सांसारिक मुआमलों में अनुभवी होना, दुनिया को समझना

दुनिया-ओ-मा-फ़ीहा से बे-ख़बर होना

हर चीज़ से बेपरवाह होना, किसी चीज़ का होश न होना

दुनिया में दस आख़िर कूँ सत्तर

दुनिया में दस (पुण्यों) के बदले परलोक में सत्तर मिलेंगे, दुनिया में की हुई भलाई (पुण्य) परलोक में काम आती है

दुनिया लीजिये मकर से , रोटी खाइये शकर से

दुनिया जाअल-ओ-फ़रेब से हासिल होती है, मकर-ओ-फ़रेब कीजीए ऐश से ज़िंदगी गुज़रेगी

दुनिया-परस्त

गृहस्थी में रमा हुआ, दुनिया के मोह में बँधा हुआ, सांसारिक, लालसा और लालची, लोभी

दुनिया-जहाँ

पूरा संसार, कुल दुनिया, आसपास की दुनिया

दुनिया आँखों में अँधेर हो जाना

रुक : दुनिया अंधेर होना

दुनिया-ओ-माफ़ीहा को भूल जाना

किसी चीज़ का होश ना रहना

दुनिया गुज़श्तनी-ओ-गुज़ाश्तनी है

दुनिया नापायदार है, यहां केस चीज़ को क़ियाम नहीं

दुनिया में मुँह देखे की मुहब्बत है

दिली प्रेम कम होता है, सामने आ कर प्रेम जताते हैं

दुनिया की रस्त-ख़ेज़

दुनिया के बंगले, दुनिया के ऊँच-नीच

दुनिया साज़ी की बातें

आडम्बर, दिखावे की बातें

दुनिया दार-ए-मिहन है

दुनिया रंज-ओ-ग़म की जगह है

दुनिया मुर्दा पसंद है

प्राय: दुनिया वाले जीवित गुणवानों की क़दर नहीं करते मरने के बाद उन को पसंद करने लगते हैं

दुनिया से बे-तअ'ल्लुक़ होना

रुक : दुनिया से अलग होना

दुनिया-ओ-मा-फ़ीहा

संसार और संसार के भीतर की सब वस्तुएँ, दुनिया और इसमें जो कुछ भी है

दुनिया-ओ-मा-फ़ीहा से बे-ख़बर कर देना

हर चीज़ से बेगाना कर देना, अचेत कर देना, गुमसुम बना देना

दुनिया ढलती फिरती छाँ है

दुनिया के हालात हमेशा बदलते रहते हैं इस का कोई एतबार नहीं

दुनिया की धूप छाओं

संसार के दुख-सुख, दुनिया की ऊँच-नीच, भलाई-बुराई

दुनिया-ए-बे-सबात

transitory world

दुनिया में डूबना

सांसारिक मुआमलों में पड़ना, सांसारिक बनना, लालची हो जाना

दुनिया-ए-आब-ओ-गिल

विदित दुनिया, मौजूदा ज़िंदगी, ये संसार

दुनिया भर की बातें

बहुत बातें, बेकार बातें, फ़ुज़ूल बातें

दुनिया भी गई दीन भी

कुछ भी हासिल नहीं हुआ, कहीं के नहीं रहे

दुनिया दरिया की मंजधार है

दुनिया ख़तरनाक है इस में एहतियात से रहना चाहिए, दुनिया ख़तरे की जगह है

दुनिया में निकलना

दुनिया की सैर करना, घुमक्कड़ी करना, एकांतवास छोड़ना

दुनिया ठगे मक्र से , रोटी खाए शकर से

मक्कार आदमी दुनिया में मज़े से गुज़ारा करता है

दुनिया की ठोकरें खाना

मारा मारा फिरना, मुसीबतें झेलना, आफ़तें उठाना, तकलीफें सहना, दरबदर ख़ाकबसर फिरना

दुनिया 'आरज़ी ठिकाना है

दुनिया बेसबात है, ज़िंदगी को दवाम हासिल नहीं

दुनिया 'आरज़ी ठिकाना है

दुनिया बेसबात है, ज़िंदगी को दवाम हासिल नहीं

दुनिया-ए-दनिय्या

رک : دنیائے دنی .

दुनिया की गाड़ी घसीटना

वर्तमान जीवन जीना, दुनिया के ठंडे और गर्म को सहना

दुनिया जियों दोपहर की छाँव

دنیا فانی ہے ، دنیا بے ثبات ہے.

दुनिया-तलब

दुनिया पर जान देने वाला, धन-दौलत चाहने वाला, लालची व्यक्ति

दुनिया-दार

सांसारिक प्रपंच में फंसा हुआ मनुष्य, संसारी, गहस्थ

दुनिया-दान

दुनिया को जानने वाला, दुनिया को समझने वाला, काईयाँ, चालाक

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में दुनिया-ओ-मा-फ़ीहा से बे-ख़बर होना के अर्थदेखिए

दुनिया-ओ-मा-फ़ीहा से बे-ख़बर होना

duniyaa-o-maa-fiihaa se be-KHabar honaaدُنِیا و مافِیہا سے بے خَبَر ہونا

दुनिया-ओ-मा-फ़ीहा से बे-ख़बर होना के हिंदी अर्थ

  • हर चीज़ से बेपरवाह होना, किसी चीज़ का होश न होना

دُنِیا و مافِیہا سے بے خَبَر ہونا کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • ہر چیز سے بیگانہ ہونا، کسی چیز کا ہوش نہ ہونا.

Urdu meaning of duniyaa-o-maa-fiihaa se be-KHabar honaa

  • Roman
  • Urdu

  • har chiiz se begaana honaa, kisii chiiz ka hosh na honaa

खोजे गए शब्द से संबंधित

दूनिया

رک : دنیا

दुनिया

जगत, संसार, विश्व, पृथ्वी

दुनियाँ

दुनिया

दुनियाई

सांसारिक, भौतिक

दुनिया की

हर प्रकार की, विभिन्न प्रकार के, प्रचुर मात्रा में, आवश्यकता से अधिक, अत्यधिक

दुनिया के

تمام ، ہر قسم کے.

दुनिया-परस्ती

دنیاداری ، دنیا کی حرص و ہوس میں مبتلا ہونا.

दुनिया-ए-दनी

तिरस्कार की दृष्टी से संसार को कहते हैं, तुक्ष और अपमानित संसार, अधम और निकृष्ट संसार, पापमय संसार, माया और मोह-जैसी नीच प्रवृत्तियों वाला संसार

दुनिया-ओ-मा-फ़ीहा की ख़बर नहीं

किसी चीज़ का होश नहीं

दुनिया-ए-फ़ानी

नश्वर और विनाश कारी संसार

दुनिया-ए-दूँ

तिरस्कार की दृष्टी से संसार को कहते हैं, तुक्ष और अपमानित संसार

दुनिया में किसी की यक्साँ नहीं गुज़री

समय एक स्थिति पर नहीं रहता, परिस्थितियाँ बदलती रहती हैं

दुनिया-ए-पीरज़ाल

یہ عالم ، قدیم ترین دُنیا ، بہت پرانی دنیا ، کرۂ ارض کو کہتے ہیں .

दुनिया की आँखों में

सब की नज़रों में, लोगों के ख़याल में, सब के नज़दीक

दुनिया-गीर

दुनिया में फैला हुआ, संसार पर छाया हुआ

दुनिया में ऐसे रहिये जैसे साबुन में तार

दुनिया के धंधों में नहीं फँसना चाहिए, अलग-थलग रहना चाहिए, दुनिया की गंदगी से बच कर रहना चाहिए

दुनिया-चारी

बनावटी, दुनियादारी

दुनिया-तलबी

लालच, माल-ओ-दौलत की इच्छा करना

दुनिया-ए-'अमल

काम की दुनिया, संसार कर्म का स्थान है

दुनिया आँखों में अंधेर होना

lose all hope due to some loss or disappointment

दुनिया मुर्दा-पसंद है

मृत्यु के बाद दुनिया में सम्मान होता है, जीवित लोगों का कोई सम्मान नहीं करता अर्थात जीवित लोगों को कोई नहीं पूछता, लोग मरने के बाद प्रशंसा करते हैं

दुनिया-ए-दो-रंग

बदली हुई दुनिया, एक हालत पर न रहने वाली दुनिया, दो रंगी दुनिया

दुनिया-साज़ी

बनावट, दिखावा, ऊपरी दिल से कुछ कहना

दुनिया मुर्दा-परस्त है

आम तौर पर लोग मरने के बाद तारीफ़ करते हैं, दुनिया वाले इंसान की क़दर इस के मरने के बाद करते हैं, ज़िंदगी में पूछते भी नहीं, क़दर-ए-मर्दुम बाद मुर्दन पर अमल करते हैं

दुनिया-शनासी

सांसारिक मुआमलों में अनुभवी होना, दुनिया को समझना

दुनिया-ओ-मा-फ़ीहा से बे-ख़बर होना

हर चीज़ से बेपरवाह होना, किसी चीज़ का होश न होना

दुनिया में दस आख़िर कूँ सत्तर

दुनिया में दस (पुण्यों) के बदले परलोक में सत्तर मिलेंगे, दुनिया में की हुई भलाई (पुण्य) परलोक में काम आती है

दुनिया लीजिये मकर से , रोटी खाइये शकर से

दुनिया जाअल-ओ-फ़रेब से हासिल होती है, मकर-ओ-फ़रेब कीजीए ऐश से ज़िंदगी गुज़रेगी

दुनिया-परस्त

गृहस्थी में रमा हुआ, दुनिया के मोह में बँधा हुआ, सांसारिक, लालसा और लालची, लोभी

दुनिया-जहाँ

पूरा संसार, कुल दुनिया, आसपास की दुनिया

दुनिया आँखों में अँधेर हो जाना

रुक : दुनिया अंधेर होना

दुनिया-ओ-माफ़ीहा को भूल जाना

किसी चीज़ का होश ना रहना

दुनिया गुज़श्तनी-ओ-गुज़ाश्तनी है

दुनिया नापायदार है, यहां केस चीज़ को क़ियाम नहीं

दुनिया में मुँह देखे की मुहब्बत है

दिली प्रेम कम होता है, सामने आ कर प्रेम जताते हैं

दुनिया की रस्त-ख़ेज़

दुनिया के बंगले, दुनिया के ऊँच-नीच

दुनिया साज़ी की बातें

आडम्बर, दिखावे की बातें

दुनिया दार-ए-मिहन है

दुनिया रंज-ओ-ग़म की जगह है

दुनिया मुर्दा पसंद है

प्राय: दुनिया वाले जीवित गुणवानों की क़दर नहीं करते मरने के बाद उन को पसंद करने लगते हैं

दुनिया से बे-तअ'ल्लुक़ होना

रुक : दुनिया से अलग होना

दुनिया-ओ-मा-फ़ीहा

संसार और संसार के भीतर की सब वस्तुएँ, दुनिया और इसमें जो कुछ भी है

दुनिया-ओ-मा-फ़ीहा से बे-ख़बर कर देना

हर चीज़ से बेगाना कर देना, अचेत कर देना, गुमसुम बना देना

दुनिया ढलती फिरती छाँ है

दुनिया के हालात हमेशा बदलते रहते हैं इस का कोई एतबार नहीं

दुनिया की धूप छाओं

संसार के दुख-सुख, दुनिया की ऊँच-नीच, भलाई-बुराई

दुनिया-ए-बे-सबात

transitory world

दुनिया में डूबना

सांसारिक मुआमलों में पड़ना, सांसारिक बनना, लालची हो जाना

दुनिया-ए-आब-ओ-गिल

विदित दुनिया, मौजूदा ज़िंदगी, ये संसार

दुनिया भर की बातें

बहुत बातें, बेकार बातें, फ़ुज़ूल बातें

दुनिया भी गई दीन भी

कुछ भी हासिल नहीं हुआ, कहीं के नहीं रहे

दुनिया दरिया की मंजधार है

दुनिया ख़तरनाक है इस में एहतियात से रहना चाहिए, दुनिया ख़तरे की जगह है

दुनिया में निकलना

दुनिया की सैर करना, घुमक्कड़ी करना, एकांतवास छोड़ना

दुनिया ठगे मक्र से , रोटी खाए शकर से

मक्कार आदमी दुनिया में मज़े से गुज़ारा करता है

दुनिया की ठोकरें खाना

मारा मारा फिरना, मुसीबतें झेलना, आफ़तें उठाना, तकलीफें सहना, दरबदर ख़ाकबसर फिरना

दुनिया 'आरज़ी ठिकाना है

दुनिया बेसबात है, ज़िंदगी को दवाम हासिल नहीं

दुनिया 'आरज़ी ठिकाना है

दुनिया बेसबात है, ज़िंदगी को दवाम हासिल नहीं

दुनिया-ए-दनिय्या

رک : دنیائے دنی .

दुनिया की गाड़ी घसीटना

वर्तमान जीवन जीना, दुनिया के ठंडे और गर्म को सहना

दुनिया जियों दोपहर की छाँव

دنیا فانی ہے ، دنیا بے ثبات ہے.

दुनिया-तलब

दुनिया पर जान देने वाला, धन-दौलत चाहने वाला, लालची व्यक्ति

दुनिया-दार

सांसारिक प्रपंच में फंसा हुआ मनुष्य, संसारी, गहस्थ

दुनिया-दान

दुनिया को जानने वाला, दुनिया को समझने वाला, काईयाँ, चालाक

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (दुनिया-ओ-मा-फ़ीहा से बे-ख़बर होना)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

दुनिया-ओ-मा-फ़ीहा से बे-ख़बर होना

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone