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"नदी तू क्यों गहराती है कि मैं पाँव ही नहीं धरता" शब्द से संबंधित परिणाम
हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में नदी तू क्यों गहराती है कि मैं पाँव ही नहीं धरता के अर्थदेखिए
नदी तू क्यों गहराती है कि मैं पाँव ही नहीं धरता के हिंदी अर्थ
- तुम क्यों उतराते और मज़ाह करते हो में पहले ही तुम से अलग रहता हूँ मुझे तुम्हारी कुछ पर्वा नहीं है
نَدی تُو کیوں گَہراتی ہے کہ مَیں پاؤں ہی نَہیں دَھرتا کے اردو معانی
- Roman
- Urdu
- تم کیوں اِتراتے اور مزاح کرتے ہو میں پہلے ہی تم سے الگ رہتا ہوں مجھے تمہاری کچھ پروا نہیں ہے
Urdu meaning of nadii tuu kyo.n gahraatii hai ki mai.n paa.nv hii nahii.n dhartaa
- Roman
- Urdu
- tum kyo.n utraate aur mazaah karte ho me.n pahle hii tum se alag rahtaa huu.n mujhe tumhaarii kuchh parva nahii.n hai
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तू-तू मैं-मैं
आपस में अशिष्टतापूर्वक होनेवाली कहा-सुनी या झगड़ा, एक दूसरे को बुरा कहना, कहा-सुनी, वाक्कलह, गाली-गलौज, ज़बानी लड़ाई झगड़ा
आज मैं, कल तू
आज मेरी बारी है तो कल तुम्हारी, चेतावनी के तौर पर मृत्यु से संबंधित कहते हैं कि वह अवश्य आएगी अर्थात सबको एक दिन इस संसार से जाना है
तू चल मैं चल
۔(ओ) हलचल होने की जगह। बाग़ में अज़ां हुई या तो एक एक चुप चुप कररहा था अल्लाह अकबर की सदा सुनते ही तोॗ चल में चल एक एक खिसकने लगा
तू छूई कि मैं मूई
(व्यंग्य के रूप में) महिलाएँ किसी के कृत्रिम नाज़ुक स्वभाव को व्यक्त करने के अवसर पर कहती हैं
तू कहाँ और मैं कहाँ
तेरा मेरा क्या मुक़ाबला है, अगर आला से ख़िताब है तो अपने आप को कमतर और अदना से ख़िताब हो तो अपने आप को अफ़ज़ल ज़ाहिर किया जाता है
तू आन का तो मैं बान का , तू सूई तो मैं तागा , तू मिर्ज़ा तो मैं ख़ान का
यानी में हर हालत में तुझ से बढ़ चढ़ ही के रहूँगा
ऊतर पातर, मैं मियाँ तू चाकर
ऋणी के ऋण का भुगतान हो जाए तो उसका सम्मान बढ़ जाता है और वो किसी का दबैल नहीं रहता
उतरा पातर, मैं मियाँ तू चाकर
ऋणी के ऋण का भुगतान हो जाए तो उसका सम्मान बढ़ जाता है और वो किसी का दबैल नहीं रहता
न मैं कहूँ तेरी, न तू कह मेरी
जो व्यक्ति दूसरे को दोष नहीं देता तो दूसरा भी उसे दोष नहीं देता, आपस की गोपनीयता के संबंध में बोलते हैं
मैं करूँ भलाई, तू करे मेरी आँख में सलाई
उस अवसर पर बोला करते हैं जब कोई व्यक्ति किसी के उपकार करने के बदले उसके साथ बुराई करे
मैं तुझे चाहूँ और तू काले ढींग को
जब कोई किसी को बुरे काम से रोके या मन' करे और वो न रुके तो कहते हैं
मैं तुम्हें चाहूँ और तू काले धींग को
जब कोई किसी को बुरे काम से रोके या मन' करे और वो न रुके तो कहते हैं
कपड़ा कहे तू मुझे कर तह, मैं तुझे करूँ शह
कपड़े को सुरक्षित तरीक़े से पहनने वाले की ख़ुश-पोशाकी सम्मान का कारण होती है
मैं करूँ तेरी भलाई, तू करे मेरी आँख में सलाई
उस अवसर पर बोला करते हैं जब कोई व्यक्ति किसी के उपकार करने के बदले उसके साथ बुराई करे
कपड़ा कहता है तू कर मुझे तह, मैं तुझे करूँ शह
कपड़े को सुरक्षित तरीक़े से पहनने वाले की ख़ुश-पोशाकी सम्मान का कारण होती है
मैं मरूँ तेरे लिए, तू मरे वा के लिए
धोकेबाज़ है, मैं उस पर जान देता हूँ परंतु वह मेरे अतिरिक्त दूसरों पर अधिक ध्यान देता है
तू ने की राम-जनी, मैं ने किया राम-जना
दुश्चरित्र स्त्री दुश्चरित्र पति से कहती है तू बुरा काम करता है तो में भी करती हूँ
धी री मैं तुझ को कहूँ बहूरी तू कान धर
बेटी को नसीहत की जाती है बराह-ए-रास्त बहू से नहीं कहा जाता, किसी को सुनाने के लिए दूसरों को नसीहत करने के मौक़ा पर मुस्तामल
नदी तू क्यों गहराती है कि मैं पाँव ही नहीं धरता
तुम क्यों उतराते और मज़ाह करते हो में पहले ही तुम से अलग रहता हूँ मुझे तुम्हारी कुछ पर्वा नहीं है
तू चाह मेरी जाई को, मैं चाहूँ तेरे खाट के पाए को
सास अपने दामाद से कहती है कि तुम मेरी बेटी के साथ अच्छा व्यवहार करोगे तो मैं तुम्हारी सब वस्तु का सम्मान करूँगी
नदी तू क्यों गहराती है कि मैं पाँव ही नहीं डालता
तुम क्यों उतराते और मज़ाह करते हो में पहले ही तुम से अलग रहता हूँ मुझे तुम्हारी कुछ पर्वा नहीं है
तू भी रानी मैं भी रानी , कौन भरे पन-घट पानी
۔(عو) جہاں سب کے سب کام سے جی چُرائیں وہاں یہ مثل بولتی ہیں۔
तू भी रानी, मैं भी रानी , कौन भरे पन घट पर पानी
जब सब के सब किसी काम से जी चुराईं या इस काम को अपने मरतबे से गिरा हुआ ख़्याल करें तो इस मौक़ा पर ख़ुसूसन औरतें बोलती हैं
गुड़ खाएगी तो अँधेरे में आएगी
यह कहावत पुरुष और महिला दोनों के लिए कही जाती है अर्थात यदि लाभ का लालच होगा तो आप ही समय-असमय आ जाएँगे
संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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musalsal
मुसलसल
.مُسَلْسَل
continuous, constant
[ Fikr-e-musalsal sehhat ke liye nuqsan-dah hai ]

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barahnagii
बरहनगी
.برہنگی
nakedness, nudity, bareness
[ Aaj-kal ki filmen barhangi se bhari huyi hain ]

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vazaahat
वज़ाहत
.وَضاحَت
explanation, elucidation
[ Sanskrit shlokon ki vazahat sab ke bas ki baat nahin ]

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saalisii
सालिसी
.ثالِثی
arbitration, mediation
[ Russia aur Ukraine ke darmiyan jang khatima ke liye China ne salisi ka kirdar ada kiya ]

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KHusuusii
ख़ुसूसी
.خُصُوصی
specially, particularly
[ Ustad ne Ali ki mehnat ko sarahte huye use khushoosi inaam dene ka elan kiya ]

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besaaKHta
बेसाख़्ता
.بے ساخْتہَ
spontaneously, promptly
[ Ham jyun hi ghar se bahar nikle achanak barish hone lagi ]

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fasaana
फ़साना
.فَسانَہ
fable, story, tale, fiction, romance
[ Har shakhs apne dil mein koi na koi fasana chupaye hota hai ]

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poshiida
पोशीदा
.پوشِیدَہ
concealed, hidden, secret, covered, veiled
[ Saeed ke ghar ke piche ek poshida rasta tha jise sirf Saeed hi janta tha ]

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qurbat
क़ुर्बत
.قُرْبَت
nearness, relationship, vicinity
[ Doston ki qurbat insan ko mushkil halat mein hausla deti hai ]

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mamnuu'aat
मम्नू'आत
.مَمنُوعات
prohibited, forbidden, restrained
[ Khel ke maidan mein jhagda karna har khiladi ke liye mamnuat mein shamil hai ]

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