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ख़ाक हो

अर्थहीन हो जाओ, तुच्छ बन जा, शून्य और निरर्थक

ख़ाक हो जाना

मिट्टी होना, सड़ गल जाना

ख़ाक होना

गल कर मिट्टी हो जाना

ख़ाक है

۔کچھ نہیں ہے۔ بالکل نہیں ہے۔ ع

हो चालाक, शकर हो ख़ाक

हिम्मत कर और मेहनत कर फिर मिट्टी भी शुक्र है, मेहनत से हालात संवर जाते हैं

ख़ाक सियाह हो जाना

۔لازم۔ تباہ ہوجانا۔ جل کر خاک ہوجانا۔ راکھ ہوجانا۔ ؎

मुँह ख़ाक-आलूद हो जाना

चेहरे पर धूल जमना अर्थात चेहरे पर हवाइयाँ उड़ने लगना, हक्का-बक्का होना, हतप्रभ होना

सब ख़ाक सियाह हो जाना

हर चीज़ जल जाना, बिलकल तबाह हो जाना

बी बकरी नाव में ख़ाक उड़ाती हो

उसके संबंध में कहा जाता है जो अकारण झगड़ा पैदा करे, भेड़िये और बकरी की कहानी की तरफ़ इशारा है

बीबी बकरी नाव में ख़ाक उड़ाती हो

उसके संबंध में कहा जाता है जो अकारण झगड़ा पैदा करे, भेड़िये और बकरी की कहानी की तरफ़ इशारा है

क्यों आँखों में ख़ाक डालते हो

किस लिए धोका देने की कोशिश करते हो

क्या आँखों में ख़ाक डालते हो

क्या खुल्लम-खुल्ला धोखा दे रहे हो, क्यों बहाने बनाते और छल करते हो

क्या आँखों में ख़ाक डालते हो

۔دیکھو آنکھوں میں خاک ڈالنا۔

जल कर ख़ाक हो जाना

रुक:जल कर कोयला होना

जल-भुन कर ख़ाक हो जाना

रुक : जल भिन्न कर कबाब होजाना

लाख का घर ख़ाक हो जाना

۔لازم۔ ؎

खुक हो जाना

ख्क्क्क् करना (रुक) का लाज़िम, बिलकुल ख़ाली हो जाना, कुछ पास ना रहना

घर ख़ाक-ए-सियाह हो जाना

to destroy one's home

लेने-देने के मुँह में ख़ाक मोहब्बत बड़ी चीज़ है

जब कोई कुछ माँगे तो कंजूस कहते हैं

चाँद पर ख़ाक डालने से अपने मुँह पर पड़ती हे

रुक : चांद पर (का) थोका मुंह पर आता है

चाँद पर ख़ाक डालने वाला अपनी आँखें मलता है

रुक : चांद पर ख़ाक डालो तो अपने मुनक्का पर पड़े

ख़ाक को ख़ाक खींचती है

इंसान मर कर ज़मीन ही में दफ़्न होता है

मुँह पर ख़ाक मली है

मुफ़लिसी को ज़ाहिर किया और दौलत को छुपाया है

मुँह पे ख़ाक मली है

मुफ़लिसी को ज़ाहिर किया और दौलत को छुपाया है

दुनिया पे ख़ाक है

अफ़सोस या लानत मलामत के मौक़ा पर मुस्तामल

बहुत ख़ाक छानी है

बहुत तलाश की है, बहुत खोजा है

क्या ख़ाक है

कुछ भी नहीं है, कुछ मयस्सर नहीं, बिलकुल ख़ाली है (इंतिहाई महरूमी के आलम में कहते हैं)

ख़ाक जानता है

knows nothing whatsoever

मुँह मोतियों से भरा जा सकता है , सो मुँह ख़ाक से भी नहीं भरे जाते

थोड़ा सा ख़र्च मज़ा यक्का नहीं बहुत सा कहाँ से आए

साईं तेरी याद में जस तन कीता ख़ाक, सोना उस के रू-बरू है चूल्हे की ख़ाक

जो ईश्वर में लीन हो गया हो उस की नज़र में संसार का धन और दौलत धूल के समान है

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में क्यों आँखों में ख़ाक डालते हो के अर्थदेखिए

क्यों आँखों में ख़ाक डालते हो

kyo.n aa.nkho.n me.n KHaak Daalte hoکِیوں آنکھوں میں خاک ڈالْتے ہو

वाक्य

क्यों आँखों में ख़ाक डालते हो के हिंदी अर्थ

  • किस लिए धोका देने की कोशिश करते हो

کِیوں آنکھوں میں خاک ڈالْتے ہو کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • کس لیے دھوکہ دینے کی کوشش کرتے ہو .

Urdu meaning of kyo.n aa.nkho.n me.n KHaak Daalte ho

  • Roman
  • Urdu

  • kis li.e dhoka dene kii koshish karte ho

खोजे गए शब्द से संबंधित

ख़ाक हो

अर्थहीन हो जाओ, तुच्छ बन जा, शून्य और निरर्थक

ख़ाक हो जाना

मिट्टी होना, सड़ गल जाना

ख़ाक होना

गल कर मिट्टी हो जाना

ख़ाक है

۔کچھ نہیں ہے۔ بالکل نہیں ہے۔ ع

हो चालाक, शकर हो ख़ाक

हिम्मत कर और मेहनत कर फिर मिट्टी भी शुक्र है, मेहनत से हालात संवर जाते हैं

ख़ाक सियाह हो जाना

۔لازم۔ تباہ ہوجانا۔ جل کر خاک ہوجانا۔ راکھ ہوجانا۔ ؎

मुँह ख़ाक-आलूद हो जाना

चेहरे पर धूल जमना अर्थात चेहरे पर हवाइयाँ उड़ने लगना, हक्का-बक्का होना, हतप्रभ होना

सब ख़ाक सियाह हो जाना

हर चीज़ जल जाना, बिलकल तबाह हो जाना

बी बकरी नाव में ख़ाक उड़ाती हो

उसके संबंध में कहा जाता है जो अकारण झगड़ा पैदा करे, भेड़िये और बकरी की कहानी की तरफ़ इशारा है

बीबी बकरी नाव में ख़ाक उड़ाती हो

उसके संबंध में कहा जाता है जो अकारण झगड़ा पैदा करे, भेड़िये और बकरी की कहानी की तरफ़ इशारा है

क्यों आँखों में ख़ाक डालते हो

किस लिए धोका देने की कोशिश करते हो

क्या आँखों में ख़ाक डालते हो

क्या खुल्लम-खुल्ला धोखा दे रहे हो, क्यों बहाने बनाते और छल करते हो

क्या आँखों में ख़ाक डालते हो

۔دیکھو آنکھوں میں خاک ڈالنا۔

जल कर ख़ाक हो जाना

रुक:जल कर कोयला होना

जल-भुन कर ख़ाक हो जाना

रुक : जल भिन्न कर कबाब होजाना

लाख का घर ख़ाक हो जाना

۔لازم۔ ؎

खुक हो जाना

ख्क्क्क् करना (रुक) का लाज़िम, बिलकुल ख़ाली हो जाना, कुछ पास ना रहना

घर ख़ाक-ए-सियाह हो जाना

to destroy one's home

लेने-देने के मुँह में ख़ाक मोहब्बत बड़ी चीज़ है

जब कोई कुछ माँगे तो कंजूस कहते हैं

चाँद पर ख़ाक डालने से अपने मुँह पर पड़ती हे

रुक : चांद पर (का) थोका मुंह पर आता है

चाँद पर ख़ाक डालने वाला अपनी आँखें मलता है

रुक : चांद पर ख़ाक डालो तो अपने मुनक्का पर पड़े

ख़ाक को ख़ाक खींचती है

इंसान मर कर ज़मीन ही में दफ़्न होता है

मुँह पर ख़ाक मली है

मुफ़लिसी को ज़ाहिर किया और दौलत को छुपाया है

मुँह पे ख़ाक मली है

मुफ़लिसी को ज़ाहिर किया और दौलत को छुपाया है

दुनिया पे ख़ाक है

अफ़सोस या लानत मलामत के मौक़ा पर मुस्तामल

बहुत ख़ाक छानी है

बहुत तलाश की है, बहुत खोजा है

क्या ख़ाक है

कुछ भी नहीं है, कुछ मयस्सर नहीं, बिलकुल ख़ाली है (इंतिहाई महरूमी के आलम में कहते हैं)

ख़ाक जानता है

knows nothing whatsoever

मुँह मोतियों से भरा जा सकता है , सो मुँह ख़ाक से भी नहीं भरे जाते

थोड़ा सा ख़र्च मज़ा यक्का नहीं बहुत सा कहाँ से आए

साईं तेरी याद में जस तन कीता ख़ाक, सोना उस के रू-बरू है चूल्हे की ख़ाक

जो ईश्वर में लीन हो गया हो उस की नज़र में संसार का धन और दौलत धूल के समान है

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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