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पारा-कारी

नीचता, कमीनगी।

कौड़ी कौड़ी पर दाँत रहना

۔(کنایۃً) بے انتہا لالچی ہونا۔ ؎

कौड़ी कौड़ी पर दाँत रखना

रुक : कोड़ी कोड़ी पर जान देना

पैसे पर धर के बोटियाँ उड़ाऊँ तब भी वो आह न करे

सख़्त से सख़्त सज़ा देने में भी तरस ना आए

कौड़ी कौड़ी पर जान देना

बहुत कंजूसी करना, तंगदिल होना

नाज़ करे नाज़ बरदार पर

अदाऐं सिर्फ़ आशिक़ को दिखाना चाहिए, नख़रे सहने वाले ही से नख़रे करना चाहिए

किराए पर चढ़ जाना

किसी का मकान आदि किराए पर लिया जाना

कीड़े पड़ जाएँ

(बददुआ) गले, सड़े बर्बाद हो, नाकारा हो जाये

घोड़ी पर कोड़ा करना

घोड़े को तेज़ दौड़ाने के लिए कोड़ा मारना

साईं तुझ बिन कौन है जो करे नवड़िया पार, तू ही आवत है नज़र चहूँ ओर करतार

ऐ ईश्वर तेरे सिवा कौन है जो बेड़ा पार करे, जिधर देखता हूँ तू ही दिखाई देता है

जो नसीहत करो उस पर 'अमल करो

जो दूसरों को करने के लिए कहते हो वह ख़ुद भी करो

ख़ुदा पर नज़र करो

धैर्य रखो

अगला करे पिछले पर आवे

शासक की ग़लती का आरोप सहायक पर आता है, बड़ों की भूल छोटों को भुगतनी पड़ती है

ज़बान में कीड़े पड़ जाएँ

(श्राप) ज़बान गल सड़ जाये

ज़बान में कीड़े पड़ें

(श्राप) ज़बान गल सड़ जाये

क़ब्र में कीड़े पड़ें

(श्राप) क़ब्र में तकलीफ़ हो

गोर में कीड़े पड़ें

(बद दुआ) अज़ाब-ए-क़ब्र में मुबतला हो, जहन्नुम रसीद हो

ज़्यादा मिठास में कीड़े पड़ जाते हैं

सीमा से अधिक अच्छा स्वभाव हानिकारक होता है, सीमा से अधिक मेल जोल से संबंध बिगड़ जाते हैं

किराए पर देना

मकान आदि किराए पर इस्तेमाल के लिए देना

सर गाड़ी पैर पहिया करे तो रोटी मिलती है

मेहनत करने से रोटी हासिल होती है

कब मरै, कब कीड़े पड़ें

बहुत लंबा काम है, जल्दी नहीं हो सकता

साईं तुझ बिन कौन है जो करे नय्या पार, तू ही आवत है नज़र चहूँ ओर करतार

ऐ ईश्वर तेरे सिवा कौन है जो बेड़ा पार करे, जिधर देखता हूँ तू ही दिखाई देता है

कब मरे और कब कीड़े पड़ें

बहुत लंबा काम है, जल्दी नहीं हो सकता

करनी करे तो क्यूँ डरे, कर के क्यूँ पछताय, बोवे पेड़ बबूल के, आम कहाँ से खाय

जो बात करनी चाहो करो डरो नहीं और कर के फिर पछताना नहीं चाहिए

कद्दू पर मारना

बेवुक़त जानना, ग़ैर अहम ख़्याल करना, मुतलक़ पर्वा ना करना

करनी करे तो क्यूँ करे और करके पछताए, पेड़ बोए बबूल के तो आम कहाँ से खाए

जो बात करनी चाहो करो डरो नहीं और कर के फिर पछताना नहीं चाहिए

किराए पर

उजरत पर, मुआवज़े से, पैसों से

किराए पर चलना

किराए पर चलाना (रुक) का लाज़िम, उजरत इस्तिमाल होना (मकान वग़ैरा)

किराए पर उठाना

to hire out, to let

किराए पर चलाना

मकान या कोई चीज़ किराए पर देना, किराये पर देना, ख़र्च चलाना, ख़र्च पर भेजना, स्त्री का ख़र्च उठाना

रू-ब-कारी पर से छूटना

हाकिम की अदालत से रिहाई पाना

सिंघ से सर पर करे सियार

गीदड़ शेर का मुकाबला करे तो निहायत अजीब बात है, नामुमकिन बात है, अजीब बात है

किराए पर लग जाना

रुक: किराए पर चढ़ जाना

किराए पर रहना

(मकान वग़ैरा में) उजरत कर रहना, पैसे अदा कर के रहना

नाम पर क़ुर'आ निकलना

نام پر قرعہ نکالنا (رک) کا لازم

नाम पर क़ुर'आ निकालना

किसी विशेष कार्य के लिए लॉटरी में किसी का नाम निकालना, किसी ख़ास काम के लिए लॉटरी में किसी का नाम निकालना

छुरी पर कद्दू, कद्दू पर छुरी

हर स्थिति में बात वही है, हानि निर्धन ही की होती है

मरे हुओं पर मत रोओ बल्कि बेवक़ूफ़ों पर गिर्या करो

(तुर्की कहावत उर्दू में मुस्तामल) । मुरदे को रोने से बेहतर है बेवक़ूफ़ की बेवक़ूफ़ी का मातम करें

लाल बुझक्कड़ बूझियाँ और न बूझा कोए, पैर में चक्की बाँध के कोई हिरना कूदा हुए

रात को गाँव के पास से हाथी गुज़रा, उसके पाँव का निशान देख कर लोग बहुत हैरान हुए, लाल बुझक्कड़ ने यह फ़ैसला दिया कि कोई हिरन पाँव में चक्की बाँध के कूदा है

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में कौड़ी कौड़ी पर जान देना के अर्थदेखिए

कौड़ी कौड़ी पर जान देना

kau.Dii kau.Dii par jaan denaaکَوڑی کَوڑی پَر جان دینا

मुहावरा

कौड़ी कौड़ी पर जान देना के हिंदी अर्थ

  • बहुत कंजूसी करना, तंगदिल होना

کَوڑی کَوڑی پَر جان دینا کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • نہایت کنجوسی کرنا، انتہائی خسیس ہونا

Urdu meaning of kau.Dii kau.Dii par jaan denaa

  • Roman
  • Urdu

  • nihaayat kanjuusii karnaa, intihaa.ii Khasiis honaa

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पारा-कारी

नीचता, कमीनगी।

कौड़ी कौड़ी पर दाँत रहना

۔(کنایۃً) بے انتہا لالچی ہونا۔ ؎

कौड़ी कौड़ी पर दाँत रखना

रुक : कोड़ी कोड़ी पर जान देना

पैसे पर धर के बोटियाँ उड़ाऊँ तब भी वो आह न करे

सख़्त से सख़्त सज़ा देने में भी तरस ना आए

कौड़ी कौड़ी पर जान देना

बहुत कंजूसी करना, तंगदिल होना

नाज़ करे नाज़ बरदार पर

अदाऐं सिर्फ़ आशिक़ को दिखाना चाहिए, नख़रे सहने वाले ही से नख़रे करना चाहिए

किराए पर चढ़ जाना

किसी का मकान आदि किराए पर लिया जाना

कीड़े पड़ जाएँ

(बददुआ) गले, सड़े बर्बाद हो, नाकारा हो जाये

घोड़ी पर कोड़ा करना

घोड़े को तेज़ दौड़ाने के लिए कोड़ा मारना

साईं तुझ बिन कौन है जो करे नवड़िया पार, तू ही आवत है नज़र चहूँ ओर करतार

ऐ ईश्वर तेरे सिवा कौन है जो बेड़ा पार करे, जिधर देखता हूँ तू ही दिखाई देता है

जो नसीहत करो उस पर 'अमल करो

जो दूसरों को करने के लिए कहते हो वह ख़ुद भी करो

ख़ुदा पर नज़र करो

धैर्य रखो

अगला करे पिछले पर आवे

शासक की ग़लती का आरोप सहायक पर आता है, बड़ों की भूल छोटों को भुगतनी पड़ती है

ज़बान में कीड़े पड़ जाएँ

(श्राप) ज़बान गल सड़ जाये

ज़बान में कीड़े पड़ें

(श्राप) ज़बान गल सड़ जाये

क़ब्र में कीड़े पड़ें

(श्राप) क़ब्र में तकलीफ़ हो

गोर में कीड़े पड़ें

(बद दुआ) अज़ाब-ए-क़ब्र में मुबतला हो, जहन्नुम रसीद हो

ज़्यादा मिठास में कीड़े पड़ जाते हैं

सीमा से अधिक अच्छा स्वभाव हानिकारक होता है, सीमा से अधिक मेल जोल से संबंध बिगड़ जाते हैं

किराए पर देना

मकान आदि किराए पर इस्तेमाल के लिए देना

सर गाड़ी पैर पहिया करे तो रोटी मिलती है

मेहनत करने से रोटी हासिल होती है

कब मरै, कब कीड़े पड़ें

बहुत लंबा काम है, जल्दी नहीं हो सकता

साईं तुझ बिन कौन है जो करे नय्या पार, तू ही आवत है नज़र चहूँ ओर करतार

ऐ ईश्वर तेरे सिवा कौन है जो बेड़ा पार करे, जिधर देखता हूँ तू ही दिखाई देता है

कब मरे और कब कीड़े पड़ें

बहुत लंबा काम है, जल्दी नहीं हो सकता

करनी करे तो क्यूँ डरे, कर के क्यूँ पछताय, बोवे पेड़ बबूल के, आम कहाँ से खाय

जो बात करनी चाहो करो डरो नहीं और कर के फिर पछताना नहीं चाहिए

कद्दू पर मारना

बेवुक़त जानना, ग़ैर अहम ख़्याल करना, मुतलक़ पर्वा ना करना

करनी करे तो क्यूँ करे और करके पछताए, पेड़ बोए बबूल के तो आम कहाँ से खाए

जो बात करनी चाहो करो डरो नहीं और कर के फिर पछताना नहीं चाहिए

किराए पर

उजरत पर, मुआवज़े से, पैसों से

किराए पर चलना

किराए पर चलाना (रुक) का लाज़िम, उजरत इस्तिमाल होना (मकान वग़ैरा)

किराए पर उठाना

to hire out, to let

किराए पर चलाना

मकान या कोई चीज़ किराए पर देना, किराये पर देना, ख़र्च चलाना, ख़र्च पर भेजना, स्त्री का ख़र्च उठाना

रू-ब-कारी पर से छूटना

हाकिम की अदालत से रिहाई पाना

सिंघ से सर पर करे सियार

गीदड़ शेर का मुकाबला करे तो निहायत अजीब बात है, नामुमकिन बात है, अजीब बात है

किराए पर लग जाना

रुक: किराए पर चढ़ जाना

किराए पर रहना

(मकान वग़ैरा में) उजरत कर रहना, पैसे अदा कर के रहना

नाम पर क़ुर'आ निकलना

نام پر قرعہ نکالنا (رک) کا لازم

नाम पर क़ुर'आ निकालना

किसी विशेष कार्य के लिए लॉटरी में किसी का नाम निकालना, किसी ख़ास काम के लिए लॉटरी में किसी का नाम निकालना

छुरी पर कद्दू, कद्दू पर छुरी

हर स्थिति में बात वही है, हानि निर्धन ही की होती है

मरे हुओं पर मत रोओ बल्कि बेवक़ूफ़ों पर गिर्या करो

(तुर्की कहावत उर्दू में मुस्तामल) । मुरदे को रोने से बेहतर है बेवक़ूफ़ की बेवक़ूफ़ी का मातम करें

लाल बुझक्कड़ बूझियाँ और न बूझा कोए, पैर में चक्की बाँध के कोई हिरना कूदा हुए

रात को गाँव के पास से हाथी गुज़रा, उसके पाँव का निशान देख कर लोग बहुत हैरान हुए, लाल बुझक्कड़ ने यह फ़ैसला दिया कि कोई हिरन पाँव में चक्की बाँध के कूदा है

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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