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बढ़ से बढ़

ज़्यादा से ज़्यादा

हद से बढ़ चलना

۔تجاوز کرنا۔ ؎

हद से बढ़ जाना

रुक : हद से बाहर जाना

जान से बढ़ कर

رک : جان سے زیادہ عزیز.

हैसिय्यत से बढ़ कर

क्षमता या साधन से परे, शक्ति से बाहर, गुंज़ाइश से बाहर

ख़ाना जम' से बढ़ जाना

व्यय का आय से अधिक होना

हद से बढ़ के

beyond limitations

हद से बढ़ कर

अत्यधिक, बेइंतिहा, बहुत ज़्यादा

राँड से बढ़ कर कोसना नहीं

रुक : रांड से प्रिय अलख

एक से बढ़ के एक

one better or worse than another

पाँव से पाँव बाँध कर चलना

साथ साथ चलना: बराबरी करना

पाँव से पाँव बाँध कर चलना

keep close company

पाँव से पाँव बाँध कर बिठाना

निहायत चौकसी रखना, अपने पास से कहीं जाने ना देना, हरवक़त साथ रखना

पाँव से पाँव बाँध कर बिठाना

۔ (عو) اپنے پاس رکھنا۔ جدا نہ ہونے دینا۔ سخت نگہبانی کرنا۔ (فقرہ) بی ہمسائی اپنی بیٹی کو پاؤں سے پاؤں باندھکر بٹھائے رکھتی ہیں۔

पट्टी से पाँव बाँध के बैठना

(किसी कार्य में) बहुत अधिक ध्यान और प्रयास लगाना

मुर्दों से शर्त बाँध कर सोना

बहुत गहरी नींद सोना, अत्यधिक बेख़बर हो कर सोना

टाँग से टाँग बाँध कर बिठाना

अपने पास से सरकने न देना, पहलू में बिठाना

मुर्दे से शर्त बाँध के सोना

निहायत बेख़बर हो कर सोना, निहायत ग़फ़लत की नींद सोना

मुर्दे से शर्त बाँध कर सोना

निहायत बेख़बर हो कर सोना, निहायत ग़फ़लत की नींद सोना

घोड़ी पर सर से कफ़न बाँध कर बैठना चाहिये

घोड़े की सवारी ख़तरनाक होती है

गोश्त खाए गोश्त बढ़े, साग खाए ओझड़ी, तो बल कहाँ से हो

मांस खाने से मांस बढ़ता है, घी खाने से बल बढ़ता है और साग खाने से पेट बढ़ता है परंतु बल नहीं होता

गोश्त खाए गोश्त बढ़े, घी खाए बल होय, साग खाए ओझ बढ़े बूता कहाँ से होय

मांस खाने से मांस बढ़ता है, घी खाने से बल बढ़ता है और साग खाने से पेट बढ़ता है परंतु बल नहीं होता

मास खाए मास बढ़े, घी खाए बल होय, साग खाए ओझ बढ़े बूता कहाँ से होय

मांस खाने से मांस बढ़ता है, घी खाने से बल बढ़ता है और साग खाने से पेट बढ़ता है परंतु बल नहीं होता

बड़ी-शै

वह बात या काम जो किसी भी हिसाब से असाधारण हो, जैसे अच्छा काम, प्रतिष्ठा योग्य या अच्छी बात, आशा से अधिक

धाओ, जो बिध लिखा सो पाओ

रुक : धाओ धाओ अलख

जो बँध गया सो मोती, जो रह गया सो पत्थर

Pearls are bored, stones are left.

बिंध गया सो मोती, रह गया सो पत्थर

जो काम हो गया उसे संतोष योग्य समझना चाहिए

जो बँध गया सो मोती

۔مثل۔ جو بن گیا وہی اچھا۔

बिंध गया सो मोती रह गया सो कंकर

जो काम हो गया उसे संतोष योग्य समझना चाहिए

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में घोड़ी पर सर से कफ़न बाँध कर बैठना चाहिये के अर्थदेखिए

घोड़ी पर सर से कफ़न बाँध कर बैठना चाहिये

gho.Dii par sar se kafan baa.ndh kar baiThnaa chaahiyeگھوڑی پَر سَر سے کَفَن باندْھ کَر بَیٹْھنا چاہِیے

कहावत

घोड़ी पर सर से कफ़न बाँध कर बैठना चाहिये के हिंदी अर्थ

  • घोड़े की सवारी ख़तरनाक होती है

گھوڑی پَر سَر سے کَفَن باندْھ کَر بَیٹْھنا چاہِیے کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • گھوڑے کی سواری خطرناک ہوتی ہے

Urdu meaning of gho.Dii par sar se kafan baa.ndh kar baiThnaa chaahiye

  • Roman
  • Urdu

  • gho.De kii savaarii Khatarnaak hotii hai

खोजे गए शब्द से संबंधित

बढ़ से बढ़

ज़्यादा से ज़्यादा

हद से बढ़ चलना

۔تجاوز کرنا۔ ؎

हद से बढ़ जाना

रुक : हद से बाहर जाना

जान से बढ़ कर

رک : جان سے زیادہ عزیز.

हैसिय्यत से बढ़ कर

क्षमता या साधन से परे, शक्ति से बाहर, गुंज़ाइश से बाहर

ख़ाना जम' से बढ़ जाना

व्यय का आय से अधिक होना

हद से बढ़ के

beyond limitations

हद से बढ़ कर

अत्यधिक, बेइंतिहा, बहुत ज़्यादा

राँड से बढ़ कर कोसना नहीं

रुक : रांड से प्रिय अलख

एक से बढ़ के एक

one better or worse than another

पाँव से पाँव बाँध कर चलना

साथ साथ चलना: बराबरी करना

पाँव से पाँव बाँध कर चलना

keep close company

पाँव से पाँव बाँध कर बिठाना

निहायत चौकसी रखना, अपने पास से कहीं जाने ना देना, हरवक़त साथ रखना

पाँव से पाँव बाँध कर बिठाना

۔ (عو) اپنے پاس رکھنا۔ جدا نہ ہونے دینا۔ سخت نگہبانی کرنا۔ (فقرہ) بی ہمسائی اپنی بیٹی کو پاؤں سے پاؤں باندھکر بٹھائے رکھتی ہیں۔

पट्टी से पाँव बाँध के बैठना

(किसी कार्य में) बहुत अधिक ध्यान और प्रयास लगाना

मुर्दों से शर्त बाँध कर सोना

बहुत गहरी नींद सोना, अत्यधिक बेख़बर हो कर सोना

टाँग से टाँग बाँध कर बिठाना

अपने पास से सरकने न देना, पहलू में बिठाना

मुर्दे से शर्त बाँध के सोना

निहायत बेख़बर हो कर सोना, निहायत ग़फ़लत की नींद सोना

मुर्दे से शर्त बाँध कर सोना

निहायत बेख़बर हो कर सोना, निहायत ग़फ़लत की नींद सोना

घोड़ी पर सर से कफ़न बाँध कर बैठना चाहिये

घोड़े की सवारी ख़तरनाक होती है

गोश्त खाए गोश्त बढ़े, साग खाए ओझड़ी, तो बल कहाँ से हो

मांस खाने से मांस बढ़ता है, घी खाने से बल बढ़ता है और साग खाने से पेट बढ़ता है परंतु बल नहीं होता

गोश्त खाए गोश्त बढ़े, घी खाए बल होय, साग खाए ओझ बढ़े बूता कहाँ से होय

मांस खाने से मांस बढ़ता है, घी खाने से बल बढ़ता है और साग खाने से पेट बढ़ता है परंतु बल नहीं होता

मास खाए मास बढ़े, घी खाए बल होय, साग खाए ओझ बढ़े बूता कहाँ से होय

मांस खाने से मांस बढ़ता है, घी खाने से बल बढ़ता है और साग खाने से पेट बढ़ता है परंतु बल नहीं होता

बड़ी-शै

वह बात या काम जो किसी भी हिसाब से असाधारण हो, जैसे अच्छा काम, प्रतिष्ठा योग्य या अच्छी बात, आशा से अधिक

धाओ, जो बिध लिखा सो पाओ

रुक : धाओ धाओ अलख

जो बँध गया सो मोती, जो रह गया सो पत्थर

Pearls are bored, stones are left.

बिंध गया सो मोती, रह गया सो पत्थर

जो काम हो गया उसे संतोष योग्य समझना चाहिए

जो बँध गया सो मोती

۔مثل۔ جو بن گیا وہی اچھا۔

बिंध गया सो मोती रह गया सो कंकर

जो काम हो गया उसे संतोष योग्य समझना चाहिए

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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