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"दीमक के खाए पेड़, सोच के मारे देह किसी काम के नहीं रहते" शब्द से संबंधित परिणाम

सोच-साच

सोच, विचार, चिंता

सोच-साच कर

सोच समझ कर, समझ बूझ कर

सच-सच

ठीक-ठीक, दुरुस्त

सच सच बोलो

ठीक ठीक कहो, ठीक और सही बात कहो

सच सच बोलना

ठीक-ठीक कहना, झूठ न बोलना

सोच

विचार, ध्यान, चिंता, परेशानी

सच

सत्य, सही, ठीक, वास्तविकता

'अक़्ल बढ़े सोच से, रोटी बढ़े लोच से

सोचने से अक़्ल में बढ़ोतरी होती है और आटे में लोच हो तो रोटी अच्छी बनती है

ज्ञान बढ़े सोच से, रोग बढ़े भोग से

बुद्धि सोचने से बढ़ती है और बीमारी संभोग करने से

सच बात आधी लड़ाई होती है

सच बोलने पर प्राय: लड़ाई हो जाती है

सोच में पड़ना

फ़िक्रमंद होना, मुतफ़क्किर हो जाना

सच बोलना आधी लड़ाई मोल लेना है

सच्च बोलने पर उमूमन लड़ाई होजाती है क्योंकि सच्च लोगों को गिरां गुज़रता है, सच्च बात तल्ख़ मालूम होती है

सच है हराम-ज़ादे की रस्सी दराज़ है

कमीना अधिक दिनों तक जीता है और उसे छूट मिलती रहती है

सच बात कड़वी लगती है

यदि किसी की त्रुटि का वर्णन करो तो वो क्रोधित हो जाता है

सोच पड़ना

चिंता होना, प्रयास करना

सच बोलना और लड़ाई मोल लेना बराबर है

सच्च बोलने पर उमूमन लड़ाई होजाती है क्योंकि सच्च लोगों को गिरां गुज़रता है, सच्च बात तल्ख़ मालूम होती है

दीमक के खाए पेड़, सोच के मारे देह किसी काम के नहीं रहते

दीमक का खाया दरख़्त और फ़िक्र का मारा हुआ बदन बे कार होते हैं

झूट-सच उड़ाना

गप मारना, फ़ालतू बातें करना

साँच कहे सो मारा जाए, झूटा भड़ुवा लड्डू खाए

सत्य कहने वाले को लोग बुरा समझते हैं, झूठा मज़े में रहता है

तू कहे सो सच है बूढ़ी तू कहे सो सच

किसी की सच बात को भी अनसुनी करना, जब कोई किसी की दुहाई सुनना न चाहे

सच और झूट में चार उँगल का फ़र्क़ है

सच्चे बात देखी जाती है और झूओती बात सुनी जाती है, इसी लिए कहते हैं क्योंकि आँख और कान में चार उंगल का फ़र्क़ है

साँच वो है जो आँच को सहे

सच्च बोल और किसी का ख़ौफ़ ना कर, सच्च को किसी आज़माईश का कूफ़ नहीं होता

सच का ज़माना नहीं

झूठ का बोलबाला है, सच की कोई क़द्र नहीं है

सोच में

सोचते हुए, ख़याल में, सोच में, विचार में, फ़िक्र में

यक़ीन के बंदे होगे तो सच मानोगे

अगर तुम को सच्च बात की पहचाना होगी तो हमारी बात पर संदेह नहीं करोगे

सच मानना

सही मानना, ठीक मान लेना

सच पूछना

अस्ली बात का पता लगाना

ding an sich

फ़लसफ़ा : कोई शय बज़ातेह

सच कहूँ

सटीक कहूँ, सच बताऊँ, राज खोलूँ

सोच के धारे

ख़्यालात के पहलू, विचारों अथवा सोच के पहलू

सोच विचार

सोचने-समझने या विचार करने की क्रिया या भाव, सोचना-समझना

सच पूछो तो

the fact is

सच कर दिखाना

किसी अमर को सही साबित करदेना (क़ौल से या अमल से

साँच को आँच नहीं

सत्य बोलने वाले को हानि नहीं पहुँचता

सोच में आना

फ़िक्रमंद होना, मुतफ़क्किर हो जाना

सच पूछिए

वाक़ई बात ये है, हक़ीक़त ये है

सोच में रहना

to remain absorbed in thought, muse

सोच-संकोच

apprehension and shrinking, anxiety and fear

सोच में डूबना

रुक : सोच में पड़ना

साँच को आँच

सत्य हानिरहित है, सच्च बोलने वाला नुक़्सान नहीं उठाता

झूट को सच कर दिखाना

अवास्तविक कार्य को वास्तविक बना देना, झूठी बात को इस तरह व्याख्या करना कि सच्ची मालूम हो

सच कहे सो मारा जाए

सच कहे तो मारा जाए

सच कहे तो मारा जाए

सच कहे सो मारा जाए

सत्य कहने वाले को लोग बुरा समझते हैं, झूठा मज़े में रहता है

सछ-मुँछ

درحقیقت ، سچ مُچ .

साँचा-साज़ी

साँचा बनाने का काम, साँचा बनाना

रले मिले पंचों रहे, जान जाए पर सच न कहे

पंचायत के साथ मेल-जोल रखना चाहिए चाहे झूठ ही बोलना पड़े

झूट कहे सो लड्डू खाय, साँच कहे सो मारा जाय

उल्टा समय है झूटा मज़े में रहता है और सच्चे की हानि होती है

झूट झूट है सच सच है

सच के सामने झूठ नहीं टिकता

झूट-सच नज़र आना

सच्चाई सामने आना

साँच कहे सो मारा जाए, झूट कहे सो लड्डू खाए

सच्च कहने वाले को लोग बुरा समझते हैं, झूटा मज़े में रहता है

सच-है

दरुस्त है, ठीक है, नि:संदेह, हाँ

झूट चाहे भेस सच कहे में नंगा भला

झूट बोलने वाले को बहुत सी बातें बनानी पड़ती हैं, सच्चा साफ़ बात कह देता है

झूटी बात सच कर दिखाना

अतिश्योक्ति करना, बहुत झूट बोलना, अद्भुत कार्य कर दिखाना

साँच पीछे वाद नहीं, राँड पीछे काल नहीं

सच्च से बढ़ कर कोई गाली नहीं (वाद - बात), बेवा होने से बढ़ कर मुसीब नहीं

सचीं

सत्य, सच्च, वास्तव में, हक़ीक़त में

झूट-सच बातें बनाना

ग़लत बयानबाज़ी या झूठी-सच्ची बातें बनाना

सोच करना

विचार करना; पछताना, डरना, चिंता करना और झिझकना

सच करना

सच्च साबित करना, सच्च होने का सबूत देना

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में दीमक के खाए पेड़, सोच के मारे देह किसी काम के नहीं रहते के अर्थदेखिए

दीमक के खाए पेड़, सोच के मारे देह किसी काम के नहीं रहते

diimak ke khaa.e pe.D, soch ke maare deh kisii kaam ke nahii.n rahteدِیمَک کے کھائے پیڑ، سوچ کے مارے دیہہ کسی کام کے نَہِیں رَہتے

कहावत

दीमक के खाए पेड़, सोच के मारे देह किसी काम के नहीं रहते के हिंदी अर्थ

  • दीमक का खाया दरख़्त और फ़िक्र का मारा हुआ बदन बे कार होते हैं

دِیمَک کے کھائے پیڑ، سوچ کے مارے دیہہ کسی کام کے نَہِیں رَہتے کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • دیمک کا کھایا درخت اور فکر کا مارا ہوا بدن بے کار ہوتے ہیں.

Urdu meaning of diimak ke khaa.e pe.D, soch ke maare deh kisii kaam ke nahii.n rahte

  • Roman
  • Urdu

  • diimak ka khaaya daraKht aur fikr ka maaraa hu.a badan be kaar hote hai.n

खोजे गए शब्द से संबंधित

सोच-साच

सोच, विचार, चिंता

सोच-साच कर

सोच समझ कर, समझ बूझ कर

सच-सच

ठीक-ठीक, दुरुस्त

सच सच बोलो

ठीक ठीक कहो, ठीक और सही बात कहो

सच सच बोलना

ठीक-ठीक कहना, झूठ न बोलना

सोच

विचार, ध्यान, चिंता, परेशानी

सच

सत्य, सही, ठीक, वास्तविकता

'अक़्ल बढ़े सोच से, रोटी बढ़े लोच से

सोचने से अक़्ल में बढ़ोतरी होती है और आटे में लोच हो तो रोटी अच्छी बनती है

ज्ञान बढ़े सोच से, रोग बढ़े भोग से

बुद्धि सोचने से बढ़ती है और बीमारी संभोग करने से

सच बात आधी लड़ाई होती है

सच बोलने पर प्राय: लड़ाई हो जाती है

सोच में पड़ना

फ़िक्रमंद होना, मुतफ़क्किर हो जाना

सच बोलना आधी लड़ाई मोल लेना है

सच्च बोलने पर उमूमन लड़ाई होजाती है क्योंकि सच्च लोगों को गिरां गुज़रता है, सच्च बात तल्ख़ मालूम होती है

सच है हराम-ज़ादे की रस्सी दराज़ है

कमीना अधिक दिनों तक जीता है और उसे छूट मिलती रहती है

सच बात कड़वी लगती है

यदि किसी की त्रुटि का वर्णन करो तो वो क्रोधित हो जाता है

सोच पड़ना

चिंता होना, प्रयास करना

सच बोलना और लड़ाई मोल लेना बराबर है

सच्च बोलने पर उमूमन लड़ाई होजाती है क्योंकि सच्च लोगों को गिरां गुज़रता है, सच्च बात तल्ख़ मालूम होती है

दीमक के खाए पेड़, सोच के मारे देह किसी काम के नहीं रहते

दीमक का खाया दरख़्त और फ़िक्र का मारा हुआ बदन बे कार होते हैं

झूट-सच उड़ाना

गप मारना, फ़ालतू बातें करना

साँच कहे सो मारा जाए, झूटा भड़ुवा लड्डू खाए

सत्य कहने वाले को लोग बुरा समझते हैं, झूठा मज़े में रहता है

तू कहे सो सच है बूढ़ी तू कहे सो सच

किसी की सच बात को भी अनसुनी करना, जब कोई किसी की दुहाई सुनना न चाहे

सच और झूट में चार उँगल का फ़र्क़ है

सच्चे बात देखी जाती है और झूओती बात सुनी जाती है, इसी लिए कहते हैं क्योंकि आँख और कान में चार उंगल का फ़र्क़ है

साँच वो है जो आँच को सहे

सच्च बोल और किसी का ख़ौफ़ ना कर, सच्च को किसी आज़माईश का कूफ़ नहीं होता

सच का ज़माना नहीं

झूठ का बोलबाला है, सच की कोई क़द्र नहीं है

सोच में

सोचते हुए, ख़याल में, सोच में, विचार में, फ़िक्र में

यक़ीन के बंदे होगे तो सच मानोगे

अगर तुम को सच्च बात की पहचाना होगी तो हमारी बात पर संदेह नहीं करोगे

सच मानना

सही मानना, ठीक मान लेना

सच पूछना

अस्ली बात का पता लगाना

ding an sich

फ़लसफ़ा : कोई शय बज़ातेह

सच कहूँ

सटीक कहूँ, सच बताऊँ, राज खोलूँ

सोच के धारे

ख़्यालात के पहलू, विचारों अथवा सोच के पहलू

सोच विचार

सोचने-समझने या विचार करने की क्रिया या भाव, सोचना-समझना

सच पूछो तो

the fact is

सच कर दिखाना

किसी अमर को सही साबित करदेना (क़ौल से या अमल से

साँच को आँच नहीं

सत्य बोलने वाले को हानि नहीं पहुँचता

सोच में आना

फ़िक्रमंद होना, मुतफ़क्किर हो जाना

सच पूछिए

वाक़ई बात ये है, हक़ीक़त ये है

सोच में रहना

to remain absorbed in thought, muse

सोच-संकोच

apprehension and shrinking, anxiety and fear

सोच में डूबना

रुक : सोच में पड़ना

साँच को आँच

सत्य हानिरहित है, सच्च बोलने वाला नुक़्सान नहीं उठाता

झूट को सच कर दिखाना

अवास्तविक कार्य को वास्तविक बना देना, झूठी बात को इस तरह व्याख्या करना कि सच्ची मालूम हो

सच कहे सो मारा जाए

सच कहे तो मारा जाए

सच कहे तो मारा जाए

सच कहे सो मारा जाए

सत्य कहने वाले को लोग बुरा समझते हैं, झूठा मज़े में रहता है

सछ-मुँछ

درحقیقت ، سچ مُچ .

साँचा-साज़ी

साँचा बनाने का काम, साँचा बनाना

रले मिले पंचों रहे, जान जाए पर सच न कहे

पंचायत के साथ मेल-जोल रखना चाहिए चाहे झूठ ही बोलना पड़े

झूट कहे सो लड्डू खाय, साँच कहे सो मारा जाय

उल्टा समय है झूटा मज़े में रहता है और सच्चे की हानि होती है

झूट झूट है सच सच है

सच के सामने झूठ नहीं टिकता

झूट-सच नज़र आना

सच्चाई सामने आना

साँच कहे सो मारा जाए, झूट कहे सो लड्डू खाए

सच्च कहने वाले को लोग बुरा समझते हैं, झूटा मज़े में रहता है

सच-है

दरुस्त है, ठीक है, नि:संदेह, हाँ

झूट चाहे भेस सच कहे में नंगा भला

झूट बोलने वाले को बहुत सी बातें बनानी पड़ती हैं, सच्चा साफ़ बात कह देता है

झूटी बात सच कर दिखाना

अतिश्योक्ति करना, बहुत झूट बोलना, अद्भुत कार्य कर दिखाना

साँच पीछे वाद नहीं, राँड पीछे काल नहीं

सच्च से बढ़ कर कोई गाली नहीं (वाद - बात), बेवा होने से बढ़ कर मुसीब नहीं

सचीं

सत्य, सच्च, वास्तव में, हक़ीक़त में

झूट-सच बातें बनाना

ग़लत बयानबाज़ी या झूठी-सच्ची बातें बनाना

सोच करना

विचार करना; पछताना, डरना, चिंता करना और झिझकना

सच करना

सच्च साबित करना, सच्च होने का सबूत देना

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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