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सरेशम

सरेस, सरेश, एक प्रसिद्ध लसदार पदार्थ जो ऊंट, गाय, भैंस आदि के चमड़े और हड्डियों या मछली के पोटे को पकाकर निकालते हैं। तथा जो मुख्य रूप से लकड़ियाँ आदि जोड़ने के काम आता है, सहरेश, सरेश

सर-ए-शाम

सूरज डूबते समय, संध्यामुख

सरेशम-ए-माही

एक विशेष मछली का बना हुआ सिरेश जो दवा के काम आता है और राज़रोग, अर्थात् तपेदिक़ की बहुत अच्छी दवा है

सर-ए-शाम पगड़ी ग़ाइब

बहुत चोरी होती है

सर-ए-शाम ही से

(since) early evening

सरेश-ए-माही

एक तरल पदार्थ जो स्वादरहित और दुर्गंधयुक्त होता है, सूस मछली के पेट से निकलता है, पानी में विलीन हो जाता है, जब तक सूखा है रेशम के जैसे तार होते हैं मगर उनमें थोड़ी कठोरता होती है, घुलने के बाद उसमें चेप और चिपचिपा गाढ़ा रस पैदा हो जाता है, किसी का रंग सफ़ेद होता है किसी का काला भी होता है

सर-शुमारी

टैक्स जो प्रति व्यक्ति के हिसाब से निश्चित हो

सौ दुश्मन , सौ दोस्त

ग़ाफ़िल ना रहने की ताकीद के लिए बोलते हैं, इंसान को बरवक़्त एहतियात लाज़िम है क्योंकि दोस्तों के इलावा दुश्मन भी होते हैं

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में सर-ए-शाम ही से के अर्थदेखिए

सर-ए-शाम ही से

sar-e-shaam hii seسرِ شام ہی سے

English meaning of sar-e-shaam hii se

  • (since) early evening

Urdu meaning of sar-e-shaam hii se

  • Roman
  • Urdu

खोजे गए शब्द से संबंधित

सरेशम

सरेस, सरेश, एक प्रसिद्ध लसदार पदार्थ जो ऊंट, गाय, भैंस आदि के चमड़े और हड्डियों या मछली के पोटे को पकाकर निकालते हैं। तथा जो मुख्य रूप से लकड़ियाँ आदि जोड़ने के काम आता है, सहरेश, सरेश

सर-ए-शाम

सूरज डूबते समय, संध्यामुख

सरेशम-ए-माही

एक विशेष मछली का बना हुआ सिरेश जो दवा के काम आता है और राज़रोग, अर्थात् तपेदिक़ की बहुत अच्छी दवा है

सर-ए-शाम पगड़ी ग़ाइब

बहुत चोरी होती है

सर-ए-शाम ही से

(since) early evening

सरेश-ए-माही

एक तरल पदार्थ जो स्वादरहित और दुर्गंधयुक्त होता है, सूस मछली के पेट से निकलता है, पानी में विलीन हो जाता है, जब तक सूखा है रेशम के जैसे तार होते हैं मगर उनमें थोड़ी कठोरता होती है, घुलने के बाद उसमें चेप और चिपचिपा गाढ़ा रस पैदा हो जाता है, किसी का रंग सफ़ेद होता है किसी का काला भी होता है

सर-शुमारी

टैक्स जो प्रति व्यक्ति के हिसाब से निश्चित हो

सौ दुश्मन , सौ दोस्त

ग़ाफ़िल ना रहने की ताकीद के लिए बोलते हैं, इंसान को बरवक़्त एहतियात लाज़िम है क्योंकि दोस्तों के इलावा दुश्मन भी होते हैं

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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