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"नैन को नेह न टूटे, जैसे बेल बृछ को लिपटे, सूख जाए न छूटे" शब्द से संबंधित परिणाम

no-one

कोई नहीं

ना-ना

۔ (ह। बालज़म वबा लक्सर)मुज़क्कर।(हिंदू)नाख़ुन। वो हड्डी जो उंगलीयों के अख़ीर सिरे पर होती है

ना'ना

پودینہ

no-no

बोल चाल: ना मुम्किन या नामंज़ूर शैय या बात।

नई-नई

(نیا نیا (رک) کی تانیث) بالکل نئی ، جدید ترین ، تازہ ترین ۔

नए-नए

بالکل نئے ، تازہ بہ تازہ ، جدید

नौ'

प्रकार, शैली, तरह (विभिन्न और एकसमान विशिष्टताओं की दृष्टि से)

नए-नए मैदान तलाश करना

नई-नई राहें निकालना, नवाचार अपनाना

नए-नए फ़ितने पैदा करना

नए-नए झगड़े शुरू करना, तरह-तरह के विवाद पैदा करना

नई-नई बातें

निराली बातें, नए मामलात, नई चीज़ें

नए-नए रूप बदलना

रुक : नए नए सूआइंग दिखाना

नई-नई राहें खोलना

नई उमंगें पैदा करना, नए नए रास्ते निकालना

न-न करना

बार बार मना करना, इनकार किए जाना

नई-नई होना

नई चीज़ें चाहना, नई बात होना

नए-नए रास्ते निकालना

विभिन्न प्रकार की प्रणाली और पद्धति अपनाना, आधुनिक राहें स्वीकार करना

कमबख़्त गए हाट न मिले तराज़ू न मिले बाट

दुर्भाग्य आदमी का हर तरह नुक़्सान होता है सौदा लेने जाए तो दुकानदार के पास तराज़ू या बाट नहीं होते, जितना चाहे दे

न'ई

किसी के मरने की ख़बर, किसी के मृत्यु की सूचना, सुनावनी

कड़का सोहे पाली ने, विरहा सोहे माली ने

हर वस्तु अपनी जगह पर अच्छी लगती है, कड़खा तो गड़रियों के मुँह से अच्छा लगता है और बिरहा मालियों के मुँह से

क़द्र-दान की जूतियाँ उठाइए, ना-क़द्र के पापोश मारने न जाइए

जो व्यक्ति गुणों की क़द्र करे या गुण-ग्राहक हो, उसका सम्मान करना चाहिए और नाक़द्र या जो क़द्र न करे उसके पास भी नहीं जाना चाहिए

ना चक्खा , न खाया , ना-हक़ अपना नाम धराया

बिलावजह बदनाम होने के मौके़ पर मुस्तामल

जान न पहचान ना-ख़्वाँदा मेहमान

रुक : जान ना पहचान बड़ी ख़ाला सलाम

कवित सोहे भाट ने, और खेती सोहे जाट ने

कविता भाट को शोभा देती है और खेती जाट को

उस नर को न सीख सुहावे, नेह फंद में जो फँस जावे

प्रेमी पर सीख का असर नहीं होता

मर्द वो है जो दे और न ले, और नीम मर्द वो है जो दे और ले, ना-मर्द वो है जो न दे और न ले

बुज़ुर्गों का क़ौल है कि बहादुर वो है जो देता है यानी सख़ावत करता है मगर किसी से लेता नहीं, नीम बहादुर वो है जो देता भी है और लेता भी, बुज़दिल और नालायक़ वो है जो लेता तो है मगर देता किसी को नहीं

क़द्र-ए-ईं बादा नदानी ब-ख़ुदा ता न चशी

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) ख़ुदा की क़सम जब तक इस शराब को ना चखेगा उस की क़दर ना जानेगा, जब तक ख़ुद तजुर्बा ना क्यू जाये असल कैफ़ीयत मालूम नहीं होसकती

वहदत-ए-नौ'ई

एक प्रकार की वस्तुओं की एकता।

ना'ई

रुकावट डालने वाला, मुज़ाहम नीज़ मौत का फ़रिश्ता , मौत की ख़बर लाने वाला

रोज़-नौ-रोज़ी-ए-नौ

नया दिन, नई रोज़ी, यानी कल के लिए आज से फ़िक्र करने की ज़रूरत नहीं, आज जो कुछ मिला है उसे इत्मीनान और बेफिक्री से सिर्फ़ करो कल की बात कल के साथ, जिस ख़ुदा ने आज देव है वही कल भी देगा. इस क़ौल के मिस्दाक़ वो लोग भी हो सकते हैं जो अपनी रोज़ी रोज़ रोज़ बदला करते हैं

ना-मफ़हूम-उल-म'आनी

جس کا مطلب سمجھ میں نہ آئے ، گنجلک ، مبہم ، غیر واضح ۔

ना-रा'ना

जो अच्छा न लगता हो, बुरा

अच्छा किया रहमान ने, बुरा किया शैतान ने

अच्छी बात ईश्वर की तरफ़ से है और बुरी शैतान की तरफ़ से

जोखों भरना मरना चूके ना, ऐसे मरना जो कोई थूके ना

मरना बरहक़ पर इज़्ज़त की मौत मरना चाहिए या मरना बरहक़ मगर कुत्ते की मौत ना मरे

ताज़ा-बताज़ा-नौ-ब-नौ

بالکل نیا ، تازہ بتازہ (رک) ۔

कसाफ़त-ए-नौ'ई

(سائنس) دھات کا وہ وزن جس کا مقابلہ اس کے ہم مقدار پانی کے وزن سےکیا جائے.

नौ'ई

خاص وضع یا انداز کا ، خصوصی ، معیاری ۔

'अन'अना

کسی روایت کو عن فلان عن فُلان کہہ کر بیان کرنا ، کسی بات کا از فُلاں از فُلاں کے وسیلے سے تذکرہ ۔

नैन का नेह न टूटे, जैसे बेल बृछ को लिपटे, सूख जाए न छूटे

आँख लगाने के बाद मुहब्बत नहीं जाती जैसे बैल दरख़्त से लिपट जाती तो इस से अलग नहीं होती ख़ाह सूख जाये

नैन को नेह न टूटे, जैसे बेल बृछ को लिपटे, सूख जाए न छूटे

आँख लगाने के बाद मुहब्बत नहीं जाती जैसे बैल दरख़्त से लिपट जाती तो इस से अलग नहीं होती ख़ाह सूख जाये

नौ-ब-नौ

ever fresh, ever new, up-to-date

नौ-बर-नौ

(رک : نو بہ نو جو زیادہ مستعمل ہے) ، تازہ بہ تازہ ، نئے نئے ۔

सिक़्ल-ए-नौ'ई

(طبیعیات) اشیاے جامد اور مائعات میں سے کسی شے کا حجم معلوم کرنے کے لیے اس کو پانی کے حجم کے برابر لیتے ہیں ان دونوں ہم حجم چیزوں کی نسبت کو ثقل نوعی ثقل نسبتی یا وزن مخصوص کہتے ہیں کثافت نوعی ، کثافت اضافی .

होत में ने'मत न होत में मुसीबत

अमीरी में नेअमत है ग़रीबी में मुसीबत

अच्छा किया ख़ुदा ने, बुरा किया बंदे ने

अच्छी बात ईश्वर की तरफ़ से होती है एवं बुरी स्वंय के पापों का परिणाम होता है

चाकर है तो ना-चाकर, ना नाचे तो नाचा कर

अगर नौकर है तो काम करना पड़ेगा और अगर ना करेगा तो नौकर नहीं

नौ-ब-नौ

ever fresh, ever new, up-to-date

हर-नौ'ई

-हर प्रकार का, हर तरह का।।

यक-नौ'ई

एक तरह का, एक ही किस्म का, एक ही प्रकार, सजातीय

भला किया सो ख़ुदा ने, बुरा किया बंदे ने

अच्छी बात ईश्वर की तरफ़ से होती है एवं बुरी स्वंय के पापों का परिणाम होता है

हरारत-ए-नौ'ई

رک : حرارتِ مخصوصہ.

मना'अत-ए-नौ'ई

(طب) رک : مناعت خاندانی ۔

ये दुनिया दिन चार है संग न तेरे जा, साईं का रख आसरा और वा से ही नेह लगा

ये संसार नश्वर है, ईश्वर से ध्यान लगा

हुकूमत-ए-नौ'ई

وہ طرزِحکومت جس میں سادات قوم سے عقلا ، امرا اور اتقیا کی ایک جماعت حکمرانی کرے اور کوئی بادشاہ نہ ہو

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में नैन को नेह न टूटे, जैसे बेल बृछ को लिपटे, सूख जाए न छूटे के अर्थदेखिए

नैन को नेह न टूटे, जैसे बेल बृछ को लिपटे, सूख जाए न छूटे

nain ko neh na TuuTe, jaise bel brichh ko lipTe, suukh jaa.e na chhuuTeنَین کو نیہ نَہ ٹُوٹے، جَیسے بیل بِرِچھ کو لِپٹے، سُوکھ جائے نَہ چُھوٹے

कहावत

नैन को नेह न टूटे, जैसे बेल बृछ को लिपटे, सूख जाए न छूटे के हिंदी अर्थ

  • आँख लगाने के बाद मुहब्बत नहीं जाती जैसे बैल दरख़्त से लिपट जाती तो इस से अलग नहीं होती ख़ाह सूख जाये

نَین کو نیہ نَہ ٹُوٹے، جَیسے بیل بِرِچھ کو لِپٹے، سُوکھ جائے نَہ چُھوٹے کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • آنکھ لگانے کے بعد محبت نہیں جاتی جیسے بیل درخت سے لپٹ جاتی تو اس سے الگ نہیں ہوتی خواہ سوکھ جائے

Urdu meaning of nain ko neh na TuuTe, jaise bel brichh ko lipTe, suukh jaa.e na chhuuTe

  • Roman
  • Urdu

  • aa.nkh lagaane ke baad muhabbat nahii.n jaatii jaise bail daraKht se lipaT jaatii to is se alag nahii.n hotii Khaah suukh jaaye

खोजे गए शब्द से संबंधित

no-one

कोई नहीं

ना-ना

۔ (ह। बालज़म वबा लक्सर)मुज़क्कर।(हिंदू)नाख़ुन। वो हड्डी जो उंगलीयों के अख़ीर सिरे पर होती है

ना'ना

پودینہ

no-no

बोल चाल: ना मुम्किन या नामंज़ूर शैय या बात।

नई-नई

(نیا نیا (رک) کی تانیث) بالکل نئی ، جدید ترین ، تازہ ترین ۔

नए-नए

بالکل نئے ، تازہ بہ تازہ ، جدید

नौ'

प्रकार, शैली, तरह (विभिन्न और एकसमान विशिष्टताओं की दृष्टि से)

नए-नए मैदान तलाश करना

नई-नई राहें निकालना, नवाचार अपनाना

नए-नए फ़ितने पैदा करना

नए-नए झगड़े शुरू करना, तरह-तरह के विवाद पैदा करना

नई-नई बातें

निराली बातें, नए मामलात, नई चीज़ें

नए-नए रूप बदलना

रुक : नए नए सूआइंग दिखाना

नई-नई राहें खोलना

नई उमंगें पैदा करना, नए नए रास्ते निकालना

न-न करना

बार बार मना करना, इनकार किए जाना

नई-नई होना

नई चीज़ें चाहना, नई बात होना

नए-नए रास्ते निकालना

विभिन्न प्रकार की प्रणाली और पद्धति अपनाना, आधुनिक राहें स्वीकार करना

कमबख़्त गए हाट न मिले तराज़ू न मिले बाट

दुर्भाग्य आदमी का हर तरह नुक़्सान होता है सौदा लेने जाए तो दुकानदार के पास तराज़ू या बाट नहीं होते, जितना चाहे दे

न'ई

किसी के मरने की ख़बर, किसी के मृत्यु की सूचना, सुनावनी

कड़का सोहे पाली ने, विरहा सोहे माली ने

हर वस्तु अपनी जगह पर अच्छी लगती है, कड़खा तो गड़रियों के मुँह से अच्छा लगता है और बिरहा मालियों के मुँह से

क़द्र-दान की जूतियाँ उठाइए, ना-क़द्र के पापोश मारने न जाइए

जो व्यक्ति गुणों की क़द्र करे या गुण-ग्राहक हो, उसका सम्मान करना चाहिए और नाक़द्र या जो क़द्र न करे उसके पास भी नहीं जाना चाहिए

ना चक्खा , न खाया , ना-हक़ अपना नाम धराया

बिलावजह बदनाम होने के मौके़ पर मुस्तामल

जान न पहचान ना-ख़्वाँदा मेहमान

रुक : जान ना पहचान बड़ी ख़ाला सलाम

कवित सोहे भाट ने, और खेती सोहे जाट ने

कविता भाट को शोभा देती है और खेती जाट को

उस नर को न सीख सुहावे, नेह फंद में जो फँस जावे

प्रेमी पर सीख का असर नहीं होता

मर्द वो है जो दे और न ले, और नीम मर्द वो है जो दे और ले, ना-मर्द वो है जो न दे और न ले

बुज़ुर्गों का क़ौल है कि बहादुर वो है जो देता है यानी सख़ावत करता है मगर किसी से लेता नहीं, नीम बहादुर वो है जो देता भी है और लेता भी, बुज़दिल और नालायक़ वो है जो लेता तो है मगर देता किसी को नहीं

क़द्र-ए-ईं बादा नदानी ब-ख़ुदा ता न चशी

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) ख़ुदा की क़सम जब तक इस शराब को ना चखेगा उस की क़दर ना जानेगा, जब तक ख़ुद तजुर्बा ना क्यू जाये असल कैफ़ीयत मालूम नहीं होसकती

वहदत-ए-नौ'ई

एक प्रकार की वस्तुओं की एकता।

ना'ई

रुकावट डालने वाला, मुज़ाहम नीज़ मौत का फ़रिश्ता , मौत की ख़बर लाने वाला

रोज़-नौ-रोज़ी-ए-नौ

नया दिन, नई रोज़ी, यानी कल के लिए आज से फ़िक्र करने की ज़रूरत नहीं, आज जो कुछ मिला है उसे इत्मीनान और बेफिक्री से सिर्फ़ करो कल की बात कल के साथ, जिस ख़ुदा ने आज देव है वही कल भी देगा. इस क़ौल के मिस्दाक़ वो लोग भी हो सकते हैं जो अपनी रोज़ी रोज़ रोज़ बदला करते हैं

ना-मफ़हूम-उल-म'आनी

جس کا مطلب سمجھ میں نہ آئے ، گنجلک ، مبہم ، غیر واضح ۔

ना-रा'ना

जो अच्छा न लगता हो, बुरा

अच्छा किया रहमान ने, बुरा किया शैतान ने

अच्छी बात ईश्वर की तरफ़ से है और बुरी शैतान की तरफ़ से

जोखों भरना मरना चूके ना, ऐसे मरना जो कोई थूके ना

मरना बरहक़ पर इज़्ज़त की मौत मरना चाहिए या मरना बरहक़ मगर कुत्ते की मौत ना मरे

ताज़ा-बताज़ा-नौ-ब-नौ

بالکل نیا ، تازہ بتازہ (رک) ۔

कसाफ़त-ए-नौ'ई

(سائنس) دھات کا وہ وزن جس کا مقابلہ اس کے ہم مقدار پانی کے وزن سےکیا جائے.

नौ'ई

خاص وضع یا انداز کا ، خصوصی ، معیاری ۔

'अन'अना

کسی روایت کو عن فلان عن فُلان کہہ کر بیان کرنا ، کسی بات کا از فُلاں از فُلاں کے وسیلے سے تذکرہ ۔

नैन का नेह न टूटे, जैसे बेल बृछ को लिपटे, सूख जाए न छूटे

आँख लगाने के बाद मुहब्बत नहीं जाती जैसे बैल दरख़्त से लिपट जाती तो इस से अलग नहीं होती ख़ाह सूख जाये

नैन को नेह न टूटे, जैसे बेल बृछ को लिपटे, सूख जाए न छूटे

आँख लगाने के बाद मुहब्बत नहीं जाती जैसे बैल दरख़्त से लिपट जाती तो इस से अलग नहीं होती ख़ाह सूख जाये

नौ-ब-नौ

ever fresh, ever new, up-to-date

नौ-बर-नौ

(رک : نو بہ نو جو زیادہ مستعمل ہے) ، تازہ بہ تازہ ، نئے نئے ۔

सिक़्ल-ए-नौ'ई

(طبیعیات) اشیاے جامد اور مائعات میں سے کسی شے کا حجم معلوم کرنے کے لیے اس کو پانی کے حجم کے برابر لیتے ہیں ان دونوں ہم حجم چیزوں کی نسبت کو ثقل نوعی ثقل نسبتی یا وزن مخصوص کہتے ہیں کثافت نوعی ، کثافت اضافی .

होत में ने'मत न होत में मुसीबत

अमीरी में नेअमत है ग़रीबी में मुसीबत

अच्छा किया ख़ुदा ने, बुरा किया बंदे ने

अच्छी बात ईश्वर की तरफ़ से होती है एवं बुरी स्वंय के पापों का परिणाम होता है

चाकर है तो ना-चाकर, ना नाचे तो नाचा कर

अगर नौकर है तो काम करना पड़ेगा और अगर ना करेगा तो नौकर नहीं

नौ-ब-नौ

ever fresh, ever new, up-to-date

हर-नौ'ई

-हर प्रकार का, हर तरह का।।

यक-नौ'ई

एक तरह का, एक ही किस्म का, एक ही प्रकार, सजातीय

भला किया सो ख़ुदा ने, बुरा किया बंदे ने

अच्छी बात ईश्वर की तरफ़ से होती है एवं बुरी स्वंय के पापों का परिणाम होता है

हरारत-ए-नौ'ई

رک : حرارتِ مخصوصہ.

मना'अत-ए-नौ'ई

(طب) رک : مناعت خاندانی ۔

ये दुनिया दिन चार है संग न तेरे जा, साईं का रख आसरा और वा से ही नेह लगा

ये संसार नश्वर है, ईश्वर से ध्यान लगा

हुकूमत-ए-नौ'ई

وہ طرزِحکومت جس میں سادات قوم سے عقلا ، امرا اور اتقیا کی ایک جماعت حکمرانی کرے اور کوئی بادشاہ نہ ہو

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