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बर्ज़ख़

रोक, अवधि, स्वर्ग नरक से पहले का स्थान, आड़, रोक, परस्पर विरुद्ध रखनेवाली दो चीज़ों के बीच की तीसरी चीज़ जो दोनों से संपर्क रखे, ख़्याली सूरत, दुविधा, दुविधा या लटकाव, निलंबन, घाटी, शुद्धि का स्थान, शोधन-स्थल

बर्ज़ख़ी

دو زخالف حالتوں کے بین بین یا درمیان کا، برزخ کی حیثیت رکھنے والا.

बर्ज़ख़-ए-अकबर

رک: برزخ نمبر ۷ .

बर्ज़ख़िय्या

برزخ سے متعلق .

बर्ज़ख़िय्यत

برزخ ہونے کی حالت .

बर्ज़ख़-ए-अव्वल

رک: برزخ (۷)

बर्ज़ख़-ए-आ'ज़म

رک: برزخ نمبر ۷ .

बर्ज़ख़ निकल आना

कमज़ोरी के कारण हड्डियां निकल आने से बहुत बेडौल और भयानक शक्ल होना

शुग़्ल-ए-बर्ज़ख़

(Sufism) to envisage God

'आलम-ए-बर्ज़ख़

जो दो विरोधाभाषी चीज़ों के मध्य में स्थित हो

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में नदी तू क्यों गहराती है कि मैं पाँव ही नहीं धरता के अर्थदेखिए

नदी तू क्यों गहराती है कि मैं पाँव ही नहीं धरता

nadii tuu kyo.n gahraatii hai ki mai.n paa.nv hii nahii.n dhartaaنَدی تُو کیوں گَہراتی ہے کہ مَیں پاؤں ہی نَہیں دَھرتا

कहावत

नदी तू क्यों गहराती है कि मैं पाँव ही नहीं धरता के हिंदी अर्थ

  • तुम क्यों उतराते और मज़ाह करते हो में पहले ही तुम से अलग रहता हूँ मुझे तुम्हारी कुछ पर्वा नहीं है

نَدی تُو کیوں گَہراتی ہے کہ مَیں پاؤں ہی نَہیں دَھرتا کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • تم کیوں اِتراتے اور مزاح کرتے ہو میں پہلے ہی تم سے الگ رہتا ہوں مجھے تمہاری کچھ پروا نہیں ہے

Urdu meaning of nadii tuu kyo.n gahraatii hai ki mai.n paa.nv hii nahii.n dhartaa

  • Roman
  • Urdu

  • tum kyo.n utraate aur mazaah karte ho me.n pahle hii tum se alag rahtaa huu.n mujhe tumhaarii kuchh parva nahii.n hai

खोजे गए शब्द से संबंधित

बर्ज़ख़

रोक, अवधि, स्वर्ग नरक से पहले का स्थान, आड़, रोक, परस्पर विरुद्ध रखनेवाली दो चीज़ों के बीच की तीसरी चीज़ जो दोनों से संपर्क रखे, ख़्याली सूरत, दुविधा, दुविधा या लटकाव, निलंबन, घाटी, शुद्धि का स्थान, शोधन-स्थल

बर्ज़ख़ी

دو زخالف حالتوں کے بین بین یا درمیان کا، برزخ کی حیثیت رکھنے والا.

बर्ज़ख़-ए-अकबर

رک: برزخ نمبر ۷ .

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برزخ سے متعلق .

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برزخ ہونے کی حالت .

बर्ज़ख़-ए-अव्वल

رک: برزخ (۷)

बर्ज़ख़-ए-आ'ज़म

رک: برزخ نمبر ۷ .

बर्ज़ख़ निकल आना

कमज़ोरी के कारण हड्डियां निकल आने से बहुत बेडौल और भयानक शक्ल होना

शुग़्ल-ए-बर्ज़ख़

(Sufism) to envisage God

'आलम-ए-बर्ज़ख़

जो दो विरोधाभाषी चीज़ों के मध्य में स्थित हो

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