खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"मन के लड्डुओं से भूक नहीं मिटती" शब्द से संबंधित परिणाम

भस्म

लकड़ी आदि के जलने पर बची हुई राख

भस्म होना

जल कर राख हो जाना, जलना, , नाश होना, फ़ना होना, बर्बाद होजाना

भस्म-प्रिय

शिव, महादेव

भस्म-शयन

भस्मशय्या, शिव, महादेव

भस्म-गर्भ

तिनिश वृक्ष, शीशम और अरोड़ के वृक्ष का नाम

भस्म-गँवा

रेणुका नामक गंधद्रव्य, (पर्या०) भस्मगंधिका, भस्मगंधिनी

भस्म-तूल

तुषार, हिम

भस्मासुर

पुराणानुसार एक प्रसिद्ध दैत्य, शिव से वर प्राप्त करने से पहले इसका नाम 'वृकासुर' था, इसने तप करके शिव जी से यह वर पाया था कि तुम जिसके सिर पर हाथ रखोगे, वह भस्म हो जायगा, पीछे से यह असुर पार्वती पर मोहित होकर शिव को ही जलाने पर उद्यत हुआ, तब शिव जी भागे, यह देखकर श्रीकृष्ण, ने बटु का रूप धरकर छल से उसी के सिर पर उसका हाथ रखवा दिया जिससे वह स्वयं भस्म हो गया

भस्म-आसुर

ایک آسر (رک) جس میں یہ طاقت تھی کہ جس کے سر پر ہاتھ رکھے وہ خاک ہوجائے.

भस्म करना

जला डालना, नष्ट कर देना

भस्म-पत्री

भंग बूटी, गाँजा

भस्म-स्नान

साधु आदि के द्वारा पूरे शरीर पर राख मलना

भस्म-अश्नान

साधु आदि के द्वारा पूरे शरीर पर राख मलना

भस्म रमाना

भभूत मलना

भस्म कर देना

जला डालना, राख करना

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में मन के लड्डुओं से भूक नहीं मिटती के अर्थदेखिए

मन के लड्डुओं से भूक नहीं मिटती

man ke laDDu.o.n se bhuuk nahii.n miTtiiمَن کے لَڈُّوؤں سے بُھوک نَہیں مِٹْتی

कहावत

मन के लड्डुओं से भूक नहीं मिटती के हिंदी अर्थ

  • मीठी मीठी बातों का कोई फ़ायदा नहीं, उन से ज़रूरत पूरी नहीं होती

مَن کے لَڈُّوؤں سے بُھوک نَہیں مِٹْتی کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • میٹھی میٹھی باتوں کا کوئی فائدہ نہیں ، ان سے ضرورت پوری نہیں ہوتی

Urdu meaning of man ke laDDu.o.n se bhuuk nahii.n miTtii

  • Roman
  • Urdu

  • miiThii miiThii baato.n ka ko.ii faaydaa nahii.n, un se zaruurat puurii nahii.n hotii

खोजे गए शब्द से संबंधित

भस्म

लकड़ी आदि के जलने पर बची हुई राख

भस्म होना

जल कर राख हो जाना, जलना, , नाश होना, फ़ना होना, बर्बाद होजाना

भस्म-प्रिय

शिव, महादेव

भस्म-शयन

भस्मशय्या, शिव, महादेव

भस्म-गर्भ

तिनिश वृक्ष, शीशम और अरोड़ के वृक्ष का नाम

भस्म-गँवा

रेणुका नामक गंधद्रव्य, (पर्या०) भस्मगंधिका, भस्मगंधिनी

भस्म-तूल

तुषार, हिम

भस्मासुर

पुराणानुसार एक प्रसिद्ध दैत्य, शिव से वर प्राप्त करने से पहले इसका नाम 'वृकासुर' था, इसने तप करके शिव जी से यह वर पाया था कि तुम जिसके सिर पर हाथ रखोगे, वह भस्म हो जायगा, पीछे से यह असुर पार्वती पर मोहित होकर शिव को ही जलाने पर उद्यत हुआ, तब शिव जी भागे, यह देखकर श्रीकृष्ण, ने बटु का रूप धरकर छल से उसी के सिर पर उसका हाथ रखवा दिया जिससे वह स्वयं भस्म हो गया

भस्म-आसुर

ایک آسر (رک) جس میں یہ طاقت تھی کہ جس کے سر پر ہاتھ رکھے وہ خاک ہوجائے.

भस्म करना

जला डालना, नष्ट कर देना

भस्म-पत्री

भंग बूटी, गाँजा

भस्म-स्नान

साधु आदि के द्वारा पूरे शरीर पर राख मलना

भस्म-अश्नान

साधु आदि के द्वारा पूरे शरीर पर राख मलना

भस्म रमाना

भभूत मलना

भस्म कर देना

जला डालना, राख करना

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (मन के लड्डुओं से भूक नहीं मिटती)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

मन के लड्डुओं से भूक नहीं मिटती

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone