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"ख़ुदा जुलाहा बनाए मगर सूरत जुलाहे की न करे" शब्द से संबंधित परिणाम

जूलाही

جولاہا (رک) کی تانیث ، رک : جلاہی .

जुलाही

جلایا (رک) کی تا نیث

जुलाहे

जुलाहा का बहु. तथा लघु. बुनकर, कपड़ा बुनने वाले

जोलाहे

जुलाहा का बहु., कपड़ा बुननेवालों की एक विशिष्ट जाति, करघे पर कपड़ा बुननेवाला शिल्पी, कोरी, तंतुवाय, योग साधना में साधक, पानी पर तैरने वाला एक कीड़ा, बरसाती कीड़ा

जुलाहा

कपड़ा बुनने वालों की एक विशिष्ट जाति, करघे पर कपड़ा बुनने वाला शिल्पी, कोरी

जुलाहा

رک : جُلاہا

जूलाहा

कपड़ा बुनने वालों की एक विशिष्ट जाति, जुलाहा

जूलाहा

رک : جولاہا .

जला हुआ

جلنے کے قابل ، سوختنی ، جسے جلایا گیا ہو

जुलाही-गिरह

وہ گرہ جس میں پہلے تاگے کے ایک سرے پر کھسک گرہ لگائی جاتی ہے اور اس گرہ کے حلقے میں دوسرا سرا رکھ کر تاگا کس لیا جاتا ہے اور اس قسم کی گرہ کے استعمال میں یہ آسانی ہے کہ کتاب کی پشت پر تاگا خوب کسا جاتا ہے جس سے اجزا خوب مل جاتے ہیں اس کے بعد گرہ کو جز کے اندرونی حصے میں کھین٘چ لیا جاتا ہے ۔

जुलाहे का ग़ुस्सा दाढ़ी पे उतरना

ग़रीब और बेबस का ग़ुस्सा अपने ऊपर या अपने से कमज़ोरों पर उतरता है

जुलाहे की तरह 'ईद बकर-'ईद को पान खा लेते हैं

कभी कभी उन्हें अच्छी चीज़ें नसीब होती हैं मतलब ये है कि बहुत ग़रीब हैं

जुलाहे की सी दाढ़ी

۔نوکدار چھوٹی سی داڑھی۔

जुलाहे की डाढ़ी

नोकदार छोटी सी डाढ़ी, बकरे की सी डाढ़ी

जुलाहा चरावे नली नली ख़ुदा चरावे इक्के बारी

रुक : बंदा जोड़े अलख

जुलाहे की 'अक़्ल गुद्दी में होती है

जुलाहे आमतौर से कमअक़्ल होते हैं उन का ख़ास्सा क़ौमी है क्योंकि बोज्ह एक जगह बैठ कर काम करने के तजुर्बा नहीं होता

जुलाहे की 'अक़्ल गुद्दी में होती है

जो लाहे अमोमा कमअक़्ल होते हैं उन का ख़ास्सा क़ौमी है क्योंकि बोज्ह एक जगह बैठ कर काम करने के तजुर्बा नहीं होता

जुलाहा जाने जौ काटे

जिस का काम हो वही कर सकता है

जुलाहा जाने जौ काटने

जिस का काम हो वही कर सकता है

जुलाहे को लगा तीर ख़ुदा भली करे

रुक : जुलाहे को लगा तीर अलख

जुलाहे को लगा था तीर ख़ुदा भली करे

ऐसे मौक़ा पर बोलते हैं जब कोई अमर बी्यन में इख़फ़ा करना चाहे

जुलाहे की मस्ख़री माँ बहन से

दूसरों के साथ मज़ाक़ करने का साहस नहीं अपने से दुर्बलों के साथ छेड़-छाड़ रखता है

जुलाहे की मस्ख़री माँ बहन के साथ

दूसरों के साथ मज़ाक़ करने का साहस नहीं अपने से दुर्बलों के साथ छेड़-छाड़ रखता है

जुलाहे की मस्ख़री माँ बहन के साथ

रुक : जुलाहे की मसखरी अलख, शुहदा की बातचीत में भी गाली ग्लोच निकलती है

करगा छोड़ तमाशे जाए नाहक़ चोट जुलाहा खाए

अपने काम छोड़कर औरों की रेस करने में नुक़्सान होता है

करगा छोड़ तमाशे जाए नाहक़ चोट जुलाहा खाए

अर्थात अपना काम छोड़ कर औरों की रेस नुक़्सान होता है

कर्घा छोड़ तमाशे को जाए नाहक़ चोट जुलाहा खाए

(दो सिपाही आपस में किसी शहर के कूचे में ख़ानाजंगी कर रहे थे एक जुलाहा ये ख़बर सुनते ही अपने करघे से उठ कर इस कूचे में आया और तमाश देखने लगा एक तलवार जो दूसरे के सर से एचटी तो जिला है के आ लगी) जब कोई शख़्स दूसरे की रेस कर के अपना काम छोड़ देता है तो नुक़्सान उठाता है

खेत खाए गधा, मारा जाए जुलाहा

किसी की आफ़त किसी पर आना, क़सूर कोई करे सज़ा किसी को मिले

बिन जोलाहे 'ईद नहीं

आवश्यक्ता पड़ने पर साधारण व्यक्ति भी महत्वत हो जाता है

बिन जोलाहे 'ईद

आवश्यक्ता पड़ने पर साधारण व्यक्ति भी महत्वत हो जाता है

घर में सूत न कपास जुलाहे से लट्ठम लट्ठा

उसके मुताल्लिक़ कहते हैं जो ख़्वाह मख़्वाह लोगों से झगड़ा करे

धुनिया-जुलाहा

(लाक्षणिक) मामूली हैसियत का

रूपया तो शैख़, नहीं तो जुलाहा

रुपया से आदमी की इज़्ज़त होती है, ज़र है तो नर है वर्ना ख़र है

रूपया तो शैख़, नहीं तो जुलाहा

रुपया से आदमी की सम्मान होता है

सूत न कपास और जुलाहे से लट्ठम लट्ठा

fight over something which does not exist

सूत न कपास और जुलाहे से लट्ठम लट्ठा

किसी चीज़ का ना वजूद है ना आसार या अस्बाब (इस मौक़ा पर मुस्तामल जब कि कोई बे वजूद बात को हक़ीक़त-ए-मफ़रूज़ा समझ कर उस की बुनियाद पर कोई काम या गुफ़्तगु करे)

ख़ुदा जुलाहा बनाए मगर सूरत जुलाहे की न करे

चेहरा मनुष्य की परिस्थिती का प्रतिबिंब होता है

मद्दा-ज़िल्लुहु

उनकी परछाई लंबी हो अर्थात् उनकी उम्र बड़ी हो

दाम-ज़िल्लहु

(दुआईआ कलिमा) आप साया आतिफ़त हमेशा रहे (बुज़रगों के अलक़ाब के साथ मुसतामल). जनाब केला कापी साहिब दाम ज़लकुम

दामा-ज़िल्लुहू

may his shadow last long! may his prosperity continue!

तीसी के खेत में जुलाहा बिठलाए

जोलाहों की बेवक़ूफ़ी ज़ाहिर करने को कहते हैं कि अलसी के खेत की चौकीदारी करा रहे हैं

मेरे लाल के सौ सौ यार , धनिया , जुलाहे और मिनहार

मेरे बेटे के दोस्त तो बहुत हैं मगर हैं सब निकम्मे और कमीने, जिस के दोस्त नालायक़ हूँ इस के मुताल्लिक़ कहते हैं

चमर-जूलाहा

हिंदू जुलाहा, मुसलमान जुलाहे का उल्टा, बुनकर या कपड़ा बुनने वाला

चमर-जुलाहा

हिंदू जुलाहा, हिंदु बुनकर

आपन मामा मर मर घेलन जोलहा मामा भेलन

अपने समकक्षों की संगत छोड़ कर कमीनों की संगति चुनी है

जुलाहे की जूती सिपाही की जोए धरी धरी पुरानी होए

जुलाहा चलता नहीं और सिपाही घर से अनुपस्थित हो जाता है इस लिये जुलाहे की जूती और सिपाही की पत्नी बेकार रहती है

आठ जोलाहे नौ हुक़्क़ा, तिस पर भी थुकम थुक्का

आवशयकता से अधिक सामान होने के बावजूद झगड़ा होने के अवसर पर प्रयुक्त

बिन जोलाहे नमाज़ नहीं, बिन ढोलक तक़रीर नहीं होती

बिना उचित व्यवस्था के कोई वस्तु ठीक नहीं होती

बिन जुलाहे नमाज़ नहीं, बिन ढोलक ता'ज़ीर नहीं होती

बिना उचित व्यवस्था के कोई वस्तु ठीक नहीं होती

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में ख़ुदा जुलाहा बनाए मगर सूरत जुलाहे की न करे के अर्थदेखिए

ख़ुदा जुलाहा बनाए मगर सूरत जुलाहे की न करे

KHudaa julaahaa banaa.e magar suurat julaahe kii na kareخُدا جُلاہا بَنائے مَگَر صُوْرَت جُلاہے کی نَہ کَرے

कहावत

ख़ुदा जुलाहा बनाए मगर सूरत जुलाहे की न करे के हिंदी अर्थ

  • चेहरा मनुष्य की परिस्थिती का प्रतिबिंब होता है

English meaning of KHudaa julaahaa banaa.e magar suurat julaahe kii na kare

  • face is the mirror of human condition

خُدا جُلاہا بَنائے مَگَر صُوْرَت جُلاہے کی نَہ کَرے کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • چہرہ انسان کے احوال کا آئینہ ہوتا ہے

Urdu meaning of KHudaa julaahaa banaa.e magar suurat julaahe kii na kare

  • Roman
  • Urdu

  • chehra insaan ke ahvaal ka aa.iina hotaa hai

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जूलाही

جولاہا (رک) کی تانیث ، رک : جلاہی .

जुलाही

جلایا (رک) کی تا نیث

जुलाहे

जुलाहा का बहु. तथा लघु. बुनकर, कपड़ा बुनने वाले

जोलाहे

जुलाहा का बहु., कपड़ा बुननेवालों की एक विशिष्ट जाति, करघे पर कपड़ा बुननेवाला शिल्पी, कोरी, तंतुवाय, योग साधना में साधक, पानी पर तैरने वाला एक कीड़ा, बरसाती कीड़ा

जुलाहा

कपड़ा बुनने वालों की एक विशिष्ट जाति, करघे पर कपड़ा बुनने वाला शिल्पी, कोरी

जुलाहा

رک : جُلاہا

जूलाहा

कपड़ा बुनने वालों की एक विशिष्ट जाति, जुलाहा

जूलाहा

رک : جولاہا .

जला हुआ

جلنے کے قابل ، سوختنی ، جسے جلایا گیا ہو

जुलाही-गिरह

وہ گرہ جس میں پہلے تاگے کے ایک سرے پر کھسک گرہ لگائی جاتی ہے اور اس گرہ کے حلقے میں دوسرا سرا رکھ کر تاگا کس لیا جاتا ہے اور اس قسم کی گرہ کے استعمال میں یہ آسانی ہے کہ کتاب کی پشت پر تاگا خوب کسا جاتا ہے جس سے اجزا خوب مل جاتے ہیں اس کے بعد گرہ کو جز کے اندرونی حصے میں کھین٘چ لیا جاتا ہے ۔

जुलाहे का ग़ुस्सा दाढ़ी पे उतरना

ग़रीब और बेबस का ग़ुस्सा अपने ऊपर या अपने से कमज़ोरों पर उतरता है

जुलाहे की तरह 'ईद बकर-'ईद को पान खा लेते हैं

कभी कभी उन्हें अच्छी चीज़ें नसीब होती हैं मतलब ये है कि बहुत ग़रीब हैं

जुलाहे की सी दाढ़ी

۔نوکدار چھوٹی سی داڑھی۔

जुलाहे की डाढ़ी

नोकदार छोटी सी डाढ़ी, बकरे की सी डाढ़ी

जुलाहा चरावे नली नली ख़ुदा चरावे इक्के बारी

रुक : बंदा जोड़े अलख

जुलाहे की 'अक़्ल गुद्दी में होती है

जुलाहे आमतौर से कमअक़्ल होते हैं उन का ख़ास्सा क़ौमी है क्योंकि बोज्ह एक जगह बैठ कर काम करने के तजुर्बा नहीं होता

जुलाहे की 'अक़्ल गुद्दी में होती है

जो लाहे अमोमा कमअक़्ल होते हैं उन का ख़ास्सा क़ौमी है क्योंकि बोज्ह एक जगह बैठ कर काम करने के तजुर्बा नहीं होता

जुलाहा जाने जौ काटे

जिस का काम हो वही कर सकता है

जुलाहा जाने जौ काटने

जिस का काम हो वही कर सकता है

जुलाहे को लगा तीर ख़ुदा भली करे

रुक : जुलाहे को लगा तीर अलख

जुलाहे को लगा था तीर ख़ुदा भली करे

ऐसे मौक़ा पर बोलते हैं जब कोई अमर बी्यन में इख़फ़ा करना चाहे

जुलाहे की मस्ख़री माँ बहन से

दूसरों के साथ मज़ाक़ करने का साहस नहीं अपने से दुर्बलों के साथ छेड़-छाड़ रखता है

जुलाहे की मस्ख़री माँ बहन के साथ

दूसरों के साथ मज़ाक़ करने का साहस नहीं अपने से दुर्बलों के साथ छेड़-छाड़ रखता है

जुलाहे की मस्ख़री माँ बहन के साथ

रुक : जुलाहे की मसखरी अलख, शुहदा की बातचीत में भी गाली ग्लोच निकलती है

करगा छोड़ तमाशे जाए नाहक़ चोट जुलाहा खाए

अपने काम छोड़कर औरों की रेस करने में नुक़्सान होता है

करगा छोड़ तमाशे जाए नाहक़ चोट जुलाहा खाए

अर्थात अपना काम छोड़ कर औरों की रेस नुक़्सान होता है

कर्घा छोड़ तमाशे को जाए नाहक़ चोट जुलाहा खाए

(दो सिपाही आपस में किसी शहर के कूचे में ख़ानाजंगी कर रहे थे एक जुलाहा ये ख़बर सुनते ही अपने करघे से उठ कर इस कूचे में आया और तमाश देखने लगा एक तलवार जो दूसरे के सर से एचटी तो जिला है के आ लगी) जब कोई शख़्स दूसरे की रेस कर के अपना काम छोड़ देता है तो नुक़्सान उठाता है

खेत खाए गधा, मारा जाए जुलाहा

किसी की आफ़त किसी पर आना, क़सूर कोई करे सज़ा किसी को मिले

बिन जोलाहे 'ईद नहीं

आवश्यक्ता पड़ने पर साधारण व्यक्ति भी महत्वत हो जाता है

बिन जोलाहे 'ईद

आवश्यक्ता पड़ने पर साधारण व्यक्ति भी महत्वत हो जाता है

घर में सूत न कपास जुलाहे से लट्ठम लट्ठा

उसके मुताल्लिक़ कहते हैं जो ख़्वाह मख़्वाह लोगों से झगड़ा करे

धुनिया-जुलाहा

(लाक्षणिक) मामूली हैसियत का

रूपया तो शैख़, नहीं तो जुलाहा

रुपया से आदमी की इज़्ज़त होती है, ज़र है तो नर है वर्ना ख़र है

रूपया तो शैख़, नहीं तो जुलाहा

रुपया से आदमी की सम्मान होता है

सूत न कपास और जुलाहे से लट्ठम लट्ठा

fight over something which does not exist

सूत न कपास और जुलाहे से लट्ठम लट्ठा

किसी चीज़ का ना वजूद है ना आसार या अस्बाब (इस मौक़ा पर मुस्तामल जब कि कोई बे वजूद बात को हक़ीक़त-ए-मफ़रूज़ा समझ कर उस की बुनियाद पर कोई काम या गुफ़्तगु करे)

ख़ुदा जुलाहा बनाए मगर सूरत जुलाहे की न करे

चेहरा मनुष्य की परिस्थिती का प्रतिबिंब होता है

मद्दा-ज़िल्लुहु

उनकी परछाई लंबी हो अर्थात् उनकी उम्र बड़ी हो

दाम-ज़िल्लहु

(दुआईआ कलिमा) आप साया आतिफ़त हमेशा रहे (बुज़रगों के अलक़ाब के साथ मुसतामल). जनाब केला कापी साहिब दाम ज़लकुम

दामा-ज़िल्लुहू

may his shadow last long! may his prosperity continue!

तीसी के खेत में जुलाहा बिठलाए

जोलाहों की बेवक़ूफ़ी ज़ाहिर करने को कहते हैं कि अलसी के खेत की चौकीदारी करा रहे हैं

मेरे लाल के सौ सौ यार , धनिया , जुलाहे और मिनहार

मेरे बेटे के दोस्त तो बहुत हैं मगर हैं सब निकम्मे और कमीने, जिस के दोस्त नालायक़ हूँ इस के मुताल्लिक़ कहते हैं

चमर-जूलाहा

हिंदू जुलाहा, मुसलमान जुलाहे का उल्टा, बुनकर या कपड़ा बुनने वाला

चमर-जुलाहा

हिंदू जुलाहा, हिंदु बुनकर

आपन मामा मर मर घेलन जोलहा मामा भेलन

अपने समकक्षों की संगत छोड़ कर कमीनों की संगति चुनी है

जुलाहे की जूती सिपाही की जोए धरी धरी पुरानी होए

जुलाहा चलता नहीं और सिपाही घर से अनुपस्थित हो जाता है इस लिये जुलाहे की जूती और सिपाही की पत्नी बेकार रहती है

आठ जोलाहे नौ हुक़्क़ा, तिस पर भी थुकम थुक्का

आवशयकता से अधिक सामान होने के बावजूद झगड़ा होने के अवसर पर प्रयुक्त

बिन जोलाहे नमाज़ नहीं, बिन ढोलक तक़रीर नहीं होती

बिना उचित व्यवस्था के कोई वस्तु ठीक नहीं होती

बिन जुलाहे नमाज़ नहीं, बिन ढोलक ता'ज़ीर नहीं होती

बिना उचित व्यवस्था के कोई वस्तु ठीक नहीं होती

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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