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"जिस घर बडे न बूझें दीपक जले न साँझ, वो घर उजड़ जाएँगे जिन की त्रिया बाँझ" शब्द से संबंधित परिणाम

तिरिया

(संकेतात्मक) बछिया

तिर्यां

آن٘سو

तर्या

ستارہ ، رک : تارا.

तुरिया

(یوگ) واں یا واک کے چار بھیدوں میں سے چوتھا بھید ، بھیکری وانی ، گیان کی سات بھومکاؤں میں سے ساتویں بھومکا ، لاہوت ، مراد : ذات باری تعالیٰ.

तरय्या

تارا (رک) کی تصغیر ، تارا

तिर्याक़िय्या

تریاق (رک) سے منسوب.

तिर्याहट

औरतों की उड़, औरतों की ज़िद

त्रियाबेद

स्त्रियोंं की विद्या, वो विद्या जिसमें स्त्रियोन के चरित्र और उनके बारे में विद्या प्राप्त की जती है

त्रिया-राज

महिलाओं की सरकार, महिला शासन, औरतों का ज़ोर, जोरू की हुकूमत

तिर्याक

दे. 'तिर्याक़*।।

तिर्यासी

رک : ترِاسی.

तिर्याक़

ज़हर का असर दूर करनेवाली दवा, विषैले जन्तुओं के ज़हर से बचाने वाली औषधि, विषहर, विष का नाशक, जह- मोहरा, अफ्यून, अहिफेन

तिर्याक़ी

व्यसनी, नशेबाज़, बदमसत, अफ़यूनी

तिर्याक़िय्यत

زہر کا اثر دور کرنے کی خاصیت ، تریاقی مادہ.

तिरया तू है सोभा घर की, जो हो लाज रखावा नर की

जो स्त्री अपने पति का सम्मान एवं गौरव स्थापित रखे वो घर की शोभा है

तिर्याक़ात

تریاق (رک) کی جمع ؛ کاٹ ، اتار.

तिर्याक़-ए-इफ़ा'ई

the best kind of antidote

तिर्याक़-उल-अंतिला

وہ معجون جس کا جزو اعظم جدوار ہے.

तिर्याक़-ए-सब'ईनी

رک : تریاق الانتلہ جس کا یہ ابتدائی نام ہے.

त्रिया पुरुख बिन है दुखी जैसे अन्न बिन देह, जले बले है जेवड़ा जों खेती बिन मेंह

बिना पति के स्त्री इस तरह दुख एवं पीड़ा में रहती है जैसे शरीर बिना अनाज के और इस तरह जलती है जैसे खेती बिना बारिश के

तिर्याक़-ए-मुहल्लिल

وہ زہر مار مادہ جو جراثیم کو تحلیل کردے.

तिरया तुझ से जो कहे मोल न तू वो मान, तिरया मत पर जो चलें वो नर हैं निर्ज्ञान

स्त्री के कहने पर नहीं चलना चाहिए जो उन के कहने पर चले वो मूर्ख है

तिरयाक़-ए-अकबर

the best kind of antidote

तिरयाक़-ए-कबीर

the best antidote

तिर्याक-ए-फ़ारूक़

एक मिश्रित औषधि का नाम जो घास और हैवानी ज़हर समाप्त करने के लिए बनाई जाती है, तिरयाक की बेहतरीन क़सम

तिर्याक़-ए-फ़ारूक़ी

۔مذکر۔ ایک مرکّب دوا کا نام۔

तिरिया तुझ में तीन गुन अवगुन हैं लख चार, मंगल गावे सत रचे और कोखन उपजें लाल

स्त्रियों में तीन खूबियां और लाखों अवगुन हैं, खूबियां ये हैं कि गाती हैं, पति के साथ सती होती हैं और बेटे जनती हैं

तिरया तुझ में तीन गुन अवगुन हैं लख चार, मंगल गावे सल रचे और कोकन उपचें लाल

स्त्रियों में तीन खूबियां और लाखों अवगुन हैं, खूबियां ये हैं कि गाती हैं, पति के साथ सती होती हैं और बेटे जनती हैं

तिर्याक-ए-कूकनारी

افیم ، افیون.

तिर्याक़-ए-दर्द-आगीं

وہ زبر مار دوا جس سے درد وغیرہ کا علاج یا اس کو ابھارا جاسکے.

तिर्याक़-ए-तर्सीबीन

تہ نشین ہونے والے مادے جو تریاقی خصوصیت کے حامل ہوں.

तिर्याक़-ए-इल्साक़ीन

زہر مار چپکنے والا مادہ ، لیسدار اشیاء جو زہر دور کرنے کے لیے استعمال کی جائیں.

त्रिया चरित्र न जाने कोय, ख़सम मार के सती होय

स्त्री के धोखे और मक्कारी को कोई नहीं समझ सकता, पति की हत्या करके ख़ुद भी सती हो जाती है

तिर्याकी

अफीमखानेवाला, अफ़ीमची

तिरिया मत में आना

स्त्री की समझ पर चलना, महिला की बुद्धि पर काम करना

तर्यान

टोकरी, डलिया

तिरी आवाज़ मक्के मदीने

۔دعا۔ تیری شہرت دور دور ہو۔ ؎

तक त्रिया को आपनी पर त्रिया मत ताक, पर नारी के ताकने पड़े सीस में ख़ाक

दूसरों की स्त्रियों की तरफ़ देखने में अपना अपमान होता है

बन-तरिया

name of a class of people who formerly acted as wood-rangers in Gorakhpur

राज हट , बालक हट , तिर्या हट , जोगी हट

राजा, बच्चा औरत और फ़क़ीर जो दिल में आए करते हैं किसी की नहीं मानते

जिस घर बड़े न बूझिए दीपक जले न साँझ, वो घर उजड़ जानिए जिन की त्रिया बाँझ

जिस घर में बड़ों की इज़्ज़त ना हो या शाम को दिए ना जलें या जिस घर में बांझ औरत हो वो घर उजड़ जाते हैं

देख त्रिया के चाले सर मुंडा मुँह काले

महिलाओं की चालाकी और पुरुषों की बुद्धि को प्रकट करने को लिए प्रयुक्त

जिस घर बडे न बूझें दीपक जले न साँझ, वो घर उजड़ जाएँगे जिन की त्रिया बाँझ

जिस घर में बड़ों की इज़्ज़त ना हो या शाम को दिए ना जलें या जिस घर में बांझ औरत हो वो घर उजड़ जाते हैं

सरसों फूले फाग में और साँझी फूले साँझ, न फूले न फले जो तिरिया हो बाँझ

सरसों फाग में फूलती है शाम को शफ़क़ प्रकट होती है परंतु बाँझ स्त्री कभी नहीं फूलती

भूक गए भोजन मिले जाड़ा जात गए क़बाई जोबन गए तुरया मिले तीनों देव बहाई

वक़्त गुज़रने पर जब ज़रूरत पूरी हो तो कहते हैं

भूक गए भोजन मिले जाड़ा जात गए क़बाई जोबन गए तुरया मिले तीनों देव बहाए

वक़्त गुज़रने पर जब ज़रूरत पूरी हो तो कहते हैं

सरसों फूले फाग में और साँझी फूले साँझ, न कभी फूले न फले जो तिरिया हो बाँझ

सरसों फाग में फूलती है शाम को शफ़क़ प्रकट होती है परंतु बाँझ स्त्री कभी नहीं फूलती

देख त्रिया के चाले सर मुंडा मुँह काले, देख मर्दों की फेरी माँ तेरी कि मेरी

महिलाओं की चालाकी और पुरुषों की बुद्धि को प्रकट करने को लिए प्रयुक्त

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में जिस घर बडे न बूझें दीपक जले न साँझ, वो घर उजड़ जाएँगे जिन की त्रिया बाँझ के अर्थदेखिए

जिस घर बडे न बूझें दीपक जले न साँझ, वो घर उजड़ जाएँगे जिन की त्रिया बाँझ

jis ghar baDe na buujhe.n diipak jale na saa.njh, vo ghar uja.D jaa.e.n ge jin kii triyaa baa.njhجِس گھر بَڈے نَہ بُوجھیں دِیپَکْ جَلے نَہ سانجھ، وہ گَھر اُجَڑ جائیں گے جِن کی تِرْیا بانجھ

अथवा : जिस घर बड़े न बूझिए दीपक जले न साँझ, वो घर उजड़ जानिए जिन की त्रिया बाँझ

कहावत

जिस घर बडे न बूझें दीपक जले न साँझ, वो घर उजड़ जाएँगे जिन की त्रिया बाँझ के हिंदी अर्थ

  • जिस घर में बड़ों की इज़्ज़त ना हो या शाम को दिए ना जलें या जिस घर में बांझ औरत हो वो घर उजड़ जाते हैं
  • जिस घर में बड़े बूढ़ों से सलाह न लिया जाए उसे बर्बाद हुआ समझो

جِس گھر بَڈے نَہ بُوجھیں دِیپَکْ جَلے نَہ سانجھ، وہ گَھر اُجَڑ جائیں گے جِن کی تِرْیا بانجھ کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • جس گھر میں بڑوں کی عزت نہ ہو یا شام کو دیئے نہ جلیں یا جس گھر میں بان٘جھ عورت ہو وہ گھر اجڑ جاتے ہیں
  • جس گھر میں بڑے بوڑھوں سے مشورہ نہ لیا جائے اسے برباد ہوا سمجھو

Urdu meaning of jis ghar baDe na buujhe.n diipak jale na saa.njh, vo ghar uja.D jaa.e.n ge jin kii triyaa baa.njh

  • Roman
  • Urdu

  • jis ghar me.n ba.Do.n kii izzat na ho ya shaam ko di.e na jale.n ya jis ghar me.n baanjh aurat ho vo ghar uja.D jaate hai.n
  • jis ghar me.n ba.De buu.Dho.n se mashvara na liyaa jaaye use barbaad hu.a samjho

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तिरिया

(संकेतात्मक) बछिया

तिर्यां

آن٘سو

तर्या

ستارہ ، رک : تارا.

तुरिया

(یوگ) واں یا واک کے چار بھیدوں میں سے چوتھا بھید ، بھیکری وانی ، گیان کی سات بھومکاؤں میں سے ساتویں بھومکا ، لاہوت ، مراد : ذات باری تعالیٰ.

तरय्या

تارا (رک) کی تصغیر ، تارا

तिर्याक़िय्या

تریاق (رک) سے منسوب.

तिर्याहट

औरतों की उड़, औरतों की ज़िद

त्रियाबेद

स्त्रियोंं की विद्या, वो विद्या जिसमें स्त्रियोन के चरित्र और उनके बारे में विद्या प्राप्त की जती है

त्रिया-राज

महिलाओं की सरकार, महिला शासन, औरतों का ज़ोर, जोरू की हुकूमत

तिर्याक

दे. 'तिर्याक़*।।

तिर्यासी

رک : ترِاسی.

तिर्याक़

ज़हर का असर दूर करनेवाली दवा, विषैले जन्तुओं के ज़हर से बचाने वाली औषधि, विषहर, विष का नाशक, जह- मोहरा, अफ्यून, अहिफेन

तिर्याक़ी

व्यसनी, नशेबाज़, बदमसत, अफ़यूनी

तिर्याक़िय्यत

زہر کا اثر دور کرنے کی خاصیت ، تریاقی مادہ.

तिरया तू है सोभा घर की, जो हो लाज रखावा नर की

जो स्त्री अपने पति का सम्मान एवं गौरव स्थापित रखे वो घर की शोभा है

तिर्याक़ात

تریاق (رک) کی جمع ؛ کاٹ ، اتار.

तिर्याक़-ए-इफ़ा'ई

the best kind of antidote

तिर्याक़-उल-अंतिला

وہ معجون جس کا جزو اعظم جدوار ہے.

तिर्याक़-ए-सब'ईनी

رک : تریاق الانتلہ جس کا یہ ابتدائی نام ہے.

त्रिया पुरुख बिन है दुखी जैसे अन्न बिन देह, जले बले है जेवड़ा जों खेती बिन मेंह

बिना पति के स्त्री इस तरह दुख एवं पीड़ा में रहती है जैसे शरीर बिना अनाज के और इस तरह जलती है जैसे खेती बिना बारिश के

तिर्याक़-ए-मुहल्लिल

وہ زہر مار مادہ جو جراثیم کو تحلیل کردے.

तिरया तुझ से जो कहे मोल न तू वो मान, तिरया मत पर जो चलें वो नर हैं निर्ज्ञान

स्त्री के कहने पर नहीं चलना चाहिए जो उन के कहने पर चले वो मूर्ख है

तिरयाक़-ए-अकबर

the best kind of antidote

तिरयाक़-ए-कबीर

the best antidote

तिर्याक-ए-फ़ारूक़

एक मिश्रित औषधि का नाम जो घास और हैवानी ज़हर समाप्त करने के लिए बनाई जाती है, तिरयाक की बेहतरीन क़सम

तिर्याक़-ए-फ़ारूक़ी

۔مذکر۔ ایک مرکّب دوا کا نام۔

तिरिया तुझ में तीन गुन अवगुन हैं लख चार, मंगल गावे सत रचे और कोखन उपजें लाल

स्त्रियों में तीन खूबियां और लाखों अवगुन हैं, खूबियां ये हैं कि गाती हैं, पति के साथ सती होती हैं और बेटे जनती हैं

तिरया तुझ में तीन गुन अवगुन हैं लख चार, मंगल गावे सल रचे और कोकन उपचें लाल

स्त्रियों में तीन खूबियां और लाखों अवगुन हैं, खूबियां ये हैं कि गाती हैं, पति के साथ सती होती हैं और बेटे जनती हैं

तिर्याक-ए-कूकनारी

افیم ، افیون.

तिर्याक़-ए-दर्द-आगीं

وہ زبر مار دوا جس سے درد وغیرہ کا علاج یا اس کو ابھارا جاسکے.

तिर्याक़-ए-तर्सीबीन

تہ نشین ہونے والے مادے جو تریاقی خصوصیت کے حامل ہوں.

तिर्याक़-ए-इल्साक़ीन

زہر مار چپکنے والا مادہ ، لیسدار اشیاء جو زہر دور کرنے کے لیے استعمال کی جائیں.

त्रिया चरित्र न जाने कोय, ख़सम मार के सती होय

स्त्री के धोखे और मक्कारी को कोई नहीं समझ सकता, पति की हत्या करके ख़ुद भी सती हो जाती है

तिर्याकी

अफीमखानेवाला, अफ़ीमची

तिरिया मत में आना

स्त्री की समझ पर चलना, महिला की बुद्धि पर काम करना

तर्यान

टोकरी, डलिया

तिरी आवाज़ मक्के मदीने

۔دعا۔ تیری شہرت دور دور ہو۔ ؎

तक त्रिया को आपनी पर त्रिया मत ताक, पर नारी के ताकने पड़े सीस में ख़ाक

दूसरों की स्त्रियों की तरफ़ देखने में अपना अपमान होता है

बन-तरिया

name of a class of people who formerly acted as wood-rangers in Gorakhpur

राज हट , बालक हट , तिर्या हट , जोगी हट

राजा, बच्चा औरत और फ़क़ीर जो दिल में आए करते हैं किसी की नहीं मानते

जिस घर बड़े न बूझिए दीपक जले न साँझ, वो घर उजड़ जानिए जिन की त्रिया बाँझ

जिस घर में बड़ों की इज़्ज़त ना हो या शाम को दिए ना जलें या जिस घर में बांझ औरत हो वो घर उजड़ जाते हैं

देख त्रिया के चाले सर मुंडा मुँह काले

महिलाओं की चालाकी और पुरुषों की बुद्धि को प्रकट करने को लिए प्रयुक्त

जिस घर बडे न बूझें दीपक जले न साँझ, वो घर उजड़ जाएँगे जिन की त्रिया बाँझ

जिस घर में बड़ों की इज़्ज़त ना हो या शाम को दिए ना जलें या जिस घर में बांझ औरत हो वो घर उजड़ जाते हैं

सरसों फूले फाग में और साँझी फूले साँझ, न फूले न फले जो तिरिया हो बाँझ

सरसों फाग में फूलती है शाम को शफ़क़ प्रकट होती है परंतु बाँझ स्त्री कभी नहीं फूलती

भूक गए भोजन मिले जाड़ा जात गए क़बाई जोबन गए तुरया मिले तीनों देव बहाई

वक़्त गुज़रने पर जब ज़रूरत पूरी हो तो कहते हैं

भूक गए भोजन मिले जाड़ा जात गए क़बाई जोबन गए तुरया मिले तीनों देव बहाए

वक़्त गुज़रने पर जब ज़रूरत पूरी हो तो कहते हैं

सरसों फूले फाग में और साँझी फूले साँझ, न कभी फूले न फले जो तिरिया हो बाँझ

सरसों फाग में फूलती है शाम को शफ़क़ प्रकट होती है परंतु बाँझ स्त्री कभी नहीं फूलती

देख त्रिया के चाले सर मुंडा मुँह काले, देख मर्दों की फेरी माँ तेरी कि मेरी

महिलाओं की चालाकी और पुरुषों की बुद्धि को प्रकट करने को लिए प्रयुक्त

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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