खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"गंगा के मेले में चक्की रहे का क्या काम" शब्द से संबंधित परिणाम

मन मिला के

यक दिल हो कर

मन मैला करना

۔(ओ। हिंदू) रंजीदा होना। उदास होना

मन मिले का मेला, चित मिले का चेला

अंदर की सफ़ाई से काम चलता है केवल बाहर की सफ़ाई से कुछ नहीं होता

तन का उज्ला मन का मैला

ظاہر میں کچھ باطن میں کچھ ، ظاہر اچھا باطن برا ، مکّار ، دغا باز.

मन का मैला

of bad or evil mind, malicious, deceitful

अलिफ़ बे नगाड़ा मुल्ला जी को चने के खेत में पछाड़ा

पाठशाला या पाठ से छुट्टी मिलने पर बच्चों का प्रसन्नता में उछल कूद कर नारा

तड़के उठ कर खाट से छोड़ छाड़ सब काम, माला कर हाथ में जप साईं का नाम

अली उल-सुबह उठ कर पहले इबादत या पूजा करनी चाहिए

घर में जो शहद मिले तो काहे बन को जाएँ

अगर बगै़र मेहनत मशक्कत के रोज़ी मिले तो दौड़ धूप की ज़रूरत क्यों पड़े

भैंसा भैंसों में मिले या क़साई के बंधे गले

रुक : भैंसा भैंसों में या कसाई के खूंटे

मुल्ला की दाढ़ी तबर्रुक में गई

किसी चीज़ के नष्ट होने या व्यर्थ और अनुपयोगी ख़र्च के समय पर कहते हैं

हाज़िरी के मेले में कोई हो

वहां सब बराबर हैं

बंदर के गले में मोतियों की माला

अयोग्य या क़द्र न करने वाले को कोई ऊँची वस्तु मिल जाने की परिस्थिति

माली के फूल डाली में

जो चीज़ जहाँ की हो वहीं अच्छी मालूम होती है

गंगा के मेले में चक्की को कौन पूछे

बड़े लोगों के मजमा में अदना की कौन सुनता है , बेमहल और बे मौक़ा काम की क़दर नहीं होती

गंगा के मेले में चक्की रहे का क्या काम

बड़े लोगों के मजमा में अदना की कौन सुनता है , बेमहल और बे मौक़ा काम की क़दर नहीं होती

प्रीत न टूटे अन-मिले उत्तम मन की लाग, सौ जुग पानी में रहे चकमक तजे न आग

सच्चा प्रेम अनुपस्थिति में नहीं जाती जिस तरह चक़माक़ पानी में रहने से आग नहीं खोता

पीपल पूजन मैं चली गलम बोध के घाट, पीपल पूजत पी मिले एक पंथ दो काज

अच्छे काम करने में लाभ ही होता है पीपल को पूजने गई तो प्रीतम भी मिल गया

पीपल पूजन मैं चली निगम बोध के घाट, पीपल पूजत पी मिले एक पंथ दो काज

अच्छे काम करने में लाभ ही होता है पीपल को पूजने गई तो प्रीतम भी मिल गया

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में गंगा के मेले में चक्की रहे का क्या काम के अर्थदेखिए

गंगा के मेले में चक्की रहे का क्या काम

gangaa ke mele me.n chakkii rahe kaa kyaa kaamگَنْگا کے میلے میں چَکّی رَہے کا کیا کام

कहावत

गंगा के मेले में चक्की रहे का क्या काम के हिंदी अर्थ

  • बड़े लोगों के मजमा में अदना की कौन सुनता है , बेमहल और बे मौक़ा काम की क़दर नहीं होती

گَنْگا کے میلے میں چَکّی رَہے کا کیا کام کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • بڑے لوگوں کے مجمع میں ادنیٰ کی کون سنتا ہے ؛ بے محل اور بے موقع کام کی قدر نہیں ہوتی

Urdu meaning of gangaa ke mele me.n chakkii rahe kaa kyaa kaam

  • Roman
  • Urdu

  • ba.De logo.n ke majmaa me.n adnaa kii kaun suntaa hai ; bemhal aur be mauqaa kaam kii qadar nahii.n hotii

खोजे गए शब्द से संबंधित

मन मिला के

यक दिल हो कर

मन मैला करना

۔(ओ। हिंदू) रंजीदा होना। उदास होना

मन मिले का मेला, चित मिले का चेला

अंदर की सफ़ाई से काम चलता है केवल बाहर की सफ़ाई से कुछ नहीं होता

तन का उज्ला मन का मैला

ظاہر میں کچھ باطن میں کچھ ، ظاہر اچھا باطن برا ، مکّار ، دغا باز.

मन का मैला

of bad or evil mind, malicious, deceitful

अलिफ़ बे नगाड़ा मुल्ला जी को चने के खेत में पछाड़ा

पाठशाला या पाठ से छुट्टी मिलने पर बच्चों का प्रसन्नता में उछल कूद कर नारा

तड़के उठ कर खाट से छोड़ छाड़ सब काम, माला कर हाथ में जप साईं का नाम

अली उल-सुबह उठ कर पहले इबादत या पूजा करनी चाहिए

घर में जो शहद मिले तो काहे बन को जाएँ

अगर बगै़र मेहनत मशक्कत के रोज़ी मिले तो दौड़ धूप की ज़रूरत क्यों पड़े

भैंसा भैंसों में मिले या क़साई के बंधे गले

रुक : भैंसा भैंसों में या कसाई के खूंटे

मुल्ला की दाढ़ी तबर्रुक में गई

किसी चीज़ के नष्ट होने या व्यर्थ और अनुपयोगी ख़र्च के समय पर कहते हैं

हाज़िरी के मेले में कोई हो

वहां सब बराबर हैं

बंदर के गले में मोतियों की माला

अयोग्य या क़द्र न करने वाले को कोई ऊँची वस्तु मिल जाने की परिस्थिति

माली के फूल डाली में

जो चीज़ जहाँ की हो वहीं अच्छी मालूम होती है

गंगा के मेले में चक्की को कौन पूछे

बड़े लोगों के मजमा में अदना की कौन सुनता है , बेमहल और बे मौक़ा काम की क़दर नहीं होती

गंगा के मेले में चक्की रहे का क्या काम

बड़े लोगों के मजमा में अदना की कौन सुनता है , बेमहल और बे मौक़ा काम की क़दर नहीं होती

प्रीत न टूटे अन-मिले उत्तम मन की लाग, सौ जुग पानी में रहे चकमक तजे न आग

सच्चा प्रेम अनुपस्थिति में नहीं जाती जिस तरह चक़माक़ पानी में रहने से आग नहीं खोता

पीपल पूजन मैं चली गलम बोध के घाट, पीपल पूजत पी मिले एक पंथ दो काज

अच्छे काम करने में लाभ ही होता है पीपल को पूजने गई तो प्रीतम भी मिल गया

पीपल पूजन मैं चली निगम बोध के घाट, पीपल पूजत पी मिले एक पंथ दो काज

अच्छे काम करने में लाभ ही होता है पीपल को पूजने गई तो प्रीतम भी मिल गया

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (गंगा के मेले में चक्की रहे का क्या काम)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

गंगा के मेले में चक्की रहे का क्या काम

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone