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"दूधैल गाय की दो लातें भारी नहीं होतीं" शब्द से संबंधित परिणाम

गाय

दूध देने वाली मादा पशु, जो हिंदूधर्म में पूज्य मानी जाती है, गऊ

गाय-दूँ

त्रिकोणीय पत्थर जो गाय के पित्ते में से निकलती है, यह दवाइयों में काम आती है

गायंदा

मैथुन करनेवाला।

गाय-गोठ

पशु शेड, पशु के रहने की जगह

गायत्री

हिंदू: ऋग वेद का एक काव्य मंत्र जो दिन-रात की पूजा में ब्रहमन जपते हैं, वेद के एक मशहूर मंत्र का नाम जो दिल ही दिल में पढ़ा जाता है

गायकी

(गान-विद्या) ठीक तरह से गाने की क्रिया या भाव, गाने का अंदाज़, गाने की उच्च कला, गाने का पेशा, गान-विद्या

गायिका

गाने वाली, मुत्रिबा, डोमनी

गाय-माता

(हिंदू) गाय को सम्मानार्थ कहते हैं

गाय-गोरू

سین والے جانور ، گائے بیل وغیرہ.

गाय-क़स्साब

क़साई, बड़े का क़साई, गाय-भैंस का मांस-विक्रेता

गाय ज़ब्ह करना

गौ हत्या करना

गाय में से ग़ुदूद

इतना देना कि न देने के बराबर, बहुत ही कम, बहुत थोड़ा

गाय का गोश्त

beef

गाय गाय का बच्चा, गाय खाए गुप

बच्चों से एक खेल खेला जाता है जिस में कहने वाला गाल फुलाता है और मुंदरजा बाला अलफ़ाज़ कहता है इस तरह कि जब लफ़्ज़ गुड़ पर पहुंचता है तो दोनों हाथ फूले हुए गालों पर मारता है जिस की वजह से मन॒ा से बजाय गड़ के गुप निकलता है और बच्चे हंसते हैं

गाय को अपने सींग भारी नहीं

(औरत) अपने परीवार के लोग किसी को बोझ नहीं मालूम पड़ते

गाय को सींग दूभर नहीं होते

गाय को अपने सींग भारी नहीं होते, इंसान को अपनी अहल-ओ-अयाल बूओझ महसूस नहीं होते

गाय की तरह काँपना

بہت ڈرنا، ڈر سے لرزنا، خوفزدہ ہونا، اس طرح لرزنا جیسے گائےقصائی کے آگے جان کی خوف سے تھرّاتی ہے

गाय का भैंस तले और भैंस का गाय तले

उधर की चीज़ इधर, उधर की चीज़ उधर, हिकमत-ए-अमली या तदबीर के साथ कोई काम चलाना

गाय को अपने सींग भारी नहीं होते

मनुष्य को अपने सगे संबंधी और परिवार बोझ नहीं लगते

गाय गू खाएगी और कुँवारी बर माँगेगी

चौधवीं सदी के मुताल्लिक़ कहते हैं कि निहायत ख़राब ज़माना है, निहायत बेशरमी का वक़्त आ गया है

गाय गू खाएगी और बेटी बर माँगेगी

चौधवीं सदी के मुताल्लिक़ कहते हैं कि निहायत ख़राब ज़माना है, निहायत बेशरमी का वक़्त आ गया है

गाय न बच्छी नींद वे अच्छी

जिस के पास कुछ नहीं उसे कुछ फ़िक्र नहीं होती

गाय गोबर खाएगी और बेटी बर माँगेगी

चौधवीं सदी के मुताल्लिक़ कहते हैं कि निहायत ख़राब ज़माना है, निहायत बेशरमी का वक़्त आ गया है

गाय जब दूब से सुलूक करे क्या खाए

दूसरों का लिहाज़ करने वाला हानि उठाता है

गाय जब दूब से दोस्ती करे क्या खाए

दूसरों का लिहाज़ करने वाला नुक़्सान उठाता है

गाय क़स्सा बीच कूँ पतयावे

گائے قصّاب ہی پر اعتماد کرتی ہے ، اچھے آدمی کا کہیں ٹھکانا نہیں ، بُرا آدمی جس پر چاہے قبضہ کرلے.

गाय का बछिया तले और बछिया का गाय तले

उधर की चीज़ इधर, उधर की चीज़ उधर, हिकमत-ए-अमली या तदबीर के साथ कोई काम चलाना

गायक

गाने वाला, गवैया, डोम

गायन

गाने की क्रिया या भाव

गाय गाय का बच्चा, गाय खाए गुड़

बच्चों से एक खेल खेला जाता है जिस में कहने वाला गाल फुलाता है और मुंदरजा बाला अलफ़ाज़ कहता है इस तरह कि जब लफ़्ज़ गुड़ पर पहुंचता है तो दोनों हाथ फूले हुए गालों पर मारता है जिस की वजह से मन॒ा से बजाय गड़ के गुप निकलता है और बच्चे हंसते हैं

गाय न हो तो बैल दूहो

कुछ न कुछ धंधा करते रहो

गाय का लवारा मर गया तो खल्लड़ा वेख पुन्हाई

गाय का बछड़ा मर जाए तो उसकी खाल में भुस भरकर उसे दिखाते हैं तो वह दूध देती है उस मौक़ा पर कहते हैं जब असल चीज़ ख़राब हो जाए, या कोई मर जाए तो उसकी निशानी देख कर याद करें

गाय खाना

गाय का गोश्त खिलाना, हिंदूओं में अभद्र गाली समझी जाती है

गाय का लवारा मर गया तो खलड़ा देख पन्हाई

अगर गाय का बच्चा मर जाता है तो इस की खाल में भुस भर कर गाय के पास खड़ा कर देते हैं और वो अपने थनों में दूध उतार देती है , असल ना हो तो नक़ल से काम लिया जाता है

गाएं गायों जमा' गाय का बछिया तले बछिया का गाय तले करना गाय का भैंस तले भैंस का गाय तले करना

गाय के दूध को जो बहुत सारा होता है बछिया का दूध बताना, और बछिया के दूध को जो थो ड़ासा होता है गाय का दूध बताना,रणनीतिक और चतुराई से कुछ करना, बड़ा जोड़-तोड़ करने वाले के लिए उपयोगित

ग़ायत-ए-'आम

(Philosophy) a purpose that can be realized in many ways

ग़ायत-ए-चश्म-ए-मुश्ताक़

aim of desirous eye

ग़ायत-ए-क़रीबा

(فلسفہ) قریب کا مقصد ، وہ مقصد جو فوری طور پر مدِّ نظر ہو .

ग़ायत-ए-तसव्वुर

final point, extremity of imagination

ग़ायत-ए-ब'ईदा

(दर्शनवाद) दूर का उद्देश्य, वह उद्देश्य जो तुरंत उद्देश्य के बाद प्राप्त हो

ग़ायत-रसी

चरम पर पहुँचना, इंतिहा को पहुँचना

ग़ायत-ए-ख़ास

(दर्शन) वो उद्देश्य जो मात्र एक तरह से प्राप्त होसके

ग़ायत-उल-अम्र

अंततः, आख़िरकार, आपाततः, अगत्या, आख़िर को, अंजाम कार, आख़िर कार

ग़ायती

غایت (رک) سے منسوب ، مقصدی ، حُصول مقصد سے متعلق .

ग़ायत-ए-ऊला

मूल उद्देश्य

ग़ायत-ए-नज़र

final point, end of glance

ग़ायत-ए-जफ़ा

purpose of rigidness

ग़ायत-दर्जा

बहतु अधिक, अत्यधिक, अत्यंत

ग़ायाती

غایات (رک) سے منسوب ، مقاصد یا اغراض سے متعلق.

ग़ायत-मा-फ़िल-बाब

किसी विषय का अंतिम निर्णय, आख़िरी बात, सारांश, खुलासा, जो इस अध्याय में कहा गया है उसका उद्देश्य ये है, इस श्रृंखला का अंतिम उद्देश्य

ग़ायत-ए-पैदाई

end, extremity, final point, the starting or winning post of birth

ग़ाएँ बाएँ

جانوروں وغیرہ کی آواز ، بے معنی آواز.

ग़ायत-उल-ग़ायात

تمام انتہاؤں کی انتہا ، اصل مقصود ، سب سے بڑا مقصد.

गाए का दूध सो माए का दूध

गाय का दूध माता के दूध के समान होता है

ग़ायत-ओ-ग़रज़

aims and objectives

ग़ायित

رک : غائِط .

ग़ायिर

رک : غائر .

ग़ाएँ ग़ाएँ

جانوروں وغیرہ کی آواز ، بے معنی آواز.

ग़ायतिय्यत

رک : غائِیَّت .

ग़ायत

स्वार्थ, मक़सद, मतलब

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में दूधैल गाय की दो लातें भारी नहीं होतीं के अर्थदेखिए

दूधैल गाय की दो लातें भारी नहीं होतीं

duudhail gaay kii do laate.n bhaarii nahii.n hotii.nدُودَھیل گائے کی دو لاتیں بھاری نَہِیں ہوتیں

अथवा : दूधैल गाय की दो लातें भी सहते हैं, दुधैल गाय की दो लातें भी सही जाती हैं

कहावत

दूधैल गाय की दो लातें भारी नहीं होतीं के हिंदी अर्थ

  • किसी ख़ूबी या लाभ के कारण बुराई या तकलीफ़ सहन कर ली जाती है
  • जब किसी से कुछ मिलने की आशा होती है तो उसके नाज़-नख़रे भी उठाने पड़ते हैं

دُودَھیل گائے کی دو لاتیں بھاری نَہِیں ہوتیں کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • کسی خوبی یا فائدے کی وجہ سے بُرائی یا تکلیف برداشت کر لی جاتی ہے
  • جب کسی سے کچھ ملنے کی امید ہوتی ہے تو اس کے ناز و نخرے بھی اٹھانے پڑتے ہیں

Urdu meaning of duudhail gaay kii do laate.n bhaarii nahii.n hotii.n

  • Roman
  • Urdu

  • kisii Khuubii ya faayde kii vajah se buraa.ii ya takliif bardaasht kar lii jaatii hai
  • jab kisii se kuchh milne kii ummiid hotii hai to is ke naaz-o-naKhre bhii uThaane pa.Dte hai.n

खोजे गए शब्द से संबंधित

गाय

दूध देने वाली मादा पशु, जो हिंदूधर्म में पूज्य मानी जाती है, गऊ

गाय-दूँ

त्रिकोणीय पत्थर जो गाय के पित्ते में से निकलती है, यह दवाइयों में काम आती है

गायंदा

मैथुन करनेवाला।

गाय-गोठ

पशु शेड, पशु के रहने की जगह

गायत्री

हिंदू: ऋग वेद का एक काव्य मंत्र जो दिन-रात की पूजा में ब्रहमन जपते हैं, वेद के एक मशहूर मंत्र का नाम जो दिल ही दिल में पढ़ा जाता है

गायकी

(गान-विद्या) ठीक तरह से गाने की क्रिया या भाव, गाने का अंदाज़, गाने की उच्च कला, गाने का पेशा, गान-विद्या

गायिका

गाने वाली, मुत्रिबा, डोमनी

गाय-माता

(हिंदू) गाय को सम्मानार्थ कहते हैं

गाय-गोरू

سین والے جانور ، گائے بیل وغیرہ.

गाय-क़स्साब

क़साई, बड़े का क़साई, गाय-भैंस का मांस-विक्रेता

गाय ज़ब्ह करना

गौ हत्या करना

गाय में से ग़ुदूद

इतना देना कि न देने के बराबर, बहुत ही कम, बहुत थोड़ा

गाय का गोश्त

beef

गाय गाय का बच्चा, गाय खाए गुप

बच्चों से एक खेल खेला जाता है जिस में कहने वाला गाल फुलाता है और मुंदरजा बाला अलफ़ाज़ कहता है इस तरह कि जब लफ़्ज़ गुड़ पर पहुंचता है तो दोनों हाथ फूले हुए गालों पर मारता है जिस की वजह से मन॒ा से बजाय गड़ के गुप निकलता है और बच्चे हंसते हैं

गाय को अपने सींग भारी नहीं

(औरत) अपने परीवार के लोग किसी को बोझ नहीं मालूम पड़ते

गाय को सींग दूभर नहीं होते

गाय को अपने सींग भारी नहीं होते, इंसान को अपनी अहल-ओ-अयाल बूओझ महसूस नहीं होते

गाय की तरह काँपना

بہت ڈرنا، ڈر سے لرزنا، خوفزدہ ہونا، اس طرح لرزنا جیسے گائےقصائی کے آگے جان کی خوف سے تھرّاتی ہے

गाय का भैंस तले और भैंस का गाय तले

उधर की चीज़ इधर, उधर की चीज़ उधर, हिकमत-ए-अमली या तदबीर के साथ कोई काम चलाना

गाय को अपने सींग भारी नहीं होते

मनुष्य को अपने सगे संबंधी और परिवार बोझ नहीं लगते

गाय गू खाएगी और कुँवारी बर माँगेगी

चौधवीं सदी के मुताल्लिक़ कहते हैं कि निहायत ख़राब ज़माना है, निहायत बेशरमी का वक़्त आ गया है

गाय गू खाएगी और बेटी बर माँगेगी

चौधवीं सदी के मुताल्लिक़ कहते हैं कि निहायत ख़राब ज़माना है, निहायत बेशरमी का वक़्त आ गया है

गाय न बच्छी नींद वे अच्छी

जिस के पास कुछ नहीं उसे कुछ फ़िक्र नहीं होती

गाय गोबर खाएगी और बेटी बर माँगेगी

चौधवीं सदी के मुताल्लिक़ कहते हैं कि निहायत ख़राब ज़माना है, निहायत बेशरमी का वक़्त आ गया है

गाय जब दूब से सुलूक करे क्या खाए

दूसरों का लिहाज़ करने वाला हानि उठाता है

गाय जब दूब से दोस्ती करे क्या खाए

दूसरों का लिहाज़ करने वाला नुक़्सान उठाता है

गाय क़स्सा बीच कूँ पतयावे

گائے قصّاب ہی پر اعتماد کرتی ہے ، اچھے آدمی کا کہیں ٹھکانا نہیں ، بُرا آدمی جس پر چاہے قبضہ کرلے.

गाय का बछिया तले और बछिया का गाय तले

उधर की चीज़ इधर, उधर की चीज़ उधर, हिकमत-ए-अमली या तदबीर के साथ कोई काम चलाना

गायक

गाने वाला, गवैया, डोम

गायन

गाने की क्रिया या भाव

गाय गाय का बच्चा, गाय खाए गुड़

बच्चों से एक खेल खेला जाता है जिस में कहने वाला गाल फुलाता है और मुंदरजा बाला अलफ़ाज़ कहता है इस तरह कि जब लफ़्ज़ गुड़ पर पहुंचता है तो दोनों हाथ फूले हुए गालों पर मारता है जिस की वजह से मन॒ा से बजाय गड़ के गुप निकलता है और बच्चे हंसते हैं

गाय न हो तो बैल दूहो

कुछ न कुछ धंधा करते रहो

गाय का लवारा मर गया तो खल्लड़ा वेख पुन्हाई

गाय का बछड़ा मर जाए तो उसकी खाल में भुस भरकर उसे दिखाते हैं तो वह दूध देती है उस मौक़ा पर कहते हैं जब असल चीज़ ख़राब हो जाए, या कोई मर जाए तो उसकी निशानी देख कर याद करें

गाय खाना

गाय का गोश्त खिलाना, हिंदूओं में अभद्र गाली समझी जाती है

गाय का लवारा मर गया तो खलड़ा देख पन्हाई

अगर गाय का बच्चा मर जाता है तो इस की खाल में भुस भर कर गाय के पास खड़ा कर देते हैं और वो अपने थनों में दूध उतार देती है , असल ना हो तो नक़ल से काम लिया जाता है

गाएं गायों जमा' गाय का बछिया तले बछिया का गाय तले करना गाय का भैंस तले भैंस का गाय तले करना

गाय के दूध को जो बहुत सारा होता है बछिया का दूध बताना, और बछिया के दूध को जो थो ड़ासा होता है गाय का दूध बताना,रणनीतिक और चतुराई से कुछ करना, बड़ा जोड़-तोड़ करने वाले के लिए उपयोगित

ग़ायत-ए-'आम

(Philosophy) a purpose that can be realized in many ways

ग़ायत-ए-चश्म-ए-मुश्ताक़

aim of desirous eye

ग़ायत-ए-क़रीबा

(فلسفہ) قریب کا مقصد ، وہ مقصد جو فوری طور پر مدِّ نظر ہو .

ग़ायत-ए-तसव्वुर

final point, extremity of imagination

ग़ायत-ए-ब'ईदा

(दर्शनवाद) दूर का उद्देश्य, वह उद्देश्य जो तुरंत उद्देश्य के बाद प्राप्त हो

ग़ायत-रसी

चरम पर पहुँचना, इंतिहा को पहुँचना

ग़ायत-ए-ख़ास

(दर्शन) वो उद्देश्य जो मात्र एक तरह से प्राप्त होसके

ग़ायत-उल-अम्र

अंततः, आख़िरकार, आपाततः, अगत्या, आख़िर को, अंजाम कार, आख़िर कार

ग़ायती

غایت (رک) سے منسوب ، مقصدی ، حُصول مقصد سے متعلق .

ग़ायत-ए-ऊला

मूल उद्देश्य

ग़ायत-ए-नज़र

final point, end of glance

ग़ायत-ए-जफ़ा

purpose of rigidness

ग़ायत-दर्जा

बहतु अधिक, अत्यधिक, अत्यंत

ग़ायाती

غایات (رک) سے منسوب ، مقاصد یا اغراض سے متعلق.

ग़ायत-मा-फ़िल-बाब

किसी विषय का अंतिम निर्णय, आख़िरी बात, सारांश, खुलासा, जो इस अध्याय में कहा गया है उसका उद्देश्य ये है, इस श्रृंखला का अंतिम उद्देश्य

ग़ायत-ए-पैदाई

end, extremity, final point, the starting or winning post of birth

ग़ाएँ बाएँ

جانوروں وغیرہ کی آواز ، بے معنی آواز.

ग़ायत-उल-ग़ायात

تمام انتہاؤں کی انتہا ، اصل مقصود ، سب سے بڑا مقصد.

गाए का दूध सो माए का दूध

गाय का दूध माता के दूध के समान होता है

ग़ायत-ओ-ग़रज़

aims and objectives

ग़ायित

رک : غائِط .

ग़ायिर

رک : غائر .

ग़ाएँ ग़ाएँ

جانوروں وغیرہ کی آواز ، بے معنی آواز.

ग़ायतिय्यत

رک : غائِیَّت .

ग़ायत

स्वार्थ, मक़सद, मतलब

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