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आँखों देखते

देख और जान कर, जानबूझ कर,जानने के पश्चात भी

आँखों देखते मक्खी नहीं निगली जाती

जान-बूझ कर कोई मुसीबत में नहीं पड़ता

आँखों के देखते

देखते ही देखते, शीघ्र ही, अपने ही काल में

आँखें देखते जाना

इच्छा एवं संकल्प जानने के लिये देखते रहना

आँखें देखते रहना

उपकार एवं कृपा का उमीदवार रहना, आज्ञा पालन के लिये इशारे का ख़याल रखना

देखती आँखों मक्खी नहीं निगली जाती

जान-बूझ कर कोई मुसीबत में नहीं पड़ता

देखती आँखों जीती मक्खी नहीं निगली जाती

रुक: आंखों देखते मक्खी नहीं निकली जाती जो ज़्यादा मुस्तामल है

देखती-आँखों

دیدہ و دانستہ، جان بُوج کر.

साझे के चने, आँखें दुखते में भी खाने पड़ें

साझेदारी या शराकत का काम हर हालत में करना पड़ता है, शराकत का नुकसान फ़रीक़ैन को उठाना ही पड़ता है

शाह ख़ानम की आँखें दुखती हैं, शहर के चराग़ दीए गुल कर दो

ऐसी नाज़ुक मिज़ाज और मुतकब्बिर हैं कि अपनी तकलीफ़ के साथ औरों को भी तकलीफ़ देने से परहेज़ नहीं करतीं, अपनी तकलीफ़ और मुसीबत में औरों को मुबतला करना

आगे जाते घुटने टूटें पीछे देखते आँखें फूटें

उस अवसर पर प्रयुक्त जहाँ करने में भी नुक़्सान हो और न करने में भी

गधे को नून दिया, उस ने कहा, मेरी आँखें दुखती हैं

रुक : गधे की आँखों में नून दिया अलख

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में देखती आँखों जीती मक्खी नहीं निगली जाती के अर्थदेखिए

देखती आँखों जीती मक्खी नहीं निगली जाती

dekhtii aa.nkho.n jiitii makkhii nahii.n niglii jaatiiدیکْھتی آنکھوں ، جِیتی مَکّھی نَہِیِں نِگْلی جاتی

कहावत

देखती आँखों जीती मक्खी नहीं निगली जाती के हिंदी अर्थ

  • रुक: आंखों देखते मक्खी नहीं निकली जाती जो ज़्यादा मुस्तामल है

دیکْھتی آنکھوں ، جِیتی مَکّھی نَہِیِں نِگْلی جاتی کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • رک: آن٘کھوں دیکھتے مکھی نہیں نکلی جاتی جو زیادہ مستعمل ہے.

Urdu meaning of dekhtii aa.nkho.n jiitii makkhii nahii.n niglii jaatii

  • Roman
  • Urdu

  • rukah aankho.n dekhte makkhii nahii.n niklii jaatii jo zyaadaa mustaamal hai

खोजे गए शब्द से संबंधित

आँखों देखते

देख और जान कर, जानबूझ कर,जानने के पश्चात भी

आँखों देखते मक्खी नहीं निगली जाती

जान-बूझ कर कोई मुसीबत में नहीं पड़ता

आँखों के देखते

देखते ही देखते, शीघ्र ही, अपने ही काल में

आँखें देखते जाना

इच्छा एवं संकल्प जानने के लिये देखते रहना

आँखें देखते रहना

उपकार एवं कृपा का उमीदवार रहना, आज्ञा पालन के लिये इशारे का ख़याल रखना

देखती आँखों मक्खी नहीं निगली जाती

जान-बूझ कर कोई मुसीबत में नहीं पड़ता

देखती आँखों जीती मक्खी नहीं निगली जाती

रुक: आंखों देखते मक्खी नहीं निकली जाती जो ज़्यादा मुस्तामल है

देखती-आँखों

دیدہ و دانستہ، جان بُوج کر.

साझे के चने, आँखें दुखते में भी खाने पड़ें

साझेदारी या शराकत का काम हर हालत में करना पड़ता है, शराकत का नुकसान फ़रीक़ैन को उठाना ही पड़ता है

शाह ख़ानम की आँखें दुखती हैं, शहर के चराग़ दीए गुल कर दो

ऐसी नाज़ुक मिज़ाज और मुतकब्बिर हैं कि अपनी तकलीफ़ के साथ औरों को भी तकलीफ़ देने से परहेज़ नहीं करतीं, अपनी तकलीफ़ और मुसीबत में औरों को मुबतला करना

आगे जाते घुटने टूटें पीछे देखते आँखें फूटें

उस अवसर पर प्रयुक्त जहाँ करने में भी नुक़्सान हो और न करने में भी

गधे को नून दिया, उस ने कहा, मेरी आँखें दुखती हैं

रुक : गधे की आँखों में नून दिया अलख

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