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पेचिश

पेट की वह पीड़ा जो आँव होने के कारण होती है, आँव के कारण ऐंठन होने से बार-बार पाखाना जाने का रोग, एक उदर रोग जिसमें आँतों में घाव हो जाते हैं जिससे पेट में ऐंठन होने लगती है और बार बार ऐसा पाखाना होने लगता है जिसमें स, चक्कर, गर्दिश, मरोड़

पेचिशी

پیچش (رک) سے منسوب.

पेचिश करना

उलझना, झगड़ना

ख़रीफ़ी-पेचिश

मौसम के परिवर्तन के कारण पेट का रोग जो पेचिश का रूप धारण कर ले

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में बिपत पड़ी जब भेंट मानी, मुकर गया जब देनी आई के अर्थदेखिए

बिपत पड़ी जब भेंट मानी, मुकर गया जब देनी आई

bipat pa.Dii jab bhe.nT maanii, mukar gayaa jab denii aa.iiبِپَت پَڑی جَب بھینٹ مانی، مُکَر گَیا جَب دینی آئی

अथवा : बिपत पड़ी जब भेंट मनाई, मुकर गया जब देनी आई, बिपत पड़ी जब भेंट मनाई, मुकर गया जब देने आई

कहावत

बिपत पड़ी जब भेंट मानी, मुकर गया जब देनी आई के हिंदी अर्थ

  • मुसीबत के समय मनुष्य को ईश्वर याद आता है और छुटकारा पाने के लिए तरह तरह के भेंट और मन्नतें मानता है परंतु जब मुसीबत टल जाती है तो सब कुछ भूल जाता है
  • मुसीबत में मनुष्य बहुत कुछ देने को तैयार हो जाता है परंतु मसीबत गुज़र जाने पर सब कुछ भूल जाता है
  • सुख का अवसर आ जाने पर मनुष्य दुख की सब बातें भूल जाता है

    विशेष मुकर गया= बदल गया। भेंट मनाई= देवता को भेंट चढ़ाने का संकल्प लिया।

بِپَت پَڑی جَب بھینٹ مانی، مُکَر گَیا جَب دینی آئی کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • مصیبت کے وقت انسان کو خدا یاد آتا ہے اور نجات پانے کے لیے طرح طرح کی نذریں اور منتیں مانتا ہے لیکن جب مصیبت ٹل جاتی ہے تو سب کچھ بھول جاتا ہے
  • مصیبت میں انسان بہت کچھ دینے کے لیے تیار ہو جاتا ہے مگر مصیبت گزر جانے پر سب کچھ بھول جاتا ہے
  • سکھ کا وقت آ جانے پر انسان دکھ کی سب باتیں بھول جاتا ہے

Urdu meaning of bipat pa.Dii jab bhe.nT maanii, mukar gayaa jab denii aa.ii

  • Roman
  • Urdu

  • musiibat ke vaqt insaan ko Khudaa yaad aataa hai aur najaat paane ke li.e tarah tarah kii nazre.n aur minnte.n maanata hai lekin jab musiibat Tal jaatii hai to sab kuchh bhuul jaataa hai
  • musiibat me.n insaan bahut kuchh dene ke li.e taiyyaar ho jaataa hai magar musiibat guzar jaane par sab kuchh bhuul jaataa hai
  • sukh ka vaqt aa jaane par insaan dukh kii sab baate.n bhuul jaataa hai

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पेचिश

पेट की वह पीड़ा जो आँव होने के कारण होती है, आँव के कारण ऐंठन होने से बार-बार पाखाना जाने का रोग, एक उदर रोग जिसमें आँतों में घाव हो जाते हैं जिससे पेट में ऐंठन होने लगती है और बार बार ऐसा पाखाना होने लगता है जिसमें स, चक्कर, गर्दिश, मरोड़

पेचिशी

پیچش (رک) سے منسوب.

पेचिश करना

उलझना, झगड़ना

ख़रीफ़ी-पेचिश

मौसम के परिवर्तन के कारण पेट का रोग जो पेचिश का रूप धारण कर ले

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