खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"बारह बरस सैई काशी मरने को मगध की माटी" शब्द से संबंधित परिणाम

दुज़्द

चोर, लूटेरा, जेबकतरा, तस्कर, हर्ता

दुज़्द-वार

चोरों के जैसा, चोर की तरह

दुज़्द-गीर

چور پکڑنے والا ، کوتوالِ شہر ، شحنہ.

दुज़्द-हिनाई

मेंहदी लगाने के बाद शेष रह जाने वाली सफेदी, मेंहदी का चूर

दुज़्दी

चोरी, चौर्य, चोरी का पेशा, चौर्य-कर्म

दुज़्द-ए-हिना

मेहदी लगाते समय हाथ में एक छल्ला रख लेते हैं, जिससे हथेली पर एक गोल निशान बन जाता है, उसी को ‘दुज्दे हिना’ कहते हैं, वो स्थान या सफेदी जो हाथों या पाँव में मेंहदी लगाने के बाद बाकी रह जाए

दुज़्दीदा

चुराया हुआ, चुराई हुई चीज़

दुज़्द-ए-शाहीं

नज़र के सामने से चीज उड़ा ले जानेवाला, शातिर चोर, पश्यतोहर ।।

दुज़्दाना

चोरों की तरह, चोर के जैसा

दुज़्द-ए-कफ़न

a stealer of shrouds

दुज़्द-ए-सुख़न

کسی دوسرے شاعر یا مصنف کے فکر و خیال کو بغیر اعلان و حوالہ اپنے کلام و تحریر میں استعمال کرنے والا شاعر یا مصنف.

दुज़्दीदा-निगह

رک : دُزدیدہ نظر.

दुज़्दीदा-चश्म

ऐसी निगाह जो चोरी-छिपे डाली जाए, कंखियों से देखना

दुज़्दीदा-निगाह

covert or sly look, side glance

दुज़्दीदा-नज़र

ऐसी निगाह जो चोरी-छिपे डाली जाये, कनखीयों से देखना

दुज़्दिंदा

चोरी करनेवाला, चुरानेवाला।

दुज़्दीदा-नज़री

कनखियों से देखना

दुज़्दीदा-निगाही

छुप कर या कनखीयों से देखने की क्रिया, कनखियों से देखना

dozed

ऊँघ

शाहीं-दुज़्द

डंडी मारनेवाला, तोल में अधिक या कम तोलनेवाला।

आब-दुज़्द

छोटे मुंह का बर्तन जिसकी तह में बहुत से छेद हों और ढक्कन बंद करने से पानी न निकले, एक तंग मुँह का बर्तन जिसकी तली में छेद होते हैं.

क़तरा-दुज़्द

बादल, अभ्र, सूर्य, सूरज ।

शह-दुज़्द

शातिर चोर, पश्यतोहर।

कफ़न-दुज़्द

ऐसा धूर्त चोर जो मुर्दे का कफ़न भी न छोड़े, क़ब्र से कफ़न निकालकर उससे अपना खर्च चलाने वाला

दिल-दुज़्द

दिल का चोर, हृदय-चोर, प्रेमपात्र, माशूक़।।

शब-ए-दुज़्द

वह चोर जो रात को चोरी करे

न ग़म दुज़्द, न अंदेशा काला

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) कोई ग़म नहीं , बेज़री, इतमीनान, फ़राग़त हो तो कहते हैं

कि ख़रबस्ता बा, गरचे दुज़्द आशनास्त

गधे का बाँधना बेहतर है, अगरचे चोर दोस्त है, अगरचे इतमीनान हो सावधानी बेहतर है

न ग़म दुज़्द, न अंदेशा ग़म

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) कोई ग़म नहीं , बेज़री, इतमीनान, फ़राग़त हो तो कहते हैं

नै ग़म-ए-दुज़्द नै ग़म-ए-काला

(फ़ारसी कहावत उर्दू में प्रयुक्त) ग़रीब को चोरी का डर नहीं होता

dazedly

मख़बूत अलहवासी से

दज़्दार

شوخ سبز رن٘گ والے درخت ، ایک درخت جسکی پتّیاں کُھردری اور دونوں طرف دندانے دار ہوتی ہیں .

डज़-डज़

بندوق ، رائفل یا کسی اور چھوٹے آتشین اسلحہ کے چھوٹنے سے نکلنے والی آواز.

लुंग के ज़ेर लुंग के बाला, नै ग़म-ए-दुज़्द नै ग़म-ए-काला

जो आदमी लंगोट से भी महरूम हो उस को चोर का क्या ख़ौफ़, नंगे भूके बेनवा आदमी को चोर चक्कार का क्या डर

लुंग के ज़ेर लुंग के बाला, न ग़म-ए-दुज़्द न ग़म-ए-काला

जो आदमी लंगोट से भी महरूम हो उस को चोर का क्या ख़ौफ़, नंगे भूके बेनवा आदमी को चोर चक्कार का क्या डर

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में बारह बरस सैई काशी मरने को मगध की माटी के अर्थदेखिए

बारह बरस सैई काशी मरने को मगध की माटी

baarah baras sai.ii kaashii marne ko magadh kii maaTiiبارَہ بَرَس سَیئی کاشی مرنے کو مَگَدھ کی ماٹی

कहावत

बारह बरस सैई काशी मरने को मगध की माटी के हिंदी अर्थ

  • सारी आयु भले रहे अंत में बुरे हो गए
  • अवधि तक प्रतिक्षा में रहे और इच्छा पूरी न हुई (हिंदूओं का ख़्याल है कि जो काशी में मरे वह आवा-गोन से छूट जाता है जो मगध में मरे वह गधे की जून में जाता है

بارَہ بَرَس سَیئی کاشی مرنے کو مَگَدھ کی ماٹی کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • ساری عمر نیک رہے آخر میں بد ہوگئے
  • مدت تک انتظار میں رہے اور خواہش پوری نہ ہوئی (ہنود کا خیال ہے کہ جو کاشی میں مرے وہ آوا گون سے چھوٹ جاتا ہے جو مگدھ میں مرے وہ گدھے کی جون میں جاتا ہے

Urdu meaning of baarah baras sai.ii kaashii marne ko magadh kii maaTii

  • Roman
  • Urdu

  • saarii umr nek rahe aaKhir me.n bad hoge
  • muddat tak intizaar me.n rahe aur Khaahish puurii na hu.ii (hanuud ka Khyaal hai ki jo kaashii me.n mare vo aava gauN se chhuuT jaataa hai jo magadh me.n mare vo gadhe kii juun me.n jaataa hai

खोजे गए शब्द से संबंधित

दुज़्द

चोर, लूटेरा, जेबकतरा, तस्कर, हर्ता

दुज़्द-वार

चोरों के जैसा, चोर की तरह

दुज़्द-गीर

چور پکڑنے والا ، کوتوالِ شہر ، شحنہ.

दुज़्द-हिनाई

मेंहदी लगाने के बाद शेष रह जाने वाली सफेदी, मेंहदी का चूर

दुज़्दी

चोरी, चौर्य, चोरी का पेशा, चौर्य-कर्म

दुज़्द-ए-हिना

मेहदी लगाते समय हाथ में एक छल्ला रख लेते हैं, जिससे हथेली पर एक गोल निशान बन जाता है, उसी को ‘दुज्दे हिना’ कहते हैं, वो स्थान या सफेदी जो हाथों या पाँव में मेंहदी लगाने के बाद बाकी रह जाए

दुज़्दीदा

चुराया हुआ, चुराई हुई चीज़

दुज़्द-ए-शाहीं

नज़र के सामने से चीज उड़ा ले जानेवाला, शातिर चोर, पश्यतोहर ।।

दुज़्दाना

चोरों की तरह, चोर के जैसा

दुज़्द-ए-कफ़न

a stealer of shrouds

दुज़्द-ए-सुख़न

کسی دوسرے شاعر یا مصنف کے فکر و خیال کو بغیر اعلان و حوالہ اپنے کلام و تحریر میں استعمال کرنے والا شاعر یا مصنف.

दुज़्दीदा-निगह

رک : دُزدیدہ نظر.

दुज़्दीदा-चश्म

ऐसी निगाह जो चोरी-छिपे डाली जाए, कंखियों से देखना

दुज़्दीदा-निगाह

covert or sly look, side glance

दुज़्दीदा-नज़र

ऐसी निगाह जो चोरी-छिपे डाली जाये, कनखीयों से देखना

दुज़्दिंदा

चोरी करनेवाला, चुरानेवाला।

दुज़्दीदा-नज़री

कनखियों से देखना

दुज़्दीदा-निगाही

छुप कर या कनखीयों से देखने की क्रिया, कनखियों से देखना

dozed

ऊँघ

शाहीं-दुज़्द

डंडी मारनेवाला, तोल में अधिक या कम तोलनेवाला।

आब-दुज़्द

छोटे मुंह का बर्तन जिसकी तह में बहुत से छेद हों और ढक्कन बंद करने से पानी न निकले, एक तंग मुँह का बर्तन जिसकी तली में छेद होते हैं.

क़तरा-दुज़्द

बादल, अभ्र, सूर्य, सूरज ।

शह-दुज़्द

शातिर चोर, पश्यतोहर।

कफ़न-दुज़्द

ऐसा धूर्त चोर जो मुर्दे का कफ़न भी न छोड़े, क़ब्र से कफ़न निकालकर उससे अपना खर्च चलाने वाला

दिल-दुज़्द

दिल का चोर, हृदय-चोर, प्रेमपात्र, माशूक़।।

शब-ए-दुज़्द

वह चोर जो रात को चोरी करे

न ग़म दुज़्द, न अंदेशा काला

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) कोई ग़म नहीं , बेज़री, इतमीनान, फ़राग़त हो तो कहते हैं

कि ख़रबस्ता बा, गरचे दुज़्द आशनास्त

गधे का बाँधना बेहतर है, अगरचे चोर दोस्त है, अगरचे इतमीनान हो सावधानी बेहतर है

न ग़म दुज़्द, न अंदेशा ग़म

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) कोई ग़म नहीं , बेज़री, इतमीनान, फ़राग़त हो तो कहते हैं

नै ग़म-ए-दुज़्द नै ग़म-ए-काला

(फ़ारसी कहावत उर्दू में प्रयुक्त) ग़रीब को चोरी का डर नहीं होता

dazedly

मख़बूत अलहवासी से

दज़्दार

شوخ سبز رن٘گ والے درخت ، ایک درخت جسکی پتّیاں کُھردری اور دونوں طرف دندانے دار ہوتی ہیں .

डज़-डज़

بندوق ، رائفل یا کسی اور چھوٹے آتشین اسلحہ کے چھوٹنے سے نکلنے والی آواز.

लुंग के ज़ेर लुंग के बाला, नै ग़म-ए-दुज़्द नै ग़म-ए-काला

जो आदमी लंगोट से भी महरूम हो उस को चोर का क्या ख़ौफ़, नंगे भूके बेनवा आदमी को चोर चक्कार का क्या डर

लुंग के ज़ेर लुंग के बाला, न ग़म-ए-दुज़्द न ग़म-ए-काला

जो आदमी लंगोट से भी महरूम हो उस को चोर का क्या ख़ौफ़, नंगे भूके बेनवा आदमी को चोर चक्कार का क्या डर

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (बारह बरस सैई काशी मरने को मगध की माटी)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

बारह बरस सैई काशी मरने को मगध की माटी

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone